सार

भारत के पूर्व विश्व विजेता कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) ने विराट कोहली (Virat Kohli) को लेकर बड़ा दिया है।

स्पोर्ट्स डेस्क: विराट कोहली (Virat Kohli) द्वारा भारत की टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने के फैसले से हर कोई हैरान है। इस क्रम में भारत के पूर्व विश्व विजेता कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) ने बड़ा दिया है। उन्होंने कहा, "कोहली काफी दिनों से दवाब में दिख रहे थे। अब उन्हें ईगो छोड़कर नए कप्तान के अंडर खेलना होगा।" 

विराट को ईगो त्यागना होगा 

कपिल देव ने कहा, "सुनील गावस्कर मेरे अंडर खेले थे। मैं श्रीकांत और अजहरूद्दीन के अंडर में खेला था। मुझमे कभी ईगो नहीं रहा। विराट को भी ईगो त्यागना होगा और युवा क्रिकेटर के अंडर में खेलना होगा। इससे उन्हें और भारतीय क्रिकेट को मदद मिलेगी। विराट को नए कप्तान को गाइड करना होगा। हम विराट को एक बल्लेबाज के तौर पर नहीं खो सकते।" 

विराट के फैसले का स्वागत करता हूं

कपिल देव ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, "मैं विराट के कप्तानी छोड़ने के फैसले का स्वागत करता हूं। उन्होंने जब से टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ी है वह काफी बुरे समय से गुजर रहे हैं। हालिया समय में वे काफी चिंतित दिखाई दिए हैं। अब वह काफी दबाव में नजर आते हैं। उनका ये फैसला खुलकर खेलने के लिए हो सकता है।" 

देश को उनका सपोर्ट करना चाहिए 

पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, "विराट कोहली ने इतना बड़ा फैसले लेने से पहले जरूर सोचा होगा। वह परिपक्व इंसान हैं। हो सकता है कि अब वह कप्तानी का लुत्फ नहीं उठा रहे हो। पूरे देश को उनका सपोर्ट करना चाहिए और उन्हें शुभकामनाएं देनी चाहिए।" 

बतौर कप्तान बेहद सफल रहे कोहली 

विराट कोहली के पास भारत के टेस्ट कप्तान (68 मैच) के रूप में सबसे अधिक टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड है। उनके पास एक भारतीय कप्तान (40 मैच) द्वारा सर्वाधिक टेस्ट जीत का रिकॉर्ड भी है। टेस्ट क्रिकेट में कप्तान के तौर पर कोहली से ज्यादा मैच सिर्फ ग्रीम स्मिथ, रिकी पोंटिंग और स्टीव वॉ ने जीते हैं। 

कोहली ने सात साल बाद छोड़ी कप्तानी 

विराट कोहली ने सात साल तक टीम की अगुवाई करने के बाद शनिवार को भारत के टेस्ट कप्तान का पद छोड़ दिया था। पिछले साल, कोहली ने टी 20 इंटरनेशनल कप्तान के रूप में पद छोड़ दिया था। इसके बाद उन्हें वनडे की कप्तानी से बीसीसीआई ने हटा दिया था। इसके पीछे कारण दिया गया कि चयनकर्ता सफेद गेंद के प्रारूप के लिए एक कप्तान चाहते थे। 

हर सफर का होता है एक अंत...

कोहली ने ट्वीट कर लिखा, "पिछले सात सालों से लगातार कड़ी मेहनत की और हर दिन टीम को सही दिशा में पहुंचाने की हर संभव प्रयास किया। मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी के साथ किया, इसमें किसी प्रकार की कोई कसर नहीं छोड़ी. लेकिन हर सफर का एक अंत होता है, मेरे लिए टेस्ट की कप्तानी को खत्म करने का यही सही समय है।" 

बीसीसीआई का शुक्रिया अदा किया

विराट कोहली ने बीसीसीआई को लेकर कहा, "मैंने हमेशा मैदान पर 120 प्रतिशत देने की प्रयास किया। अगर मैं ऐसा नहीं कर पा रहा हूं तो मुझे लगता है कि यह करना सही नहीं है। मेरा दिल पूरी तरह साफ है और मैं अपनी टीम के साथ बुरा नहीं कर सकता। कोहली ने लिखा कि मैं बीसीसीआई को इतने लंबे समय तक अपने देश का नेतृत्व करने का मौका देने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. आप सभी ने इस सफर में और मेरे विजन को पूरा करने में अहम रोल अदा किया।" 

धोनी और शास्त्री को थैंक्स

महेंद्र सिंह धोनी और रवि शास्त्री को लेकर विराट ने कहा, "मैं रवि शास्त्री और बाकी सपोर्ट ग्रुप को भी शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। वह टेस्ट में हमेशा ऊपर जानी वाली टीम इंडिया के इंजन थे। अंत में मैं महेंद्र सिंह धोनी को थैंक यू कहना चाहूंगा। उन्होंने मुझमें एक कप्तान देखा और मुझ पर भरोसा जताया कि मैं भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने में समक्ष हो पाऊंगा।" 

विराट कोहली ने 7 साल तक टीम की अगुवाई करने के बाद शनिवार को भारत के टेस्ट कप्तान का पद छोड़ दिया था। पिछले साल, कोहली ने टी 20 इंटरनेशनल कप्तान के रूप में पद छोड़ दिया था। इसके बाद उन्हें वनडे की कप्तानी से बीसीसीआई ने हटा दिया था। इसके पीछे कारण दिया गया कि चयनकर्ता सफेद गेंद के प्रारूप के लिए एक कप्तान चाहते थे। 

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