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बालिग होने से पहले ही इस सिंगर ने घर से भागकर खुद से दोगुनी उम्र के शख्स से की थी शादी लेकिन मिला धोखा
मुंबई. बॉलीवुड की फेमस सिंगर और लता मंगेशकर की छोटी बहन आशा भोंसले 87 साल की हो गई है। उनका जन्म 8 सितंबर 1933 को महाराष्ट्र के सांगली में हुआ था। आशा के पिता दीनानाथ मंगेशकर फेमस सिंगर थे। जब वो सिर्फ 9 साल की थीं तभी उनके पिता की डेथ हो गई थी। इसके बाद इनका परिवार कोल्हापुर और उसके बाद मुंबई आ गया। शायद कम ही लोग जानते है कि आशा ने पहली शादी फैमिली के खिलाफ जाकर की थी। जब वो महज 16 साल की थीं तभी उन्होंने 31 साल के गणपत राव भोंसले से भागकर लव मैरिज की थी।
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आपको बता दें कि गणपत राव, लता की बड़ी बहन आशा के पर्सनल सेक्रेटरी थे। आशा और गणपत की ये शादी करीब 11 साल बाद टूट गई। कहा जाता है कि पति और उनके भाइयों के बुरे बर्ताव के कारण ये शादी टूटी थी।
आशा के गणपत राव से भागकर शादी करने के कारण लता काफी नाराज हो गई थीं। इसके कारण वे आशा की विरोधी भी रहीं। दोनों के इसी किस्से को लेकर फिल्म साज भी बनाई गई। जिसे आशा ने समय की बर्बादी करार दिया था।
1960 के आसपास शादी टूटने के बाद आशा अपनी मां के घर वापस आ गईं। इस दौरान आशा प्रेग्नेंट थीं और उनकी गोद में पहले से दो बच्चे भी थे।
20 साल अकेले रहने के बाद 1980 में उन्होंने राहुल देव बर्मन (पंचमदा) से शादी कर ली। इस दौरान आशा जहां 47 साल की थीं तो वहीं पंचमदा 41 साल के थे।
शादी के 14 साल बाद पंचमदा की डेथ हो गई और आशा एक बार फिर अकेली पड़ गईं। बता दें, पंचमदा ने पहली शादी रीता पटेल से की थी।
1943 में उन्होंने पहली बार मराठी फिल्म 'माझा बल' में अपनी आवाज दी। साल 1948 में आई हिन्दी फिल्म 'चुनरिया' के लिए उन्होंने 'सावन आया..' गाना गाया। तब से अब तक वे फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हैं। आशा भोंसले ने बहुत सी फिल्मों के लिए बेहतरीन गाने गाए हैं। इन फिल्मों में 'बी' और 'सी' ग्रेड की फिल्में भी शामिल है।
आशा भोंसले का सबसे अच्छा गाना जिस गाने ने उन्हें लोकप्रिय बनाया वो है फिल्म 'तीसरी मंजिल' का गाना 'आजा आजा मैं हूं प्यार तेरा'। 'इन आंखों की मस्ती के...' (उमराव जान), 'ये मेरा दिल...' (डॉन), 'पर्दे में रहने दो...' (शिकार), पिया तू...' (कारवां), 'आइए मेहरबां...' (हावड़ा ब्रिज), 'हंगामा हो गया...' (अनहोनी), 'दम मारो दम..' (हरे राम हरे कृष्णा), 'जरा सा झूम लू मैं..' (दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे) उनके द्वारा गाए गए बेहतरीन गानों है।
आशा ने हिन्दी फिल्मी गानों के अलावा गैर फिल्मी गाने, गजल, भजन और कव्वालियों को भी बखूबी गाया है। 8 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजी जा चुकी आशा को 2000 में दादा साहब फाल्के से भी सम्मानित किया जा चुका है।
उन्होंने 1000 से भी ज्यादा हिन्दी फिल्मों में अपनी आवाज दी है और कई प्राइवेट अल्बम भी लॉन्च किए हैं। आशा को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे ज्यादा गाने रिकॉर्ड करने वाली गायिका के रूप में जगह प्राप्त है। आशा ने कई फिल्म अवॉर्ड तो जीते ही हैं, इन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट का पुरस्कार भी मिल चुका है। साथ ही भारत सरकार ने इन्हें पद्म विभूषण अवॉर्ड से भी नवाजा है।