कानपुर एनकाउंटरः डीजीपी का चैलेंज, कहा-हिम्मत है तो बिहार में घुसे विकास दुबे
पटना (Bihar) । यूपी के कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाला हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पुलिस की पकड़ से अभी बाहर है। बताया जा रहा है कि उसे खोजने के लिए यूपी के 40 थानों की फोर्स, एक हजार से अधिक दारोगा, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीम उसकी चप्पे-चप्पे पर तलाश कर रही है, लेकिन सुराग नहीं लगा पा रही है। वहीं, बिहार में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के छिपे होने की खबरों पर राज्य के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने खारिज कर दिया। साथ ही चैलेंज किया कि हिम्मत है तो वो (बिहार) में घुस के देखें, सुरक्षित वापस नहीं जा पाएगा।
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सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार चल रहे मुख्य आरोपी विकास दुबे पर अब इनाम की राशि बढ़ाकर ढाई लाख रुपए कर दी गई है।
40 थानों की फोर्स, एक हजार से अधिक दारोगा, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीम उसकी चप्पे-चप्पे पर तलाश कर रही है। बावजूद उसके 72 घंटे से ज्यादा का वक्त गुजरने के बाद भी विकास दुबे और उसके गुर्गे पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं
एनकाउंटर के फौरन बाद रात 2 बजे विकास दुबे ने पत्नी ऋचा को फोन करके भाग जाने को कहा था। बताया जा रहा है कि ऋचा अपने बेटे को साथ लेकर फरार हो गई है।
भागते समय वो सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी साथ ले गई है। सूत्रों के अनुसार, ऋचा अपने पति विकास दुबे के हर गुनाह की राजदार है। फिलहाल पुलिस की कई टीमें फरार आरोपी विकास दुबे और उसकी पत्नी ऋचा की तलाश में छापेमारी कर रही हैं।
बिहार में छिपे होने की खबर पर डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि यूपी (कानपुर) में आठ पुलिसकर्मियों हत्या करके (हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे) बिहार में घुस आएगा और यहां से सुरक्षित निकल जाएगा? यह कैसे हो सकता है?
बता दें कि कानपुर (यूपी) के आठ पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाले विकास दुबे की गिरफ्तारी पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।