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सुरेश रैना का खुलासा, विश्वकप में आउट होने पर दिखा धोनी का उदास चेहरा, मन ही मन ले लिया था ये प्रण
स्पोर्ट्स डेस्क। कोरोना वायरस महामारी की वजह से फिलहाल सभी तरह के क्रिकेट टूर्नामेंट्स के आयोजन पर रोक लगी हुई है। इस साल होने वाले आईपीएल मैच भी अनिश्चित काल के लिए स्थगित किए जा चुके हैं। इस साल अक्टूबर में होने वाले आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन के बारे में भी कुछ नहीं कहा जा सकता है। लॉकडाउन में सभी खिलाड़ी अपनी फैमिली के साथ घर में वक्त बिता रहे हैं, लेकिन वे सोशल मीडिया के जरिए अपने फैन्स से भी जुड़े हुए हैं। वे कई यादगार किस्से भी शेयर कर रहे हैं। इसी दौरान भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने सोशल मीडिया पर आकाश चोपड़ा से बातचीत में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से जुड़ी एक बात बताई।
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2011 के वर्ल्ड कप की याद की साझा
कमेंटेटर आकाश चोपड़ा के साथ बातचीत में सुरेश रैना ने 2011 में हुए वर्ल्ड कप से जुड़ी याद साझा करते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे क्वार्टर फाइनल मैच में धोनी का उदास चेहरा देख कर उन पर बहुत असर पड़ा था। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2011 का क्वार्टर फाइनल अहमदाबाद में खेला गया था। सुरेश रैना ने बताया कि उन्हें धोनी को उदास देख कर मैच में बेहतर खेलने की प्रेरणा मिली थी।
रिकी पोंटिंग ने खेली थी 104 रनों की पारी
इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने 118 गेंदों पर 104 रनों की शानदार पारी खेली थी। रिकी पोंटिंग की इस पारी के दम पर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 260 रनों का स्कोर बनाया था। इस टारगेट का पीछा करते हुए वीरेंद्र सहवाग जल्दी ही आउट हो गए थे।
सचिन-गंभीर ने संभाली थी पारी
इसके बाद सचिन तेंदुलकर और गौतम गंभीर ने टीम को संभाला था। दोनों खिलाड़ियों ने दूसरे विकेट के लिए 50 रन की पार्टनरशिप की। इसके बाद विराट कोहली (24) ने गौतम गंभीर के साथ मिल कर तीसरे विकेट के लिए 49 रन जोड़े। इस मैच में भारत ने जल्दी-जल्दी विकेट गंवाए। 38 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर भारत का स्कोर 187 था। जीत के लिए भारत को 75 गेंदों पर 74 रन की जरूरत थी। इस मैच में रैना ने 28 गेंदों में .ुवराज सिंह के साथ मिल कर 34 रनों की पारी खेली थी। युवराज सिंह ने 57 रन बनाए और भारत ने इस मैच में जीत हासिल की थी।
सचिन तेंदुलकर ने बढ़ाया उत्साह
आकाश चोपड़ा के साथ बातचीत में रैना ने कहा कि आउट होने के बाद धोनी बहुत उदास हो गए थे। रैना ने कहा कि धोनी के उदास चेहरे को देख कर उन्हें बहुत दुख हो रहा था, लेकिन सचिन तेंदुलकर ने मेरा उत्साह बढ़ाया। रैना ने कहा कि सचिन तेंदुलकर ने मेरी पीठ थपथपाई और कहा कि तुम भारत के लिए आज मैच जीत सकते हो। सचिन ने रैना को मैच जीतने का भरोसा दिलाया।
धोनी को उदास देख कर लिया फैसला
रैना ने कहा कि जब मैं बल्लेबाजी के लिए जा रहा था, तब धोनी आउट होकर पवेलियन की तरफ लौट रहे थे। उनका चेहरे पर उदासी का भाव था। रैना ने बतलाया कि धोनी को उदास देख कर मैंने तुरंत फैसला कर लिया कि चाहे जो भी हो, इस मौके को नहीं गंवाऊंगा और किसी भी कीमत पर इस मैच को जीतने की कोशिश करूंगा। उन्होंने कहा कि जब मैंने ब्रेट ली की गेंद पर छक्का मारा तो मुझे यह भरोसा हो गया कि हम जीत सकते हैं।
भारत ने 5 विकेट से हासिल की जीत
इस मैच में भारत ने 5 विकेट से जीत हासिल कर वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ला थी। सेमीफाइनल में भारत का मुकाबला पाकिस्तान से था। भारत ने पाकिस्तान को हरा कर फाइनल में अपनी जगह बनाई। वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत का मुकाबला श्रीलंका से हुआ। इस मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को हरा कर 28 साल के बाद वर्ल्ड कप अपने नाम किया। इस तरह यह क्रिकेट के इतिहास का सबसे रोमांचक और यादगार मैच बन गया।