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अपनी ही कजिन के प्यार में पागल हो गया था ये भारतीय खिलाड़ी, इस 1 वजह से मां ने की थी चप्पल से पिटाई
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वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag ) का जन्म 20 अक्टूबर 1978 को हरियाणा के जाट परिवार में हुआ था। 7 महीने की उम्र से ही वह सिर्फ बैट से ही खेलते थे। इतना ही नहीं 12 साल की उम्र में क्रिकेट खेलते हुए वीरू ने अपना दांत तक तुड़वा लिया था। लेकिन उन्होंने क्रिकेट छोड़ना छोड़ा नहीं।
उन्होंने 1999 में भारतीय इंटरनेशल टीम के लिए वनडे में डेब्यू किया। साल 2008 में सहवाग टेस्ट मैच में सबसे तेज ट्रिपल सेंचुरी बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 23 शतक हैं। सहवाग ने अपने करियर में कुल 104 टेस्ट, 251 वनडे इंटरनेशनल और 19 टी20 मैच खेले हैं। जिसमें उनके नाम 17,000 से भी ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रन हैं।
सहवाग बचपन से ही बहुत शरारती थे। वह अपने माता-पिता के चार बच्चों में तीसरी संतान हैं। सहवाग से बड़ी दो बहनें मंजू और अंजू हैं जबकि उनका एक छोटा भाई विनोद हैं। उनकी मां बताती हैं कि 'अक्सर वीरू स्कूल जाने में नाटक करता था। मैं इसके लिए पानी गर्म करके रखती थी। ये उसे गिरा देता था।
बचपन में एक बार वीरू ने अपने पिता की बीड़ी का बंडल चुरा लिया और अपने कजिन के साथ घर के पास बने हॉस्पिटल की दीवार पर बैठकर बीड़ी के कश लगाने लगे। फिर क्या था जैसे ही सहवाग की मां को इस बारे में पता चला उनकी चप्पलों और डंडों से खूब पिटाई हुई।
इतना ही नहीं सहवाग के घर में उस समय भी बवाल हो गया था, जब आरती और वीरेंद्र के रिश्ते के बारे में घरवालों को पता चल गया था। दरअसल, 1980 के दशक के दौरान सहवाग के चचेरे भाई की शादी एक लड़की से हुई जो आरती अहलावत (Aarti Ahlawat) की चाची थी। ऐसे में सहवाग और आरती भी एक-दूसरे के रिश्तेदार थे।
जब दोनों की मुलाकात हुई उस समय सहवाग केवल 7 साल थे और आरती 5 साल की थी। दोनों ने एक साथ खेलना शुरू किया और अच्छे दोस्त बन गए। जैसे-जैसे वे बड़े होते गए, यह दोस्ती और मजबूत होती गई और यह कब प्यार बदल गई दोनों को पता ही नहीं चला।
वीरेंद्र सहवाग जब 21 साल के थ तो मजाक में ही उन्होंने आरती को प्रपोज किया, लेकिन आरती ने इसे सच मान लिया और उन्होंने तुरंत हां कर दी। जब उनके माता-पिता को इसकी खबर लगी तो उन्होंने शादी से मना कर दिया।
हालांकि, दोनों के प्यार के आगे उनके माता-पिता को झुकना ही पड़ा और 22 अप्रैल 2004 को वीरेंद्र और आरती शादी के बंधन में बंध गए। 2007 में सहवाग और आरती के पहले बच्चे का जन्म हुआ था और उसका नाम आर्यवीर रखा। इसके बाद 2010 में दोनों के घर में दूसरे बेटे का जन्म हुआ, जिसका नाम वेदांत है। आज वीरेंद्र और आरती हंसी-खुशी अपनी जिंदगी जी रहे हैं।
बता दें कि, आरती सहवाग फेमस एडवोकेट सूरज सिंह अहलावत की बेटी हैं। आरती दिल्ली के मैत्रेयी कॉलेज से बीए ग्रेजुएट हैं। वह फिलहाल सहवाग इंटरनेशनल स्कूल की देखभाल करती हैं।
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