- Home
- Entertianment
- Other Entertainment News
- Amitabh Bachchan को लेकर बनाई इस फिल्म ने शशि कपूर को कर दिया था कंगाल, प्रॉपर्टी बेच चुकाया था कर्ज
Amitabh Bachchan को लेकर बनाई इस फिल्म ने शशि कपूर को कर दिया था कंगाल, प्रॉपर्टी बेच चुकाया था कर्ज
- FB
- TW
- Linkdin
बिग बी ने अपने ब्लॉग में लिखा- और सेट पर घबराए से रणबीर .. फिल्म के बारे में, बिग बी ने लिखा ... कई दिनों की यादों के साथ .. रूसी कंपनी के साथ सहयोग की .. उस समय रूस की ठंड और कल्मर वार्मर का महान ऐतिहासिक महत्व का क्षेत्र.. यूएसएसआर में सहयोगियों का प्यार और स्नो फॉल और इसका टेकऑफ से पहले विमान के पंखों पर जम जाना.. इसे दूर नहीं किया जा सका। इसे पिघलाने के लिए विशेष रसायन का इस्तेमाल किया और कई बार उड़ान के बाद घर जाने के लिए। .. और जिन लोगों के साथ हमने काम किया था उनकी याद .. और दुख की बात है कि कुछ प्रिय आज हमें छोड़ गए हैं .. अब बस साल बचे हैं ..।
बता दें कि शशि कपूर ने फिल्मों में काम करने के साथ ही कुछ फिल्मों को प्रोड्यूस भी किया था। इन्हीं में एक फिल्म थी 'अजूबा' (1991)। इस फिल्म के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर दोनों ही शशि कपूर थे। इस फिल्म से शशि कपूर को करीब 3.50 करोड़ रुपए का घाटा उठाना पड़ा था। इस नुकसान की भरपाई उन्होंने अपनी कुछ प्रॉपर्टी बेचकर की थी। ऐसी ही एक और फिल्म 'उत्सव' में भी उन्हें करीब 1.5 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा था।
कई सुपरहिट फिल्मों में काम करने वाले शशि कपूर ने अपनी लाइफ में कुछ ऐसी गलतियां भी की थी, जिनकी वजह से उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा था। उनकी हालत इतनी खराब हो गई थी कि वे कंगाल हो गए थे और उन्हें अपना घर का सामान बेचकर गुजारा करना पड़ा था। खबरों की मानें तो 60 के दशक में उन्हें फिल्मों में काम मिलना लगभग बंद हो गया था। इस बात का खुलासा खुद उनके बेटे कुणाल कपूर ने एक इंटरव्यू में किया था।
कुणाल ने बताया था कि पापा को 60 के दशक में फिल्मों में काम मिलना बंद हो गया था। जिसकी वजह से पैसों की काफी तंगी होने लगी। पापा ने अपनी पसंदीदा स्पोर्ट्स कार तक बेच दी थी और मम्मी जेनिफर को भी रुपयों के लिए अपना सामान बेचना पड़ा था।
बता दें कि उस वक्त शशि कपूर की ऐसी हालत हो गई थी की इंडस्ट्री की टॉप एक्ट्रेसेस भी उनके साथ काम करने को तैयार नहीं थी। ऐसे में नंदा ने उनका साथ दिया और दोनों ने साथ में फिल्म जब जब फूल खिले की, जो बहुत बड़ी हिट साबित हुई।
कोलकाता में जन्मे शशि का असली नाम बलबीर राज कपूर था, लेकिन उन्हें पहचान मिली शशि नाम से। दरअसल ये नाम फिल्म इंडस्ट्री ने नहीं बल्कि उनकी मां ने दिया था। उन्हें बलबीर राज से चिढ़ थी। सबसे छोटा होने की वजह से शशि कपूर के अंकल आंटी उन्हें नेपोलियन कहकर बुलाया करते थे, जो वे बिल्कुल पसंद नहीं करते थे।
शशि कपूर की पढ़ाई डॉन बॉस्को स्कूल में हुई। यहां वे फेमस क्रिकेटर फारुख इंजीनियर के साथ क्लास में एक ही बैंच पर बैठते थे। शशि कपूर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वे पढ़ाई में अच्छे नहीं थे। उन्होंने खुद को मैट्रिक फेल बताते हुए कहा था कि पास न होने पर पिता ने उन्हें डांटा नहीं था, बल्कि फिर से एग्जाम में बैठने को कहा। तब शशि ने अपने पिता को कहा कि वे कैंटीन में बैठकर उनका पैसा बर्बाद नहीं करना चाहते।
1953 में शशि कपूर थिएटर से जुड़ गए थे। उन्हें पहली तनख्वाह के रूप में 75 रुपए मिले थे, जो उस दौर के लिहाज से काफी बड़ी रकम हुआ करती थी। वे खानदान के पहले ऐसे शख्स थे, जिन्होंने विदेशी महिला जेनिफर कैंडल से शादी की थी।
आपको बता दें कि शशि कपूर को आखिरी बार साल 1998 में आई फिल्म 'साइड स्ट्रीट' में देखा गया था जिसमे उनके साथ शबाना आजमी लीड रोल में दिखाई दीं थीं। उसके बाद वो धीरे-धीरे लाइम-लाइट से दूर होते चले गए और 4 दिसंबर 2017 को शशि कपूर ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
उन्होंने अपने फिल्मी करियर में जब-जब फूल खिले, कन्यादान, प्यार का मौसम, एक श्रीमान एक श्रीमती, हसीना मान जाएगी, आ गले लग जा, फकीरा, फांसी, चोर मचाए शोर, मुक्ति, सत्यम शिवम सुंदरम, हीरालाल पन्नालाल, जुनून, स्वयंवर, काला पत्थर, दो और दो पांच, कभी-कभी, शर्मीली जैसी फिल्मों में काम किया।