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शादी के 6 साल बाद मां बनीं श्रेया घोषाल, गोदभराई की रस्म में कुछ इस अंदाज में नजर आई थी सिंगर
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श्रेया घोषाल ने मार्च में अपनी प्रेग्नेंसी की खबर अनाउंस करते हुए कहा था- बेबी श्रेयादित्य आने वाले हैं। शिलादित्य और मैं आपके साथ यह खबर शेयर करते हुए बेहद खुश हैं। अपनी जिंदगी के नए चैप्टर की शुरुआत के साथ आप सभी के प्यार और आशीर्वाद की जरूरत है।
हाल ही में अप्रैल, 2021 में श्रेया की गोदभराई यानी कि बेबी शॉवर की रस्म हुई थी। बेबी शॉवर की कुछ तस्वीरें श्रेया ने सोशल मीडिया पर शेयर की थीं, जिनमें वो 'मॉमी टू बी' का प्लेकॉर्ड पकड़े नजर आई थीं। इस दौरान श्रेया के सामने ढेर सारे बंगाली पकवान रखे थे। फोटोज में श्रेया के चेहरे पर प्रेग्नेंसी ग्लो साफ झलक रहा था। खुले बालों में मुस्कुराती हुई श्रेया घोषाल बेहद खूबसूरत लग रही थीं।
बता दें कि 12 मार्च 1984 को मुर्शिदाबाद (पश्चिम बंगाल) की एक ब्राह्मण फैमिली में जन्मी श्रेया घोषाल फिल्म इंडस्ट्री में ‘मेलोडी क्वीन’ के नाम से पॉपुलर हैं। उन्होंने कई फिल्मों में एक से बढ़कर एक गाने गाए हैं।
श्रेया घोषाल ने फरवरी, 2015 में शिलादित्य मुखोपाध्याय से शादी की। श्रेया और शिलादित्य दोनों बचपन के दोस्त हैं। शिलादित्य टेक सेवी हैं और Hipcask.com वेबसाइट के फाउंडर भी हैं।
श्रेया के म्यूजिक टीचर म्यूजिक टीचर जयवर्द्धन भटनागर के मुताबिक, श्रेया ने महज 6 साल की उम्र में रावतभाटा क्लब में अपना पहला स्टेज शो किया था। श्रेया घोषाल के पिताजी का बाद में मुंबई स्थित भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में ट्रांसफर हो गया।
श्रेया ने मुंबई में आगे की पढ़ाई जारी रखने के साथ ही यहां कल्याण जी (कल्याण जी आनंद जी जोड़ी वाले) से ट्रेनिंग ली और 16 साल की उम्र में फिल्म ‘देवदास’ से करियर की शुरुआत किया। श्रेया घोषाल को पहला ब्रेक भले ही संजय लीला भंसाली ने फिल्म ‘देवदास (2002) में दिया, लेकिन यह खोज उनकी नहीं, उनकी मां लीला की थी।
लीला भंसाली जीटीवी का ‘सारेगामा’ कार्यक्रम देख रही थीं तो उन्होंने फोन कर के संजय को बुलवाया। जब संजय ने देखा तो उन्हें लगा कि श्रेया की आवाज पारो की मासूम आवाज को सूट करेगी। बाद में जब फिल्म के गीतों की रिकॉर्डिंग शुरू हुई तो वे श्रेया घोषाल का नाम भूल चुके थे। श्रेया को ढुंढवाने में उन्हें काफी वक्त लग गया।
जब 16 साल की श्रेया ने संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘देवदास’ के लिए अपना पहला गीत ‘बैरी पिया’ रिकॉर्ड कराया, तब उनकी हायर सेकेंडरी की परीक्षा नजदीक थी। ऐसे में वे स्टूडियो में अपनी किताबें ले कर आया करती थीं।
श्रेया के मुताबिक, "मुझसे कहा गया कि फाइनल रिकॉर्डिंग से पहले एक अंतिम रिहर्सल कर लेते हैं। मैंने आंखें बंद की और बिना रुके पूरा गाना गा दिया। इसके बाद संजय लीला भंसाली ने कहा- ‘रिकॉर्डिंग हो चुकी है।’
कम ही लोगों को पता है कि अमेरिका में एक दिन का नाम ही श्रेया के नाम पर रख दिया गया है। अमेरिका के ऑहियो स्टेट के गवर्नर ने 26 जून श्रेया को समर्पित करते हुए इसे 'श्रेया घोषाल डे' के नाम से मनाने का एलान किया था। 2010 में पहली बार यह दिन मनाया गया। इस दिन अधिकतर रेडियो स्टेशन पर श्रेया के गाने बजाए गए और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर उनके ज्यादा से ज्यादा फोटो अपलोड किए गए।
‘देवदास’ में श्रेया ने पांच गाने गाए और इस पहली फिल्म में ही उन्हें तीन अवॉर्ड मिले। गीत ‘डोला रे डोला’ के लिए जहां बेस्ट सिंगर का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला वहीं एक अन्य गीत ‘बैरी पिया...’ के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड दिया गया। इसके अलावा इस डेब्यू फिल्म के लिए उन्हें ‘फिल्मफेयर आर डी बर्मन अवार्ड फॉर न्यू म्यूजिक टैलेन्ट’ भी मिला।