सार

झारखंड के देवघर में रहने वाले अनमोलम (anmolam) ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC 2020) की परीक्षा में 103वीं रैंक हासिल की है। उनका मानना है कि  यूपीएससी परीक्षा में मेहनत और भाग्य दोनों का अहम रोल होता है। 

करियर डेस्क. झारखंड के देवघर में रहने वाले अनमोलम (anmolam) ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC 2020) की परीक्षा में 103वीं रैंक हासिल की है। उनका मानना है कि  यूपीएससी परीक्षा में मेहनत और भाग्य दोनों का अहम रोल होता है। अनमोलम का कहना है कि युवा अपना काम ईमानदारी से करें। संविधान के मूल्य में यकीन करें। संविधान के मूल्य सर्वोपरि हैं। आप जाति, धर्म या क्षेत्र के जो भेद हैं। उस भेद की वजह से आप पूर्वाग्रह से ग्रसित न हों। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC 2020) के नतीजे 24 सितंबर, 2021 को जारी किए गए। फाइनल रिजल्ट (Final Result) में कुल 761 कैंडिडेट्स को चुना गया। Asianetnews Hindi संघ लोक सेवा आयोग (UPSC 2020) में सिलेक्ट हुए 100 कैंडिडेट्स की सक्सेज जर्नी (Success Journey) पर एक सीरीज चला रहा है। इसी कड़ी में हमने अनमोलम से बातचीत की। आइए जानते हैं उन्होंने क्या की सक्सेज टिप्स दिए। 


सिविल सर्विस में नहीं आते तो टीचिंग में करियर बनाते
देवघर, झारखंड के रहने वाले अनमोलम के पिता दीनबंधु व मां निर्मला देवी पेशे से शिक्षक हैं। उनको देश के तीन अहम संवर्गों में से एक में काम करने का मौका मिलेगा। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा डीएवी देवघर से हुई। उन्होंने वर्ष 2008 में डीएवी देवघर से 10वीं तक पढ़ाई की और डीपीएस रांची से वर्ष 2010 में 12वीं उत्तीर्ण किया। इसके बाद CLAT उत्तीर्ण कर चाणक्या नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (सीएलएनयू) पटना से बीए.एलएलबी किया। बैच में उनका सेकेंड रैंक था। वर्ष 2019 के पहले अटेम्पट में प्रीलिम्स क्वालिफाई नहीं हुआ था। यह उनका दूसरा अटेम्पट था। उनका कहना है यदि वह सिविल सर्विस में नहीं आते तो टीचिंग में करियर बनाते।

यूपीएससी में मेहनत और भाग्य दोनों का अहम किरदार
अनमोलम का कहना है कि यूपीएससी परीक्षा में मेहनत और भाग्य दोनों का अहम रोल होता है। ये पूरी प्रक्रिया आपको बहुत कुछ सिखाती है। यह परीक्षा न सिर्फ आपके नॉलेज बल्कि आपके धैर्य को भी टेस्ट करती है। हार्डवर्क का कोई विकल्प नहीं है। यह जर्नी आपको एक बेहतर इंसान बनने में काफी मदद करती है, क्योंकि आप इतनी सारी चीजों को पढ़ते हैं। दिल से पढ़ते हैं, समझ के पढ़ते हैं। 

असफल होने पर खुद की गलती से सीखें
अनमोलम कहते हैं कि पहले अटेम्पट में वह असफल हुए तो उसमें उनकी खुद की गलती थी। प्रीलिम्स में उनका सीसैट सही नहीं हुआ था। वहां पर तैयारी में गलती थी। जीएस में अच्छे नम्बर आए थे। इस असफलता की वजह मेरा एकेडमिक अहंकार था, क्योंकि मुझे ऐसा लगा कि सीसैट वगैरह तो ऐसे ही हो जाएगा। पर किसी भी पेपर को हल्के में नहीं लेना चाहिए। इस बार की परीक्षा में भी अच्छे अच्छे कैंडिडेट हैं। जिनका सीसैट नहीं हुआ। समस्या यह है कि लोग विश्वास नहीं करते हैं। पर जो आप पर विश्वास नहीं करते हैं, उनसे चिंतित नहीं होना है। खुद के अंदर विश्वास होना चाहिए। आपके आस पास जो सकारात्मक लोग हैं, वह रहने चाहिए।  

ओवरथिंकिंग नहीं करें 
अनमोलम कहते हैं कि एस्पिरेंटस बेसिक पर फोकस करें, एनसीईआरटी कि किताबें पढ़ें। न्यूज पेपर रोज पढ़ें। अपने आपको अनुशासित करें। यह तैयारी अनुशासन की तैयारी है। मोटिवेटेड रहें, स्मार्टली हार्डवर्क करें। ज्यादा डायवर्जन मत रखें। फिजूल की चीजों में ज्यादा मत पड़ें। ज्यादा ओवरथिंक मत करें। परीक्षा की तैयारी ईमानदारी से करेंगे तो सफलता मिलेगी। इससे आपके व्यक्तित्व का विकास होगा। फाइनली मेरिट लिस्ट में नाम आने या नहीं आने में भाग्य का भी बड़ा किरदार है लेकिन यदि आप अच्छे से तैयारी करते हैं तो आप ऐसे ही सफल हैं। इससे आपकी पर्सनालिटी बैलेंस हो जाएगी, जो एक सिटीजन के लिए जरूरी है। सोर्सेज सीमित रखें।

पूर्वाग्रह से ग्रसित न हों
अनमोलम का कहना है कि युवा अपना काम ईमानदारी से करें। संविधान के मूल्य में यकीन करें। संविधान के मूल्य सर्वोपरि हैं। आप जाति, धर्म या क्षेत्र के जो भेद हैं। उस भेद की वजह से आप पूर्वाग्रह से ग्रसित न हों। संविधान में आस्था रखें। उसके हिसाब से अपना व्यक्त्त्वि बनाएं। सोशल मीडिया पर समय बर्बाद मत करें, उसका प्रोडक्टिव यूज करें। यदि आप अच्छे स्कालर, प्रोफेसर या गवर्नमेंट की एजेंसी को फालो कर रहे हैं, तो उनसे आप यह मदद लें कि वह किस तरह आपकी तैयारी में सहायक की भूमिका अदा कर सकते हैं। पर यदि आप सोशल मीडिया पर समय नुकसान करते हैं, तो वह ठीक नहीं है।

आसपास के सकारात्मक लोग हमेशा करते थे मोटिवेट
परिवार, दोस्त और अध्यापक सिविल सर्विस को लेकर अनमोलम को शुरू से ही मोटिवेट करते रहें कि प्रशासनिक सेवा में अनपैरलल डायवर्सिटी है। यहां पर आपको काम करने का जो अवसर मिलता है, वह बहुत डायवर्स है। इस फील्ड में यदि आप अच्छा काम करते हैं तो आप समाज में बहुत ज्यादा योगदान दे सकते हैं। उनके आस पास के सकारात्मक लोग उन्हें हमेशा सिविल सर्विस परीक्षा देने के लिए मोटिवेट करते थे। इससे भी उनका प्रशासनिक सेवा की तरफ रूझान बढ़ा।

यूपीएससी परीक्षा जीवन से ज्यादा अहम नहीं
अनमोलम ने दुख जताते हुए कहा कि अभी एक खबर आयी कि एक बच्चे ने प्रीलिम्स का रिजल्ट आने के बाद सुसाइइ कर लिया। उनका कहना है कि यदि यूपीएससी की परीक्षा जान से ज्यादा महत्वपूर्ण हो गयी तो बहुत दिक्कत वाली बात है। एस्पिरेंटस के लिए मेंटल हेल्थ बहुत ही महत्वपूर्ण है। आप मानसिक तौर पर भी मजबूत रहें कि कोई भी परीक्षा आपके जीवन से ज्यादा अहम नहीं है। आपका खुश रहना बहुत अहम है। खुश रहिए और ईमानदारी से मेहनत करिए।

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