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बिहार चुनाव में कितना कीमती है PM मोदी का चेहरा, चुनाव आयोग में चिट्ठी लिखने को क्यों तैयार है BJP?
पटना। आखिरकार तमाम हुज्जतों के बाद बिहार में विधानसभा की जंग के लिए एनडीए (NDA) का ऐलान हो गया। एनडीए में चार दल होंगे। जेडीयू, बीजेपी, हिंदुस्तानी अवामी मोर्चा (HAM) के साथ वीआईपी (VIP) चीफ मुकेश साहनी नए पार्टनर हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) समेत बिहार एनडीए के दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में बंटवारे का ऐलान किया गया। हालांकि प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुकेश साहनी (Mukesh Sahani) मौजूद नहीं थे। उन्हें दी गई सीटों का भी साफ-साफ खुलासा नहीं हुआ मगर चर्चा है कि बीजेपी कोटे की 121 सीटों में से 9 साहनी को मिलेंगी।
| Published : Oct 06 2020, 06:26 PM IST
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प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनडीए नेताओं ने यह भी बताया कि कौन-कौन पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के चेहरे का इस्तेमाल कर सकती है। डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सुशील मोदी (Sushil Modi) ने कहा, "रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) जी स्वस्थ रहते तो एनडीए को ऐसे हालात का सामना नहीं करना पड़ता। जरूरत पड़ी तो हम चुनाव आयोग को लिखकर देंगे एनडीए से जुड़े चार दल ही प्रधानमंत्री मोदी के चित्र का इस्तेमाल कर सकते हैं। अन्य किसी भी दल को उनकी तस्वीर इस्तेमाल करने का अधिकार नहीं है।"
एलजेपी (LJP) चीफ चिराग पासवान (Chirag Paswan) लगातार नरेंद्र मोदी के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं। उनकी तस्वीरों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। पिछले दिनों नीतीश के खिलाफ एक अज्ञात पोस्टर में मोदी को चिराग के साथ खड़ा दिखाया गया था। इसमें नीतीश को कुर्सी का भूखा दिखाया गया था। पोस्टर पर नारा लिखा था- पीएम मोदी से बैर नहीं, नीतीश तेरी खैर नहीं। चिराग पासवान ने एक ट्वीट में भी मोदी की फोटो का इस्तेमाल करते हुए मोदी की तारीफ की थी।
चिराग ने एनडीए से अलग होने की घोषणा करते हुए यह भी कहा था कि वो बीजेपी उम्मीदवारों को छोड़कर हर उस सीट पर कैंडिडेट उतारेंगे जहां जेडीयू और हम के उम्मीदवार होंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि चुनाव बाद बीजेपी के साथ एलजेपी सरकार बनाएगी। एलजेपी के इस स्टैंड की वजह से कन्फ़्यूजन की स्थिति बन गई थी।
बिहार में विपक्ष ने भी एनडीए के स्वरूप और एलजेपी की भूमिका को लेकर सवाल दाग रहा है। मीडिया में भी एलजेपी के स्टैंड को लेकर जबरदस्त चर्चा है। सामने यह भी आया कि जेडीयू नेताओं ने भी इसपर बीजेपी से सफाई की मांग की।
यह तय हुआ कि संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी की ओर से इस चीज को साफ किया जाएगा। ताकि चुनाव में एनडीए की एकजुटता पर कोई हमला न करे। पटना की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुशील मोदी की सफाई इसी कड़ी में आई है।