सार
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने खुलासा किया कि टेस्ट में दर्शकों की नस्लीय टिप्पणियां किए जाने के बाद अंपायरों ने उनकी टीम को टेस्ट बीच में छोड़ने को कहा था। लेकिन कप्तान ने अजिंक्य रहाणे ने कहा कि 'हम मैदान नहीं छोड़ेंगे। हम खेल का सम्मान करेंगे और ऐसे माहौल में भी डटकर खेलेंगे।'
स्पोर्ट्स डेस्क : क्रिकेट के मैदान में अंपायरों का काम होता है हर चीज का सही निर्णय देना। चाहे खेल के दौरान कोई फैसला देना हो, या किसी भी टीम के खिलाड़ी के हित के लिए कोई बात हो। लेकिन ऑस्ट्रेलिया में सिडनी के मैदान पर जब भारतीय खिलाड़ियों से अशब्द कहे गए थे, तब अंपायर का जवाब हैरान कर देने वाला थी। गुरुवार को जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से वापस लौटी तो क्रिकेटर्स ने अपने कई सारे अनुभव मीडिया के साथ शेयर किया। इस दौरान भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने खुलासा किया कि टेस्ट में दर्शकों की नस्लीय टिप्पणियां किए जाने के बाद अंपायरों ने उनकी टीम को टेस्ट बीच में छोड़ने को कहा था। लेकिन कप्तान ने अजिंक्य रहाणे ने कहा कि 'हम मैदान नहीं छोड़ेंगे। हम खेल का सम्मान करेंगे और ऐसे माहौल में भी डटकर खेलेंगे।' बता दें कि मोहम्मद सिराज ने ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में डेब्यू किया और 1 बार नहीं 2 बार नस्लीय टिप्पणी झेलने के बाद भी सीरीज में भारत की ओर से सबसे अधिक 13 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया है।
'दर्शकों की गाली ने मुझे मजबूत बनाया'
हैदराबाद पहुंचने के बाद मोहम्मद सिराज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे। जहां उन्होंने कई सारे मुद्दों पर खुलकर अपने विचार रखें, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में कोरोना प्रोटोकॉल के चलते सभी खिलाड़ी मीडिया से दूर थे। पत्रकारों से बातचीत के दौरान सिराज ने कहा कि 'सिडनी टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई भीड़ ने मुझे गाली देनी शुरू कर दी। लेकिन इसने मुझे मानसिक रूप से मजबूत ही बनाया। मेरी सबसे बड़ी चिंता थी कि इससे मेरे प्रदर्शन में गिरावट नहीं आनी चाहिए। मेरा काम अपने कप्तान को बताना था कि मेरे साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है और मैंने ऐसा ही किया।'
पिता की कब्र पर जाकर भावुक हुए सिराज
ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतकर भारत पहुंचे मोहम्मद सिराज हैदराबाद आने के बाद घर जाने के बजाय सबसे पहले कब्रिस्तान गए। वहां अपने पिता मोहम्मद गोस की कब्र पर फूल चढ़ाए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। बता दें कि सिराज के पिता का 20 नवंबर को फेफड़ों की बीमारी के चलते निधन हो गया था। सिराज तब से आस्ट्रेलिया में भारतीय टीम के साथ थे। प्रेस कॉन्फेंस के दौरान उन्होंने इस बारे में बात करते हुए कहा कि 'पिता की मौत मेरे लिए मुश्किल और मानसिक रूप से निराशाजनक थी। जब मैंने घर वालों से फोन पर बात की तो उन्होंने मुझे पिताजी के सपने को पूरा करने के लिए कहा। मेरी मंगेतर के साथ ही मेरी टीम ने भी मेरा पूरा समर्थन किया। उन्होंने कहा कि मैंने अपने सभी विकेट अपने पिता को समर्पित कर दिए हैं।'