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इस बात से आगबबूला हो सोनाक्षी सिन्हा के पापा को मारने दौड़े थे करीना के दादा, सेट पर मचा था हंगामा
मुंबई. 70 के दशक के सुपरस्टार रहे शत्रुघ्न सिन्हा (shatrughan sinha) फिलहाल फिल्मों से दूर है लेकिन वे अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में ही जाते हैं। इसी बीच शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने करियर और काम के एक्सपीरियंस को लेकर एक इंटरव्यू में कई सारी बातें शेयर की। बता दें कि शत्रुघ्न उन सेलेब्स में से एक रहे हैं जिनकी अपने को-स्टार के साथ ज्यादा नहीं बनती थी। अमिताभ बच्चन (amitabh bachchan) और शत्रुघ्न को लेकर यह बात मशहूर है कि दोनों एक दूसरे को पसंद नहीं करते थे। वहीं, शशि कपूर (shashi kapoor) के साथ उनके रिश्ते अच्छे थे लेकिन एक बार शत्रुघ्न सिन्हा की एक हरकत से शशि कपूर इतना आगबबूला हो गए थे कि उनको मारने तक दौड़ पड़े थे और सेट पर हंगामा मच गया था। वैसे, आपको बता दें कि शशि कपूर रिश्ते में करीना कपूर (kareena kapoor) के दादा लगते हैं, जो अब इस दुनिया में नहीं।
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शत्रुघ्न सिन्हा के लिए ये मशहूर था कि अपनी फिल्मों के सेट पर देर से पहुंचते थे। कभी-कभी तो उनके साथी कलाकारों को 3-3 घंटे तक इंतजार करना पड़ता था। उनकी इसी आदत से एक बार शशि को बेहद नाराज हो गए थे।
हाल ही में शत्रुघ्न सिन्हा ने एक इंटरव्यू में इस घटना का जिक्र किया। उन्होंने बताया- एक बार मेरे देर से आने पर शशि कपूर मुझे बेल्ट से मारने के लिए आए। मैंने उनसे कहा कि आपको आपके अनुशासन के लिए फिल्म में लिया है और मुझे मेरे टैलेंट के लिए। इस पर शशि कपूर ने उनसे कहा कि देखो कैसे बेशर्मों की तरह ऐसी बातें कर रहा है।
शत्रुघ्न ने बताया- मैं हमेशा देर नहीं करता था। कभी-कभी समय पर भी पहुंच जाता था। मैं एक बार अमिताभ बच्चन के साथ शूटिंग कर रहा था और कॉल टाइम सुबह 4.30 बजे का था। मैं एकदम ठीक समय पर वहां पहुंच गया था।
इंटरव्यू के दौरान उन्होंने इस बात को बी माना कि वह लेट लतीफ थे। उन्होंने कहा-मैं जानबूझ कर देर से नहीं पहुंचता था। मुझे बस काम पर निकलने से पहले योग करना होता था, जिसमें समय लग जाता था। कभी-कभी सुबह 9 बजे की शिफ्ट में मैं 12 बजे पहुंचता था, लेकिन मेरी यादाश्त बहुत अच्छी थी और अभी भी है। मैं अपनी लाइनें पढ़ कर एक टेक में शूट खत्म कर देता था।
उन्होंने अपनी तारीफ करते हुए कहा- मैं एक टेक आर्टिस्ट था। कोई भी प्रोड्यूसर फिल्म के देर होने का इल्जाम मुझ पर नहीं लगाता था और यही वजह है कि मैंने मनमोहन देसाई के साथ 10-11 फिल्में और हर्मेश मल्होत्रा के साथ 13 फिल्में की हैं।
शत्रुघ्न सिन्हा ने इंटरव्यू में इस बात का भी खुलासा किया कि उन्हें दीवार, शोले और सत्ते पे सत्ता जैसी चार फिल्में ऑफर हुई थी। लेकिन बाद में ये सभी फिल्में अमिताभ के हिस्से चली गई। जब उनसे पूछा गया कि इन फिल्मों को लेकर अमिताभ के साथ कभी आपका विवाद हुआ। तो उन्होंने इस बात को नकार दिया।
उन्होंने कहा- कई बार किसी रोल के लिए किसी इंसान को पसंद किया जाता है लेकिन बाद में वो किसी और के पास चला जाता है। मेकर्स को बाद में महसूस होता है कि कोई और इस रोल को और बेहतर तरीके से निभा सकता है। मैं कई फिल्म डेट इश्यूज की वजह से साइन नहीं कर पाया है, जिसमें से शोले एक थी।
उन्होंने कहा- मेरे अंदर अमिताभ के खिलाफ कुछ भी नहीं है। मैंने हमेशा उनका सम्मान किया है और उनके लिए मेरे अंदर केवल प्यार, स्नेह और आदर है। फिर भी अगर कोई पूछता है, तो मैं कहता हूं छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी नए दौर में लिखेंगे मिलकर नई कहानी। हालांकि, इस बात से इंकार नहीं किया कि दोनों के बीच काफी समय तक मनमुटाव भी रहा।
शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी बायोग्राफी एनीथिंग बट खामोश : द शत्रुघ्न सिन्हा में भी अमिताभ के साथ उनके खराब रिश्तों को लेकर भी कई सारी बातें लिखी है। उन्होंने फिल्म काला पत्थर की शूटिंग का जिक्र खासतौर पर किया है। किताब में उन्होंने लिखा कि अमिताभ के सुपरस्टार बनने के बाद उनके साथ काला पत्थर पहली फिल्म थी और दोनों के बीच पूरी फिल्म में कभी ट्यूनिंग नहीं बन पाई थी।