सार

महमूद ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म 'सीआईडी' से की थी। अपनी कॉमेडी और हाव-भाव से दिल जीतने वाले एक्टर के सामने कभी अमिताभ बच्चन को भी फिल्म के एक सीन के लिए गिड़गिड़ाना पड़ा था।

मुंबई. अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाने वाले महमूद अली का जन्म 29 सितंबर 1933 को मुंबई में हुआ था। उनका निधन 23 जुलाई, 2004 को अमेरीका में हुआ था। एक्टर ने अपनी कॉमेडी और हाव भाव से सभी को दीवाना बना दिया था। महमूद ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म 'सीआईडी' से की थी। अपनी कॉमेडी और हाव-भाव से दिल जीतने वाले एक्टर के सामने कभी अमिताभ बच्चन को भी फिल्म के एक सीन के लिए गिड़गिड़ाना पड़ा था। बिग बी के लाख कहने के बावजूद भी महमूद उनकी गुजारिश पर नहीं माने थे।

ये था मामला 

दरअसल, उस वक्त अमिताभ फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने के लिए स्ट्रगल कर रहे थे। 'बॉम्बे टू गोवा' फिल्म की शूटिंग चल रही थी और अमिताभ से महमूद ने नाचने के लिए कहा। अमिताभ इतना डर गए कि महमूद के पैरों में गिरकर रोने लगे थे। महमूद ने 'बॉम्बे टू गोवा' को अमिताभ बच्चन और अपने भाई अनवर अली को लॉन्च करने के लिए बनाई थी। इसमें एक गाना था 'देखा ना हाय रे सोचा ना' और महमूद चाहते थे कि अमिताभ उस गाने पर नाचें। लेकिन अमिताभ को नाचना आता नहीं था और जैसे ही उन्हें इस बारे में पता चला कि महमूद साहब उन्हें नचाना चाहते हैं तो वो घबरा गए। ऐसे लगा जैसे किसी ने उनकी जान ही मांग ली हो। 

हालांकि, अमिताभ बच्चन ने जैसे-तैसे नाचना शुरू किया, लेकिन उनके डांस स्टेप धुन के साथ मैच ही नहीं हो रहे थे। लोग उनका मजाक उड़ाने लगे। इस पर वो दुखी होकर अपने कमरे में चले गए। महमूद चारों तरफ उन्हें ढूंढते रहे और जब उन्हें लोगों ने बताया कि अमिताभ अपने कमरे में हैं तो महमूद बाहर ही अमिताभ का इंतजार करने लगे। घंटो इतंजार के बावजूद भी बिग बी बाहर नहीं आए। लेकिन जब खुद महमूद उन्हें लेने गए तो देखा कि उन्हें 102 डिग्री बुखार था। महमूद को देख अमिताभ घबरा गए और सोचने लगे कि वो बुखार में भी उन्हें नचाकर ही दम लेंगे। बस फिर क्या था अमिताभ बच्चन जोर-जोर से रोने लगे और महमूद के पैरौं मे गिरकर गिड़गिड़ाए। अमिताभ ने महमूद से कहा, ' भाईजान मुझसे डांस नहीं हो पाएगा, मुझे नाचना नहीं आता।' लेकिन महमूद का दिल नहीं पिघला और उन्होंने कहा कि जो चल सकता है वो नाच भी सकता है।