सार
टी20 का आगाज होने में अब महज 2 दिनों का समय शेष है। सभी टीमें अपने बेस्ट प्लेइंग इलेवन के साथ ऑस्ट्रेलिया पहुंच रही हैं। लेकिन इन सबके बीच दुनिया के कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं जो किसी न किसी कारण से टी20 विश्वकप का हिस्सा नहीं हैं। इन्हें क्रिकेट फैंस इस बार मिस करेंगे। इनमें भारत के भी दो खिलाड़ियों का नाम है।
T20 World Cup Missing Eleven. टी20 विश्व कप का आगाज 16 अक्टूबर से हो जाएगा और इसके बाद टी20 मैचों में धूम-धड़ाका भी शुरू हो जाएगा। दुनिया की सभी टीमें अपने सबसे बेस्ट प्लेयर के साथ मैदान पर उतरेंगी। लेकिन क्रिकेट फैंस उन खिलाड़ियों को भी मिस करेंगे जो क्रिकेट के इस फार्मेट के बादशाह कहे जाते हैं। किसी न किसी कारण से वे अपनी-अपनी टीमों का हिस्सा नहीं हैं लेकिन उनका खेल सभी फैंस को बेहद भाता है और फैंस उन्हें याद जरूर करेंगे। विश्वकप शुरू होने से पहले फैंस ने इन खिलाड़ियों की एक टीम बनाई है, जिसे मिसिंग इलेवन कहा जा रहा है। आइए जानते हैं इस मिसिंग इलेवन टीम का हिस्सा कौन-कौन है...?
यह हैं मिसिंग इलेवन का बैटिंग ऑर्डर
इस बार जिन खिलाड़ियों को टी20 विश्वकप में मिस किया जाएगा उनमें सबसे बड़ा नाम इंग्लैंड के ओपनर जॉनी बेयरेस्टो और वेस्टइंडीज के हार्ड हिटर शिमरान हेटमायर का नाम सबसे उपर है। ये दोनों ऐसे खिलाड़ी हैं जो शुरू के 5-6 ओवर में ही गेम का नक्शा चेंज कर देते हैं। अगला नाम अफ्रीकी प्लेयर रसी वानडर और पाकिस्तानी प्लेयर शोएब मलिक का है, जो नंबर तीन और चार पर आकर टीम को मजबूती देने का काम करते हैं। नंबर पांच पर ऑलराउंडर आंद्रे रसेल और नंबर 6 पर टीम इंडिया के ऑल टाइम फेवरेट रविंद्र जडेजा का नाम है, जो लास्ट के ओवर्स में तूफानी पारियां खेलने के लिए जाने जाते हैं।
यह है मिसिंग इलेवन की बॉलिंग लाइन
टी20 विश्वकप में हम जिन खिलाड़ियों को गेंदबाजी एक्शन के दौरान मिस करेंगे उनमें सबसे पहला नाम टीम इंडिया के तूफानी गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का नाम है। साथ ही प्रिटोरियस को भी फैंस मिस करेंगे। अगला नाम वेस्टइंडीज के हरफनमौला सुनील नरायन का है जिनकी फिरकी में फंसकर कई टीमें धराशायी हो जाती हैं। ज्योफ्रा आर्चर और नाथन एलिस की तूफानी गेंदबाजी भी इस वर्ल्ड कप में नहीं दिखाई देगी। फैंस का मानना है कि इन खिलाड़ियों के बिना विश्व कप का मजा कुछ फीका नजर आएगा।
जानें क्यों इनको मिस करेंगे
- जॉनी बेयरेस्टो- इंग्लैंड टीम के ओपनर जॉनी बेयरेस्टो के बाएं पैर में चोट लगी है। जिसकी वजह से वे टी20 वर्ल्डकप का हिस्सा नहीं हैं। जॉनी बेयरेस्टो चोटिल होने से पहले जबरदस्त फॉर्म में चल रहे थे। उनका टी20 वर्ल्ड कप में न होना इंग्लिश टीम के लिए बड़ा झटका है। जॉनी बेयरेस्टो ने 66 टी20 मैच की 60 पारियों में 136 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। वे 12 बार नॉट ऑउट रहे और 120 चौके और 57 छक्के मारकर इंग्लिश टीम में सबसे उपर हैं।
- शिमरॉन हेटमायर- वेस्टइंडीज के शिमरॉन हेटमायर सबसे दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से टी20 वर्ल्डकप से बाहर हो गए। कहा गया कि उनकी फ्लाइट छूटने की वजह से बोर्ड ने उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। शिमरॉन हेटमायर ने 42 टी20 मैचों में 118 के स्ट्राइक रेट से 52 चौके और 41 छक्के जड़े हैं। पिछले विश्वकप में भी हेटमायर ने बढ़िया प्रदर्शन किया था।
- वान डर डसेन- साउथ अफ्रीका के वान डार डसेन भी चोट की वजह से टीम से बाहर हैं। डसेन ने टी20 की 37 पारियों में 128 के स्ट्राइक रेट से 66 चौके और 45 छक्के जड़े हैं। अफ्रीकी टीम में डेविड मिलर के बाद सबसे खतरनाक बल्लेबाज माने जाते हैं।
- शोएब मलिक- पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक इस बार टी20 टीम का हिस्सा नहीं हैं। उनके बाहर होने का कोई कारण नहीं बताया गया है कि लेकिन उम्र की वजह से अब वे टी20 वर्ल्ड कप का हिस्सा नहीं। पाकिस्तान की खिताबी जीत में शोएब मलिक ने शानदार बैटिंग की थी। पिछले विश्वकप में भारत को हराने में भी उनकी बड़ी भूमिका थी।
- आंद्रे रसेल- वेस्टइंडीज के इस 34 वर्षीय विस्फोटक बल्लेबाज को टीम में नहीं चुना गया है जिसकी वजह से वे टी20 विश्वकप में शामिल नहीं होंगे। रसेल ने इंटरनेशल क्रिकेट में 62 छक्के और आईपीएल में 175 छक्के जड़े हैं। रसेल का स्ट्राइक रेट 177 से ज्यादा है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वे कितने खतरनाक हैं।
- रविंद्र जडेजा- 33 साल के रविंद्र जडेजा ने घुटने का ऑपरेशन कराया है। इसी वजह से वे वर्ल्डकप टीम का हिस्सा नहीं हैं। वे एशिया कप में ही टीम से बाहर हो गए थे। जडेजा टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद ऑलराउंडर हैं जो गेंद व बल्ले दोनों से कमाल करते हैं। जडेजा की फील्डिंग भी लाजवाब होती है। जडेजा टी20 की 34 पारियों में 124 के स्ट्राइक रेट से 34 चौके 12 छक्के जड़े हैं जबकि आईपीएल में उन्होंने 90 छक्के मारे हैं।
- ड्वेन प्रिटोरियस- दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर ड्वेट प्रिटोरियस की कमी अफ्रीकी टीम को खेलेगी जो चोट की वजह से टीम से बाहर हो गए हैं। टी20 में 164 की स्ट्राइक रेट से रन बनाने वाले प्रिटोरियस किफायती गेंदबाजी भी करते हैं। पिछले विश्वकप में प्रिटोरियस सबसे कामयाब ऑलराउंडर थे।
- जसप्रीत बुमराह- पीठ की चोट के कारण जसप्रीत बुमराह टीम इंडिया की टी20 वर्ल्ड कप टीम से बाहर हैं। कुल 60 टी20 मैचों में 70 विकेट लेने वाले बुमराह का औसत 6 रन प्रति ओवर के करीब है। वे 11 बार 3 या तीन से ज्यादा विकेट लेने वाले इकलौते भारतीय गेंदबाज हैं।
- सुनील नरायन- वेस्टइंडीज के वेटरन क्रिकेटर सुनील नरायन अब वेस्टइंडीज टीम का हिस्सा नहीं हैं। पिछले कुछ वर्षों से वे आईपीएल में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। 2012 में वेस्टइंडीज की टी20 वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा रहे सुनील नरायन शानदार स्पिनर होने के साथ ही विस्फोटक बल्लेबाज भी हैं।
- ज्योफ्रा आर्चर- इंग्लैंड के तेज गेंदबाज आर्चर बदकिस्मती से लगातार दूसरी बार वर्ल्डकप टी20 का हिस्सान नहीं बन पाए हैं। टी20 के 12 मैच में 14 विकेट लेने वाले आर्चर मौजूदा समय में इंग्लैंड के सबसे घातक गेंदबाज हैं। हालांकि चोट की वजह से वे इस बार भी विश्वकप नहीं खेल पा रहे।
- नाथन एलिस- ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज टी20 वर्ल्ड कप का हिस्सा नहीं है और चोट की वजह से उन्हें बाहर बैठना पड़ा है। एलिस ने 5 टी20 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 15 विकेट लिए हैं। 1 बार 4 विकेट लेने का कारनामा भी वे कर चुके हैं। एलिस टीम में होते तो ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी सबसे खतरना हो जाती।
टीम इंडिया में बेस्ट प्लेयर्स
भारतीय टीम के पूर्व कोच और कमेंटेटर रवि शास्त्री ने दावा किया है कि मौजूदा विश्वकप में गई भारतीय टीम अब तक की सबसे बेस्ट प्लेइंग इलेवन है। टीम में सूर्यकुमार यादव ने मिडिल ऑर्डर में जान डाल दी है। वहीं हार्दिक पंड्या और दिनेश कार्तिक डेथ ओवर्स में गेंदबाजों की धुनाई करते दिखेंगे। रवि शास्त्री ने यह भी कहा कि जसप्रीत बुमराह की गैर मौजूदगी में भारतीय बल्लेबाजों को ज्यादा रन बनाने चाहिए ताकि उनकी भरपाई की जा सके। हालांकि शास्त्री ने भारतीय फील्डिंग को लेकर चिंता जताई है और कहा कि फील्डिंग में सुधार के बाद 15-20 रन बचाए जा सकते हैं, जो कि टी20 गेम में बड़ा असर डाल सकता है।
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