सार

रंगोली ने महेश भट्ट के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा, "भट्ट साहब पूरी दुनिया में मुसलमानों के लिए करीब 50 देश हैं, इस ग्रह पर करीब 80 ईसाई / कैथोलिक देश हैं, लेकिन पूरी दुनिया में सिर्फ एक ही हिंदू देश है। अगर हम अपनी सुरक्षा कर रहे हैं तो आपको मिर्ची क्यों लग रही है। कहां जाएंगे हिंदू।"

मुंबई.  देश के कई शहरों में नागरिकता संसोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। फिल्म डायरेक्टर महेश भट्ट भी ऐसे ही एक प्रदर्शन में शामिल हुए। उन्होंने मुंबई में कांग्रेस नेता संजय झा के साथ मिलकर अधिनियम के खिलाफ आवाज उठाई और कुछ फोटो ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, "हम भारत के लोगों ने संप्रभु समाजवादी धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में भारत के गठन का संकल्प लिया है। (आंबेडकर के निवास पर, संविधान की प्रस्तावना पढ़ने के बाद।)" । महेश भट्ट को ऐसा करते देख कंगना रनोट की बहन रंगोली चंदेल ने उनपर निशाना साधा है। रंगोली ने ट्वीट कर महेश को खरीखोटी सुनाई है और साथ ही उनसे सवाल भी पूछा है। 


रंगोली बोली आपको मिर्ची क्यों लग रही है
रंगोली ने महेश भट्ट के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा, "भट्ट साहब पूरी दुनिया में मुसलमानों के लिए करीब 50 देश हैं, इस ग्रह पर करीब 80 ईसाई / कैथोलिक देश हैं, लेकिन पूरी दुनिया में सिर्फ एक ही हिंदू देश है। अगर हम अपनी सुरक्षा कर रहे हैं तो आपको मिर्ची क्यों लग रही है। कहां जाएंगे हिंदू।" रंगोली ने आगे अपने एक ओर ट्वीट कर लिखा- "जब हमने मुस्लिम लीग के आग्रह पर पाकिस्तान को अलग कर दिया था तो अब हम इसे हिंदू राष्ट्र कहने के लिए क्यों शर्मिंदा हों? यह हिंदू राष्ट्र है और हमेशा रहेगा, सुधर जाओ टुकड़े गैंग।"

 

बुरे फंसे अक्षय कुमार
नागरिकता संशोधन कानून का देशभर में विरोध हो रहा है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र भी इस कानून का भारी विरोध कर रहे हैं। जामिया में हो रहे विरोध प्रदर्शन पर अक्षय कुमार ने एक ट्वीट किया है, जो काफी वायरल हो रहा है। अक्षय ने इस ट्वीट के जरिए सफाई दी है और कहा है कि उनसे जामिया के छात्रों का ट्वीट गलती से लाइक हो गया था, जिसे बाद में उन्होंने अनलाइक कर दिया। अक्षय ने लिखा- 'ये ट्वीट जामिया के छात्रों के ट्वीट को 'लाइक' करने को लेकर है, ये गलती से हुआ था। मैं स्क्रॉल कर रहा था और गलती से बटन दब गया, जब मुझे इस बात का अहसास हुआ तो मैंने इसे अनलाइक कर दिया। मैं किसी भी तरह से इस तरह की गतिविधियों का समर्थन नहीं करता हूं।'