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लाखों में होगी कमाई, मोदी सरकार के लागू करने से 2 महीने पहले ही जान लीजिए ये स्कीम
बिजनेस डेस्क। अगर आप कुछ निवेश करके अच्छा रिटर्न हासिल करना चाहते हैं, तो इसका बेहतरीन मौका जल्दी ही सामने आने वाला है। भारत बॉन्ड ईटीएफ (Bharat ETF Bond) जुलाई में शूरू होने वाला है। इसमे निवेश करने से काफी फायदा हो सकता है। आम तौर पर निवेशकों को ईटीएफ के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। ईटीएफ भी म्यूचुअल फंड जैसे होते हैं, लेकिन दोनों में फर्क यह है कि ईटीएफ को सिर्फ स्टॉक एक्सचेंज से शेयरों की तरह खरीदा और बेचा जा सकता है। इसके बारे में कुछ खास बातें जानना बेहद जरूरी है।
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भारत सरकार की योजना
भारत बॉन्ड ईटीएफ डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट द्वारा शुरू की गई भारत सरकार की योजना है। एडलवाइज एसेट मैनेजमेंट को इसे डिजाइन और मैनेज करने की जिम्मेदारी दी गई है।
आएगी दूसरी किस्त
एडलवाइज एसेट मैनेजमेंट ने भरत बॉन्ड ईटीएफ की दूसरी किस्त जुलाई में लॉन्च करने की घोषणा की है। दूसरी किस्त में भारत बॉन्ड ईटीएफ की दो सीरीज आएगी। इनकी मेच्योरिटी अप्रैल 2025 और अप्रैल 2031 में होगी। समान मेच्योरिटी वाले भारत बॉन्ड फंड्स ऑफ फंड्स (FOF) में वे निवेशक भी निवेश कर सकेंगे, जिनके पास डीमैट अकाउंट नहीं है।
टैक्स
इस बॉन्ड ईटीएफ पर म्यूचुअल फंड्स की तरह ही टैक्स लगता है। अगर निवेश 3 साल से ज्यादा समय के लिए किया जाता है, तो इंडेक्सेशन बेनिफिट के साथ 20 प्रतिशत की दर से टैक्स लगता है। इस स्कीम में 3 साल वाले विकल्प में करीब 6.3 फीसदी रिटर्न मिलेगा। वहीं, 10 साल वाले विकल्प में 7 फीसदी ब्याज मिलेगा।
क्या होगा मुनाफा
अगर कोई भारत बॉन्ड ईटीएफ में एक लाख रुपए का निवेश करता है, तो उस पर 7.58 फीसदी की दर से रिटर्न मिलेगा। इस तरह 10 साल में राशि बढ़ कर 2.07 लाख रुपए हो जाएगी, जिस पर 7,836 रुपए का टैक्स चुकाना पड़ेगा। कुल मिला कर निवेशक को 1.99 लाख रुपए मिलेंगे।
कितना करना होगा न्यूनतम निवेश
भारत बॉन्ड ईटीएफ में कम से कम 1000 रुपए का निवेश किया जा सकता है। इसके बाद 1000 रुपए के गुणांक में निवेश किया जा सकता है।
क्या कोई एग्जिट लोड होगा
एलॉटमेंट की तारीख से 30 दिन पूरा होने पर या इससे पहले निवेश को भुनाने पर 0.10 फीसदी एग्जिट लोड लगेगा। लेकिन 30 दिन पूरा हो जाने के बाद रिडेम्पशन या स्विच करने पर कोई शुल्क नहीं लगेगा।
छोटे निवेशकों के लिए बेहतर
इस ईटीएफ के मैनेजमेंट की जिम्मेदारी एडलवाइज एएमसी पर है। इस फंड के लिए इसने 'फंड ऑफ फंड्स' लॉन्च किया है। इससे सामान्य म्यूचुअल फंड की तरह खुदरा निवेशकों को इसमें निवेश करने में आसानी होगी। छोटे निवेशकों के लिए एफओएफ सुविधा और लिक्विडिटी के लिहाज से बढ़िया है।
ईटीएफ की कॉस्ट कम
ईटीएफ की कॉस्ट डेट म्यूचुअल फंड के मुकाबले कम है। भारत बॉन्ड ईटीएफ की में 2023 और 2030 की मेच्योरिटी अवधि है। इस लिहाज से इसकी तुलना फिक्स्ड मेच्योरिटी प्लान और बैंकिंग व पीएसयू फंड से की जा सकती है।
कौन कंपनियां होंगी शामिल
बॉन्ड ईटीएफ निफ्टी भारत बॉन्ड सूचकांकों में निवेश करता है। इसमें एग्जिम बैंक, एचपीसीएल, हुडको, आईआरएफसी, नाबार्ड, एनएचएआई, एनएचपीसी, एनटीपीसी, पीएफसी, एनपीसीआईएल, पावर ग्रिड, आईआईसी और सिडबी सहित AAA रेटेड पब्लिक सेक्टर की कंपनियां शामिल हैं। पिछले साल दिसंबर में भारत बॉन्ड ईटीएफ के पहले चरण में 12,400 करोड़ रुपए से ज्यादा राशि जुटाई गई थी।
अच्छी भागीदारी और लिक्विडिटी
भारत बॉन्ड ईटीएफ प्रोग्राम में एक्सचेंज पर निवेशकों की भागीदारी और लिक्विडिटी काफी अच्छी रही है। फंड हाउस ने कहा है कि बिड-डेस्क प्रेड (बाय एंड सेल कॉस्ट के बीच का अंतर) 5 से 10 बीपीएस की रेंज में रहा है। इन ईटीएफ में डेली एवरेज ट्रेडिंग वैल्यू 3 से 3.5 करोड़ रुपए के बीच रही है।