सार
त्रिपुर सुंदरी मंदिर में चढ़ाया जाने वाला प्रसिद्ध 'पेड़ा भोग', अब दुनिया भर के भक्तों तक पहुंचा जा सकता है। स्टार्टअप एडवांस टेक्नोलॉजीज कंपनी ने इसकी शुरुआत की है।
फूड डेस्क : त्रिपुर सुंदरी मंदिर (Tripura Sundari temple) अगरतला से 55 किमी की दूरी पर स्थित है। इसका निर्माण महाराजा धन्य माणिक्य देव ने 1501 ईस्वी में किया था। इस मंदिर के दर्शन करने के लिए दुनियाभर से लोग यहां आते हैं। अब त्रिपुर सुंदरी मंदिर में चढ़ाया जाने वाला प्रसिद्ध "पेड़ा भोग" (Peda bhog), जिसे उदयपुर में माताबारी के नाम से जाना जाता है, उसे दुनिया भर के भक्तों तक पहुंचा जा सकता है। हाल ही में, प्रसाद का पहला विदेशी शिपमेंट सिंगापुर भेजा गया है। जिसे एक बांस के हैंडमेड बॉक्स में भरकर पहुंचाया गया।
12 राज्यों समेत विदेशों में पहुंचा जा रहा भोग
स्टार्टअप एडवांस टेक्नोलॉजी के संस्थापक जयंत दत्ता, जो माताबारी प्रसाद को ऑनलाइन वितरित करते हैं, उन्होंने कहा, 'सिंगापुर ऑर्डर हमारा पहला अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर था और हमने इसे दो दिन पहले सफलतापूर्वक डिलीवर किया।' उन्होंने आगे बताया कि 'इसके अलावा, कुल 12 भारतीय राज्यों को ऑर्डर सफलतापूर्वक भेजे गए थे जिनमें उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, पड़ोसी असम, नागालैंड और कई अन्य शामिल हैं।'
ऐसे ऑर्डर करें भोग पेड़ा
स्टार्टअप एडवांस टेक्नोलॉजीज कंपनी ने दीपावली की पूर्व संध्या पर काम करना शुरू किया और लोगों तक पहुंचने के लिए फेसबुक को एक माध्यम के रूप में इस्तेमाल किया और व्हाट्सएप के माध्यम से ऑर्डर लेना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि 'हमारी कंपनी ने ऑनलाइन पूजा की व्यवस्था भी की है। इसके अलावा हमने जन्मदिन पूजा और भोग के लिए एक विशेष सेवा भी शुरू की है। लोग पूजा की तस्वीरें मांगते हैं जब पवित्र मां के सामने प्रसाद चढ़ाया जाता है। लोग 'गोत्र' और नामों का उल्लेख करते हुए विशेष पूजा भी करवाते हैं। ये सेवाएं पहले ही शुरू की जा चुकी हैं।'
फ्रेश रखने के लिए बांस के डिब्बों का होता है यूज
कंपनी के संस्थापक ने बताया कि अब तक, 50 ऑर्डर दिए जा चुके हैं और 23 ऑर्डर लाइन में हैं। फिलहाल दो प्रकार की पैकेजिंग का उपयोग किया जा रहा है- पहला सामान्य और विशेष। विशेष पैकेजिंग में त्रिपुरा के समृद्ध हस्तशिल्प का स्वाद है। 'हमने सोचा कि हमें अपने समृद्ध हस्तशिल्प को भी बढ़ावा देने का मौका नहीं छोड़ना चाहिए। बांस के कारीगर जीवन यापन के लिए चौबीसों घंटे मेहनत करते हैं और यदि हम इस पहल के माध्यम से उनके काम को बढ़ावा दे सकते हैं, यह राज्य के लिए एक अतिरिक्त लाभ होगा। सिंगापुर का ऑर्डर एक विशेष पैकिंग के माध्यम से भेजा गया था।'
त्रिपुर सुंदरी मंदिर की विशेषता
बता दें कि त्रिपुर सुंदरी मंदिर को भारत में हिंदू तीर्थयात्रियों के 51 शक्ति पीठस्थानों में से एक माना जाता है। इस जगह का धार्मिक महत्व काफी अहम है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि देवी सती का दाहिना पैर भगवान शिव के तांडव नृत्य के दौरान यहां गिरा था।
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