सार
जापानी फिल्म, रामायण: द लेजेंड ऑफ़ प्रिंस राम ( Ramayana The Legend of Prince Rama) , वाल्मीकि के महाकाव्य पर ही बेस्ड थी । साल 1993 में जापानी सिनेमाघरों में इस एनीमेशन मूवी को रिलीज़ किया गया था।
एंटरटेनमेंट डेस्क, Ramayana The Legend of Prince Rama : 16 जून को प्रभास और कृति सेनन की अवेटिड फिल्म आदिपुरुष रिलीज़ हो गई है । इस फिल्म को लेकर दर्शकों की मिला जुला रिएक्शन देखने को मिला है । कुछ लोगों को नए कलेवर में श्रीराम की भूमिका पसंद आई है। वहीं कुछ दर्शकों को इसके ग्राफिक्स मटेरियल ने निराश किया है। इस बीच एक बार फिर रामायण पर बनी फिल्में चर्चाओं में आ गई है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम केवल भारत में ही प्रचलित नहीं है। हिंदू ही उनके भक्त केवल हों ऐसा भी नहीं है, राम के चरित्र पर दुनिया के कई देशों में फिल्में, डॉक्युमेंट्री, वेब सीरीज और नाटक बनाए गए है।
जापान में हिट भारत में फ्लॉप हुई फिल्म
जापानी फिल्म, रामायण: द लेजेंड ऑफ़ प्रिंस राम ( Ramayana The Legend of Prince Rama) , वाल्मीकि के महाकाव्य पर ही बेस्ड थी । साल 1993 में जापानी सिनेमाघरों में इस मूवी एनीमेशन मूवी को रिलीज़ किया गया था। हालांकि, भारत में भी इस मूवी को रिलीज़ किया गया था, उस समय ये मूवी बॉक्स ऑफिस पर कोई कमाल नहीं दिखा सकी थी ।
रामायण: द लेजेंड ऑफ प्रिंस राम के लिए भारी भरकम बजट
जापान में बनी रामायण: द लेजेंड ऑफ प्रिंस राम को 6.7 मिलियन डॉलर के भारी भरकम बजट में बनाया गया था । जापानी एनिमेटर यूगो साको ( Yugo Sako) को रामायण पर फिल्म बनाने का विचार तब आया जब वह 1980 के दशक में भारत आए थे । इस मूवी के लिए उन्होंने 60 से अधिक बार भारत की यात्रा की थी। यूगो साको ने श्रीराम की कहानी को बड़े पर्दे पर उतारने के लिए अपने लाइफ के सबसे अहम 10 साल दिए। इसके लिए उन्होंने 13 मिलियन डॉलर भी खर्च किए थे।
यूगो साको ने राम मोहन के साथ मिलकर किया काम
जब साको ने 1985 में पहली बार भारत आए तो उन्होंने अयोध्या के पास एक पुरातात्विक खुदाई ( archaeological excavation near Ayodhya) के बारे में एक डॉक्युमेंट्री, द रामायण रेलिक्स ( The Ramayan Relics ) को फिल्माया था । यह वह समय था जब वह दर्शक किसी स्क्रीन पर पहली बार भगवान राम को देख रहे थे । इसके बाद उन्होंने राम मोहन और लगभग 450 कलाकारों के साथ रामायण की कहानी को फीचर-लेंथ फिल्म में सजोने के लिए काम किया । बता दें कि राममोहन को भारतीय एनिमेशन का पितामह माना जाता है।
इस वजह से बनाई एनीमेशन फिल्म
यूगो साको पहले दिन से कंफर्म थे कि वह रामायण पर एनीमेशन मूवी बनाएंगे। एक इंटरव्यू में खुलासा करते हुए कि उन्होंने कहा था कि "क्योंकि राम भगवान हैं, मुझे लगा कि एक एक्टर के बजाय उन्हें एनीमेशन में फिल्माना ही सबसे बेहतर उपाय होगा ।"
पीएम नरेंद्र मोदी ने की थी फिल्म के प्रोड्यूसर से मुलाकात
यूगो साको की इस मूवी ने जापान में बेहतरीन बिजनेस किया था। हालांकि भारत में ये मूवी (1997) कोई खास कमाल नहीं कर पाई थी । मीडिया रिपोर्टों की मानें तो इस मूवी को लेकर डिस्ट्रीब्यूटर ठीक तरह से काम नहीं किया था । रामायण: द लेजेंड ऑफ प्रिंस राम साल 2022 में एक बार फिर चर्चाओं में आ गई थी, जब पीएम नरेंद्र मोदी ने जापान का दौरा किया था, और इस फिल्म के Executive Producer आत्सुशी मात्सुओ और योशी से मुलाकात की थी । इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में भी इस फिल्म के बारे में बात की थी