सार

यूपी के गोरखपुर स्कूल के एक प्रधानाध्यापक पर महिला शिक्षिका ने छेड़खानी और बदसलूकी करने का आरोप लगाया। जांच के बाद प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया। पीड़िता ने बताया कि आरोपित 1 महीने से मिलने का दबाव बना रहा था।

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल पर महिला शिक्षिका ने छेड़खानी करने का आरोप लगाया है। महिला शिक्षिका का आरोप है कि प्रिंसिपल ने उसके साथ स्‍कूल में छेड़खानी और बदसलूकी की है। यह मामला कैम्पियरगंज क्षेत्र का है। यहां पर स्थिति जूनियर हाईस्‍कूल के प्रिंसिपल पर आरोप यह आरोप लगे हैं। शिक्षिका का कहना है कि स्कूल का हेडमास्टर उस पर एक महीने से मिलने का दबाव बना रहा था। 

प्रिंसिपल ने महिला शिक्षक से की छेड़खानी
महिला शिक्षिका ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह प्रिसिपल के कमरे में अटेंडेंस रजिस्टर पर उसके साइन लेने गई थी। इसी दौरान शिक्षिका को अकेला पाकर प्रिंसिपल लाल बहादुर सिंह उससे जबरदस्ती करते हुए छेड़छाड़ करने लगा। जिसके बाद पीड़िता किसी तरह उसके चंगुल से खुद को आजाद कर कमरे से बाहर निकल आई। पीड़ित शिक्षिका ने अब इस मामले पर बीएसए को पत्र लिखकर प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत की है। वहीं मामले की जानकारी होने पर बीएसए ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। 

आरोपित प्रिंसिपल को किया गया सस्पेंड
पीड़ित शिक्षिका ने बताया कि वह कैम्पियरगंज क्षेत्र के एक पूर्व माध्यमिक स्कूल में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात है। पीड़िता गोरखपुर से स्कूल पढ़ने के लिए आती है। उसके घर से स्कूल करीब 62 किलोमीटर दूर है। शिक्षिका ने बताया कि उसके अलावा स्कूल में अन्य दो महिला शिक्षक भी हैं। बीएसए रमेन्द्र कुमार सिंह ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि जूनियर हाईस्‍कूल के प्रिंसिपल की शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी कैम्पियरगंज से कराई गई। वहीं मामले पर रिपोर्ट आने के बाद आरोपित प्रिंसिपल लाल बहादुर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। 

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