सार

टी20 विश्वकप के सुपर-12 राउंड की शुरूआत 22 अक्टूबर से होगी और भारतीय टीम का पहला मैच 23 अक्टूबर को (Ind vs Pak) चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के साथ है। अब दुनिया की 12 टीमें खिताब के लिए असल दावेदारी पेश करेंगी। टीम इंडिया इस बार विश्वकप जीतने वाली सबसे फेवरेट टीम है। 
 

T20 World Cup Preview. टी20 विश्वकप में सुपर-12 की जंग 22 अक्टूबर 2022 से शुरू हो जाएगी और अगले 15 दिनों तक दुनिया की 12 टीमें एक-दूसरे से आगे जाने की होड़ में दिखाई देंगी। टीम इंडिया की अग्नि परीक्षा पहले ही मैच में होने जा रही है क्योंकि यह मुकाबला चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के साथ होने वाला है। हालांकि क्रिकेट एक्सपर्ट मानते हैं भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन मौजूदा वक्त में दुनिया के सबसे मजबूत प्लेइंग इलेवन है। यही कारण है कि भारत 15 साल के बाद फिर से टी20 विश्वकप जीतने का प्रबल दावेदार है। आइए जानते हैं क्या टीम इंडिया की मजबूती और क्यों भारत को फेवरेट माना जा रहा है...

अब तक कैसा रहा है वर्ल्ड कप का सफर
टी20 विश्वकप की शुरूआत 2007 में हुई और महेंद्र सिंह धोनी को सबसे युवा टीम की कमान सौंपी गई थी। महेंद्र सिंह उस वक्त खुद बेहद युवा थे। तब टीम ने ऐसा कमाल किया जिसे देखकर देश के करोड़ों क्रिकेट फैंस का दिल बाग-बाग हो गया। यह धोनी की कप्तानी का ही असर रहा कि नए-नए खिलाड़ियों को जब, जहां मौका मिला उन्होंने टीम के लिए प्रदर्शन किया विश्वकप भारत की झोली में डाल दिया। इसके बाद 2014 और 2016 में भी भारतीय टीम फाइनल तक पहुंची लेकिन खिताब से चूक गई। जबकि पिछला यानि 2021 का विश्वकप भारत के लिए सबसे ज्यादा निराशाजनक रहा। 2021 में ही पाकिस्तान ने भी विश्वकप में पहली बार भारत को शिकस्त दी लेकिन सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बात यह थी कि भारत 10 विकेट से हार गया। अब इन पुरानी यादों को पीछे छोड़कर भारतीय टीम फिर से मैदान में उतरने वाली है। 

टीम इंडिया की ताकत उनकी बैटिंग में है
दुनिया की सभी 12 टीमों की बैटिंग लाइनअप को भारतीय टीम के साथ मैच किया जाए तो टीम इंडिया की बैटिंग सबसे स्ट्रांग नजर आएगी। भले ही दूसरी टीमों के खिलाड़ी किसी मैच में बड़ी पारियां खेल जाएं लेकिन भारतीय टीम के पास नंबर 7 तक ऐसे-ऐसे बल्लेबाज हैं जो किसी भी विरोधी टीम पर भारी पड़ सकते हैं। ओपनिंग में केएल राहुल और रोहित शर्मा की जोड़ी चल जाए तो 200 प्लस रन बनते देर नहीं लगेगी। वहीं नंबर तीन पर दुनिया के सबसे खतरनाक बैट्समैन विराट कोहली हैं जो अकेले दम पर टीम के लिए बड़ा स्कोर बना सकते हैं। नंबर 4 पर तूफानी पारी खेलने वाले सूर्यकुमार यादव हैं। इसके बाद नंबर 5 पर ऑलराउंडर और किसी भी गेंदबाज के खिलाफ छक्के जड़ने वाले हार्दिक पंड्या, नंबर 6 पर परिपक्व हो चुके दिनेश कार्तिक और नंबर 7 पर अक्षर पटेल जैसा विस्फोटक बल्लेबाज भारतीय टीम की रीढ़ है।

बल्लेबाजों की स्ट्राइक रेट और ऑलराउंडर
भारतीय बल्लेबाजों को खतरनाक इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इस टीम में कोई ऐसा बल्लेबाज नहीं है जो ज्यादा गेंद खेलकर कम रन बनाने वाला हो। विराट कोहली का स्ट्राइक रेट विश्वकप में दुनिया में सबसे ज्यादा है। रोहित शर्मा, केएल राहुल कम गेंद पर ज्यादा रन बनाने के लिए विख्यात हैं। सूर्यकुमार यादव तो पिछले कुछ महीने से 175 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से रन बना रहे हैं। दिनेश कार्तिक को 6 गेंद भी मिलती है वे छक्के-चौके जरूर लगाते हैं। हार्दिक पंड्या ऐसे खिलाड़ी हैं कि चार-पांच गेंद पर उनकी आंखे जम गई तो वे किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को तहस-नहस करने की क्षमता रखते हैं। टीम के दो ऑलराउंडर यानि पंड्या और अक्षर पटेल के अलावा अनुभवी रविचंद्रन अश्विन भी हैं जो टी20 मैच में अक्सर कम गेंद पर ज्यादा रन बना रहे हैं। पिछले मैच में अश्विन ने आते ही बड़ी आसानी से प्वाइंट के उपर छक्का जड़ दिया, जो कि किसी बल्लेबाज के लिए भी मुश्किल होता है। 

कब-कब हैं भारत के मैच

  • 23 अक्टूबर को भारत बनाम पाकिस्तान का मैच है
  • 27 अक्टूबर को भारत बनाम क्वालीफायर का मैच है
  • 30 अक्टूबर को भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका का मैच है
  • 02 नवंबर को भारत बनाम बांग्लादेश का मैच है
  • 06 नवंबर को भारत बनाम क्वालीफायर का मैच है

भारतीय गेंदबाजी भी पटरी पर लौटी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वार्मअप मैच में भारतीय गेंदबाजी पटरी पर लौटती दिख रही है। अनुभवी भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी सिचुएशन के हिसाब से गेंदबाजी करने में माहिर हैं और पिच से स्विंग मिली तो ये दोनों गेंदबाज सामने वाली टीम के लिए खतरा बन सकते हैं। वहीं युवा गेंदबाज हर्षल पटेल और अर्शदीप सिंह भी विश्वकप में गेंदबाजी के मिले मौके को पूरी तरह से भुनाने की कोशिश करेंगे। पांचवें गेंदबाज की भूमिका में हार्दिक पंड्या के मुकाबले कोई और नहीं है। स्पिन अटैक की बात करें तो रविचंद्रन अश्विन के अलावा युजवेंद्र चहल टीम में शामिल हैं। ये दोनों गेंदबाज किसी भी वक्त विकेट लेने की क्षमता रखते हैं। अश्विन तो ऐसे गेंदबाज हैं जो पावर प्ले में भी 6 से कम का औसत देने के लिए जाने जाते हैं। यदि भारतीय बैटिंग लाइनअप ने बढ़िया खेल दिखाया तो ये गेंदबाज मिलकर उस टार्गेट को डिफेंड करने की क्षमता रखते हैं। 

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