Fake Check: सोशल मीडिया पर पीएम मोदी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो एक इन्वेस्टमेंट के लिए एक निवेश मंच का सपोर्ट करते दिख रहे हैं। पीआईबी फैक्ट चेक में ये वीडियो पूरी तरह फर्जी निकला है। इसमें AI की मदद से हेरफेर किया गया है। 

Fact Check: प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) की फैक्ट चेक यूनिट ने गुरुवार, 14 अगस्त को बताया कि ऑनलाइन प्रसारित हो रहा एक वीडियो, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी QuantumAI नामक एक इन्वेस्टमेंट फोरम का समर्थन करते दिखाई दे रहे हैं, पूरी तरह फर्जी है। एक ऑनलाइन विज्ञापन में एम्बेड की गई इस क्लिप में दावा किया गया है कि पीएम मोदी नागरिकों से इस मंच में 21,000 रुपये का निवेश करने का आग्रह कर रहे हैं और इसे सरकार समर्थित पहल बता रहे हैं। पीआईबी फैक्ट चेक ने साफ कहा है कि फुटेज में डिजिटली हेरफेर किया गया है और इसका किसी भी वैध सरकारी योजना से कोई संबंध नहीं है।

'ट्रांजेक्शन राइट्स 54' नाम के फेसबुक पेज का जिक्र

डिजिटली हेरफेर किए गए इस वीडियो को AI की मदद से बनाया गया है, जिसमें पीएम मोदी को इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म को एंडोर्स करते दिखाया गया है। पीआईबी की फैक्ट चेक टीम की ओर से कहा गया कि 'ट्रांज़ैक्शन राइट्स 54' नाम का एक फ़ेसबुक पेज 'क्वांटमएआई' निवेश प्लेटफ़ॉर्म का प्रचार करते हुए एक विज्ञापन चला रहा है। इस विज्ञापन में झूठा दावा किया गया है कि @FinMinIndia ने एक निवेश प्लेटफॉर्म पेश किया है जो ₹21,000 के निवेश पर ₹3.5 लाख प्रति माह का वादा करता है। यह एक घोटाला है। ये एक फर्जी वीडियो है, इसके झांसे में न आएं। निवेश प्लेटफॉर्म/उत्पादों या योजनाओं का प्रचार करने वाले ऐसे वीडियो से सावधान रहें। हालांकि, जब 'ट्रांजेक्शन राइट्स 54' नाम के फेसबुक पेज को खोलकर देखा, तो वहां से अब इस वीडियो को डिलीट किया जा चुका है।

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PIB की लोगों से अपील

पीआईबी ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह के हेरफेर किए गए वीडियो ऑनलाइन निवेश घोटालों के बढ़ते चलन का हिस्सा हैं, जो लोगों को गुमराह करते हैं। नागरिकों को ऐसे फर्जी विज्ञापनों से सतर्क रहने और इनके लिंक या ऑफ़र से न जुड़ने की सलाह दी गई है। पीआईबी ने यह भी दोहराया कि क्वांटमएआई या इसी तरह के अन्य प्लेटफॉर्म के संबंध में प्रधानमंत्री के नाम से कोई ऑफिशियल निवेश योजना मौजूद नहीं है। ऐसी सामग्री देखने वाले लोगों को इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को देनी चाहिए और गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए इसे आगे शेयर करने से बचना चाहिए।

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