सार

BCCI प्रेसिडेंट सौरव गांगुली महिला खिलाड़ियों को भी IPL में खेलते देखना चाहते हैं। इसके लिए गांगुली ने 2020 सीजन में कुछ मैच ट्रायल के रूप में भी रखने का फैसला किया है। 

नई दिल्ली. BCCI ने IPL में अब महिला खिलाड़ियों को भी शामिल करने का फैसला किया है। BCCI प्रेसिडेंट सौरव गांगुली महिला खिलाड़ियों को भी IPL में खेलते देखना चाहते हैं। इसके लिए गांगुली ने 2020 सीजन में कुछ मैच ट्रायल के रूप में भी रखने का फैसला किया है। गांगुली का कहना है कि महिलाओं को IPL में शामिल करने में और उनकी 7 से 8 टीमें बनाने में कम से कम 4 से 5 साल का समय है। IPL के पिछले सीजन में ही BCCI ने ट्रायल के लिए मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में एक मैच रखा था, पर इसमें सिर्फ 200 लोग ही शामिल हुए थे। 

सौरव जब से BCCI के अध्यक्ष बने हैं, वो लगातार भारतीय क्रिकेट को बेहतर करने में जुटे हुए हैं। गांगुली ने इससे पहले NCA को और भी बेहतर करने के लिए राहुल द्रविड़ के साथ मीटिंग की थी। इसके बाद भारत का पहला डे-नाइट टेस्ट मैच भी गांगुली के प्रयासों की वजह से ही हो पाया था। अब गांगुली महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए IPL में उन्हें शामिल करना चाहते हैं। 

भारत में पिछले कुछ सालों में महिला क्रिकेट जमकर पॉपुलर हुआ है। वर्ल्डकप फाइनल से लेकर सीरीज के मैचों में भी लोगों ने महिला क्रिकेट में रुचि दिखाई है। मिताली राज के बाद हरमनप्रीत कौर, स्मृति मांधाना और प्रिया पूनिया जैसी खिलाड़ी भी अब लोकप्रिय हो रही हैं। 

महिला खिलाड़ियों को IPL में शामिल करने को लेकर गांगुली का कहना है कि हमें और भी महिला खिलाड़ियों की जरूरत है। देश में अभी भी लड़कियों में क्रिकेट को लेकर क्रेज नहीं है। इस वजह से 7 से 8 टीम के लिए हमारे पास पर्याप्त खिलाड़ी भी नहीं है। गांगुली का मानना है कि देश में IPL शुरू करने के लिए कम से कम 150 से 160 अच्छी महिला खिलाडियों की जरूरत है, पर भारत में अभी सिर्फ 50 से  60 महिला खिलाड़ी ही हैं। BCCI प्रसिडेंट ने उम्मीद जताई है कि अगले 4 सालों में महिला क्रिकेटरों की संख्या बढ़ जाएगी और देश में महिला IPL भी शुरू हो सकेगा।