सार

Asianetnews Hindi संघ लोक सेवा आयोग (UPSC 2020) में सिलेक्ट हुए 100 कैंडिडेट्स की सक्सेज जर्नी (Success Journey) पर एक सीरीज चला रहा है। इसी कड़ी में हमने विकास सेंथिया से बातचीत की।

करियर डेस्क. विकास सेंथिया (vikas senthia) ने UPSC 2020 में पहले ही अटेम्पट में उन्हें सफलता मिली। उनकी 642वीं रैंक आयी है। ग्रेजुएशन के पहले सेमेस्टर में कॉलेज छोड़ने का मन बनाया था। इसकी वजह यह थी कि उन्होंने मध्य प्रदेश बोर्ड से हिंदी मीडियम से पढ़ाई की थी। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा डर कैंडिडेट्स के मन में इंटरव्यू को लेकर होता है। इंटरव्यू में कई तरह के सवाल पूछे जाते हैं। विकास सेंथिया कहते हैं कि यूपीएससी की तैयारी में एस्पिरेंटस को बहुत सारी किताबें नहीं पढ़नी है। सब जगह से नोट्स इकट्ठा नहीं करना है। मतलब नोट्स कलेक्टर नहीं बनना है।  संघ लोक सेवा आयोग (UPSC 2020) के नतीजे 24 सितंबर, 2021 को जारी किए गए। फाइनल रिजल्ट (Final Result) में कुल 761 कैंडिडेट्स को चुना गया। Asianetnews Hindi संघ लोक सेवा आयोग (UPSC 2020) में सिलेक्ट हुए 100 कैंडिडेट्स की सक्सेज जर्नी (Success Journey) पर एक सीरीज चला रहा है। इसी कड़ी में हमने विकास सेंथिया से बातचीत की। आइए जानते हैं इंटरव्यू में उनसे किस तरह के सवाल पूछे गए थे। 

सवाल- काल के कपाल पर लिखता मिटाता हूं, ये पंक्तियां किसने लिखी हैं?
जवाब-
ये हमारे भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जी ने लिखी है।

सवाल- मध्य प्रदेश का कोई कवि बताओ?
जवाब-
मध्य प्रदेश के बहुत सारे कवि बताएं। जिनमें बालकृष्ण शर्मा नवीन, हरिशंकर परसाई आदि के बारे में बताया।

सवाल- शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ का नाम सुना है?
जवाब-
हां, वह भी मध्य प्रदेश से हैं।  

सवाल- उनकी कुछ पक्तियां सुनाओ?
जवाब-
क्या हार में क्या जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं, कर्त्तव्य पथ पर जो भी मिला ये भी सही वह भी सही। 

सवाल- मरूस्थल कैसे बनते हैं, थार का मरूस्थल कैसे बना?
जवाब-
जब कही बाढ़ कम होने लगती है और वाष्पीकरण बढ़ जाता है। बाढ़ खत्म होने के कई कारण होते हैं। जैसे समुद्री धारा या हवा का पैटर्न। ऐसे में वहां पर वनस्पति कम होने लगती है। बॉयोमास कम होने लगते हैं। जीव जंतु कम होने लगते हैं। बॉयोडायवर्सिटी का विनाश होता है तो इस तरह से एक लंबी प्रक्रिया में मरूस्थल बनता है।

सवाल- किस देश में आर्मी सर्विस कम्पलसरी है?
जवाब-
इजरायल में।

सवाल- क्या भारत में भी इसे लागू कर देना चाहिए?
जवाब-
लागू कर देना चाहिए। इससे अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की भावना लोगों के अंदर बढ़ेगी।

सवाल- हिमालय की ज्योग्राफी इतनी फ्रेगाइल क्यो हैं, बार बार भूकम्प क्यों आते रहते हैं?
जवाब-
यूथ फोल्ड माउंटेन है। वहां पर मूवमेंट होती रहती है। जिसकी वजह से वहां पर भूकंप और लैंडस्लाइड आते रहते हैं।

सवाल- अपने एरिया की लोकल डिश बताओ?
जवाब-
दाल वाफला है, मिठाई में द्वारिका का पेड़ा फेमस है। पानी की टिक्की फेमस है।

सवाल- स्टॉक मार्केट लॉकडाउन के समय में मंदी रही है फिर भी यह इतना बूम क्यों कर रहा है?
जवाब-
जो कैपिटल मनी मार्केट होता है, लॉकडाउन की वजह से वह कम्पनियां बंद हैं और डिमेट एकाउंट बढ़ रहे हैं।

नोट्स कलेक्टर नहीं बनना
विकास सेंथिया कहते हैं कि यूपीएससी की तैयारी में एस्पिरेंटस को बहुत सारी किताबें नहीं पढ़नी है। सब जगह से नोट्स इकट्ठा नहीं करना है। मतलब नोट्स कलेक्टर नहीं बनना है। किसी भी किताब को रैमेंडली शुरू से अंत तक नहीं पढ़ना होता है। हर किताब की कुछ जरूरी चीजें होती हैं। उसके लिए जरूरी है कि सिलेब्स को अच्छे से एनालिसिस करो। फिर देखो कि क्या पढ़ना और क्या छोड़ना है। यूपीएससी में क्या पढ़ना है, इससे ज्यादा यह देखना जरूरी होता है कि क्या छोड़ना है।

रिवीजन कर सको तभी पढ़ों किताब
यूपीएससी में आप किसी किताब को तभी पढ़ों, जब आप उसका रिवीजन कर सको। वरना उसे छोड़ दो या तो उसको पढ़कर उसका तुरंत शार्ट नोट बना लो। उनका रिवीजन करो या किताब का रिवीजन करो। वरना टाइम भी चला जाता है और चार दिन बाद आपने जो पढ़ा वह भूल जाते हैं। पढ़ाई ऐसे नहीं करनी है कि आज आठ घंटे पढ़ें, कल पढ़ें ही नहीं और परसों चार घंटे पढ़ लिया। तैयारी में कंसिस्टेंसी मेंटेन करके चलना है। डेली आठ घंटे पढ़ें। बहुत जल्दी निराश नहीं होना है। प्रैक्टिस करना है।

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