सार
ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Yadav) के खराब प्रदर्शन के बाद युवा स्पिनर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) की टीम में वापसी की मांग ने फिर जोर पकड़ लिया है।
स्पोर्ट्स डेस्क: भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Yadav) के साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में वापसी करने में विफल रहे। अश्विन के खराब प्रदर्शन के बाद युवा स्पिनर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) की टीम में वापसी की मांग ने फिर जोर पकड़ लिया है। क्रिकेट जगत के कई दिग्गजों ने भी कुलदीप को टीम में चुने जाने की वकालत की है।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने कहा, "अब समय आ गया है जब हमें कुलदीप यादव पर फिर से भरोसा दिखाना चाहिए। कुलदीप ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए पूर्व में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। वर्तमान में भी टीम को उनकी जरूरत है।"
पूर्व भारतीय टेस्ट ओपनर आकाश चोपड़ा ने कुलदीप यादव को लेकर कहा, "भारत के साउथ अफ्रीकी दौरे पर अगर कुलदीप यादव टीम के साथ होते तो बात कुछ और होती। चयनकर्ताओं को टीम की जरूरत को समझना होगा। सीमित ओवर क्रिकेट में कुलदीप यादव कहीं ज्यादा प्रभावी नजर आते हैं।"
एक समय था कुलदीप का दबदबा
साल 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल का दबदबा था। चहल ने पिछली बार 2018 में साउथ अफ्रीका में ही वनडे सीरीज खेली थी। उस सीरीज में कुलदीप ने 17 विकेट लिए थे। इस जोड़ी ने साल 2017 से 2019 के बीच सीमित ओवर क्रिकेट में बड़ी सफलता हासिल की थी। एक वक्त ऐसा भी था जब पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने उन्हें 2019 में विदेशी परिस्थितियों में भारत का नंबर 1 स्पिनर करार दिया था। हालांकि इस 27 वर्षीय खिलाड़ी के लिए पिछले दो साल कठिन रहे हैं।
यूपी में जन्मे स्पिनर कुलदीप ने 65 मैचों के वनडे करियर में 107 विकेट लिए हैं। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 23.85 की औसत से 26 विकेट लिए हैं। कुलदीप के टेस्ट क्रिकेट में भी अपना स्थान नहीं जमा पाने के पीछे बड़ी वजह ये भी रही क्योंकि अश्विन और रवींद्र जडेजा इस फॉर्मट के सबसे बड़े और पसंदीदा विकल्प बन गए हैं।
अश्विन का खराब प्रदर्शन खोल सकता है यादव के लिए रास्ता
हाल ही में टेस्ट और एकदिवसीय श्रृंखला दोनों में प्रोटियाज के खिलाफ अश्विन के खराब प्रदर्शन ने तमिलनाडु के 35 वर्षीय स्पिनर के विदेशी प्रदर्शन पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। टेस्ट सीरीज में, उन्होंने प्रोटियाज के खिलाफ तीन मैचों में 64.1 ओवरों में केवल तीन विकेट लिए और दो वनडे मैचों में अश्विन ने सिर्फ एक विकेट लिया। तीसरे वनडे में वह प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं थे।
अश्विन के घर और बाहर के प्रदर्शन में दिन-रात का अंतर
अश्विन ने 84 टेस्ट में 24.38 के औसत और 2.77 की इकॉनमी से 430 विकेट लिए हैं। उन्होंने 30 बार एक पारी में 5 विकेट लिए हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 7/59 रहा। हालांकि, उनके अधिकांश विकेट (300) उनके 49 घरेलू मैचों में हैं। जिसमें उनका औसत 21.40 और इकॉनमी 2.69 की रही। विदेशी सरजमीं पर अपने 34 मैचों में उन्होंने 31.88 की औसत और 2.93 की इकॉनमी से केवल 126 विकेट लिए।
यह भी पढ़ें:
IND vs SA: ऋषभ पंत के खराब शॉट ने विराट कोहली को दिलाया गुस्सा, नाराजगी से देखते नजर आए पूर्व कप्तान