पति को है सिगरेट पीने की लत, बीवी ने इस्लाम के जानकारों से मांगी राय, मिला ये जवाब
- FB
- TW
- Linkdin
फुलवारीशरीफ निवासी नूरजहां (काल्पनिक नाम) अपने पति के सिगरेट पीने की आदत से काफी परेशान थीं। प्रयास कर रही थीं कि गंदी आदत छूट जाए, मगर सफलता नहीं मिल रही थी। (प्रतीकात्मक फोटो)
महिला का पति नमाज व रोजा के पाबंद हैं। इसपर परेशाम महिला ने इस्लामी दावा रिसर्च फाउंडेशन और इमारत-ए-शरिया के नाजिम से इस बाबत जानकारी मांगी। (प्रतीकात्मक फोटो)
महिला के मुताबिक ने कहा कि इस्लामी दावा रिसर्च फाउंडेशन और इमारत-ए-शरिया के नाजिम से बताया गया कि हर वह चीज जिसमें नशा है, स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, इस्लाम में वह हराम है। शराब, सिगरेट, तम्बाकू और गुटखा इसमें शाामिल है। (प्रतीकात्मक फोटो)
महिला के मुताबिक इस्लामी दावा रिसर्च फाउंडेशन के सचिव मौलाना अहसानुल होदा ने कहा कि नशीले पदार्थों से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी जन्म ले रही है। ऐसी चीजें पहले से ही मकरू की श्रेणी में थीं, जिसका अर्थ है कि ऐसी चीजों के प्रयोग से बचा जाए। (प्रतीकात्मक फोटो)
अहसानुल होदा ने कहा कि मकरू का अर्थ होता हैकराहियत यानी दिल नहीं चाहता है, मगर लोग वैसी वस्तु का सेवन करते हैं। कराहियत बताता है कि अल्लाह को इसका सेवन पसंद नहीं है, इसलिए इस्लाम में ये हराम है। (प्रतीकात्मक फोटो)
महिला के मुताबिक कुरान शरीफ में साफ है कि जान बूझकर अपनी जान को हलाकत में मत डालो जिंदगी अल्लाह का एक नेमत उपहार है। इसकी हिफाजत करना है। (प्रतीकात्मक फोटो)
इमारत-ए-शरिया बिहार, झारखंड, उड़ीसा व बंगाल के नाजिम मौलाना शिब्बली कासमी ने कहा कि हर वह चीज जिससे नशा हो जाए और स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़े, वह हराम है चाहे वह सिगरेट खैनी हो या तंबाकू। (प्रतीकात्मक फोटो)