- Home
- Career
- Education
- आर्मी में सपाट पैर वालों की भर्ती क्यों नहीं होती? IAS इंटरव्यू के इन सवालों में छिपी है सरकारी नौकरी की पहुंच
आर्मी में सपाट पैर वालों की भर्ती क्यों नहीं होती? IAS इंटरव्यू के इन सवालों में छिपी है सरकारी नौकरी की पहुंच
- FB
- TW
- Linkdin
जवाब. हवाई जहाज के टायर tubeless होते हैं, दूसरे वो समय से पहले ही बदल दिए जाते हैं। उनमे नाइट्रोजन गैस भरी जाती है जो जल्दी गरम नहीं होती, मगर ऐसा भी नहीं है कि फटते नहीं हैं। कभी कभार फट भी जाते हैं।
जवाब. मां का पति = पिता, पिता की मां = दादी, दादी की पुत्री = पिता की बहन, पिता की बहन = बुआ , इसलिए वह औरत राम की बुआ है।
जवाब. सपाट पैर रखने से आप सेना में दैनिक कार्य करने के लिए आवश्यक चिकित्सा मानकों के अनुसार फिट नहीं होते हैं। फ्लैट पैरों वाले लोग मार्चिंग के अनुकूल नहीं हैं - वे रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। मार्चिंग के लिए पैर की अंगुली के पैर की गति को एड़ी की आवश्यकता होती है।
सेना के पास कठोर शारीरिक दिनचर्या है जिसमें बहुत अधिक भागना, चढ़ना, कूदना, कठिन इलाकों में असमान सतहों पर चलना शामिल है। इसलिए सपाट पैरों वालों को आर्मी में नहीं लिया जाता है लेकिन इससे अपवाद भी जुड़े हैं।
जवाब. बोगी के बाहर लिखी संख्या के शुरुआती दो अंक दर्शाते हैं कि ट्रेन का डिब्बा किस साल में तैयार किया गया है। मसलन ट्रेन की बोगी के बाहर अगर 8439 लिखा हो, तो उसका मतलब है कि ट्रेन की वह बोगी साल 1984 में बनाई गई। वहीं, अगर ये संख्या 04052 हो, तो समझना चाहिए कि वह बोगी वर्ष 2004 में निर्मित की गई होगी।
जवाब. तिब्बत पृथ्वी के उन विशेष भागों में से एक है जहॉं विमान की सेवा बहुत ही कम है। एयरलाइन के विशेषज्ञ का कहना है कि तिब्बती पठार के उपर हवाई यातायात इसलिए संभव नही है कि क्योंकि इस क्षेत्र में हवा की कमी है इसलिए एक विमान के लिए उड़ पाना वहां संभव नही है।
समुद्र से काफी ऊॅंचाई पर होने और विशालकाय पर्वत शृंखलाएं से घिरा होने के कारण तिब्बत को एक ओर नाम से जाना जाता है और इसलिए इसे दुनिया की छत भी कहा जाता है। ऊॅंचाई पर होने के कारण इसके ऊपर से विमानों का उड़ पाना असंभव सा है। जिस वजह से यहॉं विमानों की आवाजाही ना के बराबर ही है।
जवाब. फ्रांस के प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलिप के इस्तीफा देने के बाद जीन कास्टेक्स को नया प्रधानमंत्री चुना गया। जीन कास्टेक्स 55 वर्ष के हैं।
जवाब. उर्जित पटेल।
जवाब. कॉमन सर्विस सेंटर में काम करने वाली देश की पहली ट्रांसजेंडर ऑपरेटर बनी जोया खान।
जवाब. हैदराबाद।
जवाब. चीनी ऐप पर बैन के बाद मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो ने Jio Meet नाम के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप को लॉन्च किया।