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बूढ़ी मां ने रखी बेटे की मौत की मांग, बोली-जिसने 5 हत्या की वह मेरे लिए मर गया..मार दो उसे आंसू नहीं आएंगे
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बेटे के कांड के बाद सदमे में है बूढ़ी मां
दरअसल, बरोदा गांव के रहने वाले सेना से सेवानिवृत्त सूबेदार मेहर सिंह और उनकी पत्नी सरोजनी को जब पता चला कि उनके बेटे सुखवेंद्र ने पांच लोगों की हत्या कर दी है तो उनको यकीन नहीं हुआ। लेकिन जैसे ही उन्होंने टीवी पर न्यूज देखी तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। कुछ देर बाद उनको मोबाइल पर इस घटना की जानकारी लिए फोन आने लगे। तब वह पूरा माजरा समझ सके। इस हादसे के बाद से आरोपी की बूढ़ी मां सदमे में हैं। वह बार-बार यही बोल रही हैं कि कैसे मेरे बेटे को उनको मारने में रहम तक नहीं आया। वह मेरे लिए मर चुका है, ना तो में उसकी मां हूं और ना ही वह मेरा बेटा।
मां ने कहा मेरे ऐसे बेटो को मार दो आंसू नहीं बहेंगे
इस घटना के बाद से आरोपी के गांव में मातम पसर गया है। मृतक परिवार में तो तीन से चूल्हा तक नहीं जला। वहीं आरोपी मां कहना है वह मेरे बेटा कैसे जिसको छोटे बच्चे का भी ख्याल नहीं आया और उसे मार डाला। जो काम कल उसने किया है, उसके बाद वह बेटा भी नहीं रहा। बेशक उसे मार दें। (मृतक पति-पत्नी मनोज और साक्षी)
कुश्ती का आखड़ा बना मौत हत्याओं की वजह
सोनीपत जिले के ही सरगथल गांव निवासी मनोज मलिक जाट कालेज के अखाड़े में हेड कोच थे। उनकी पत्नी साक्षी रेलवे में क्लर्क थी। मनोज अपनी पत्नी और तीन साल के बेटे सरताज के साथ देव कालोनी में रहते थे। बताया जा रहा है कि अखाड़े को एक साल के लिए चलाने के लिए दिया जाता है। मनोज के पहले सुखवेंद्र मोर अखाड़े को चलाता था। इसी वजह से सुखवेंद्र उनसे रंजिश रखता था। अखाड़े में प्रैक्टिस करने वाले पहलवानों के अनुसार कई दिन पहले भी उनके बीच कहासुनी हुई थी। उस समय मामला शांत हो गया, लेकिन सुखवेंद्र अंदर ही अंदर रंजिश रखे हुए था। मौके देखते ही उसने घटना को अंजाम दे दिया। (पहलवान पूजा के परिजन)
एक झटके में खत्म कर दिया पांच लोगों का परिवार
रोजाना की तरह शाम को मनोज मलिक अपनी पत्नी और बेटे के साथ जाट कालेज के ट्रैक पर घूमने के लिए गए थे। सुखवेंद्र अखाड़े के ऊपर वाली मंजिल पर रहता था। उसने मनोज और उसके परिवार को रात साढ़े नौ बजे अपने कमरे में बुलाया और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। बताया जाता है कि मनोज को तीन गोलियां लगीं। उसकी पत्नी व बेटे को भी एक-एक गोली लगी। उसके बाद सुखवेंद्र ने कमरे में ताला लगाया और चाबी लेकर वहां से भाग गया। प्रत्यदर्शियों ने बताया कि गोली की आवाज सुनकर अखाड़े में नीचे बैठे अन्य कोच और खिलाड़ी ऊपर की तरफ दौड़े। तभी सुखवेंद्र ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी और निकल भागा। (मृतक मनोज के परिजन)
गोली लगते ही कोमा में चला गया बेटा
इस गोलीकांड का शिकार हुए मनोज के तीन साल के बेटे सरताज और अमरजीत की हालत नाजुक बनी हुई है। बताया जाता है कि सरताज की आंख के पास गोली लगी है और वह कोमा में चला गया है, जबकि अमरजीत की हालत भी गंभीर बनी हुई है, गुरुग्राम स्थित अस्पताल उसका इलाज चल रहा है। (मृतक पूजा के परिजन)
आरोपी का पत्नी से हो चुका है तलाक
पांच लोगों की हत्या के आरोपी सुखविंदर एनआईएस कोर्स पास कर वह कुश्ती कोच बना था। आरोपी की उत्तर प्रदेश की रहने वाली तनु के साथ शादी हुई थी। लेकिन उसका पत्नी से तलाक हो चुका है। चार साल का बेटा है, जो दादा-दादी के पास रहता है। (आरोपी सुखविंदर सिंह)