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मीडिया को बदनाम करने वाले तीन मालिकों की कहानी, अखबार की आड़ में यौन शोषण से लेकर दुनियाभर के गोरखधंधे
भोपाल, मध्य प्रदेश. नाबालिग लड़कियों को पार्टी में बतौर डांसर बुलाकर उनके साथ यौन शोषण करने वाले प्यारे मियां की गिरफ्तारी के बाद नये-नये खुलासे हो रहे हैं। पुलिस की गिरफ्तारी से बचने एक दैनिक अखबार निकालने वाला प्यारे मियां कश्मीर में जाकर छुप गया था। हालांकि पुलिस की खुफिया जानकारी के बाद उसे पकड़ लिया गया। आमतौर पर लोगों के सामने बड़ी शराफत से पेश आने वाले प्यारे मियां की करतूत उस वक्त सामने आई थी, जब कुछ दिनों पहले आधी रात को कुछ नाबालिग लड़कियां पुलिस को नशे की हालत में घूमते मिली थीं। उन्हें प्यारे मियां एक बर्थडे पार्टी में लेकर गया था। इन बच्चियों ने खुलासा किया था कि प्यारे मियां उनका यौन शोषण कर रहा था। इस हाईप्रोफाइल मामले की गूंज सरकार तक हुई। लिहाजा, उसकी अवैध सम्पतियों को गिराया जा रहा है। उसके अखबार का रजिस्ट्रेशन भी रद्द करने कलेक्टर ने लिख दिया है। आशंका है कि प्यारे मियां के टेरर फंडिंग से भी कनेक्शन हो सकते हैं। प्यारे मियां लड़कियों और उनके परिवार को डरा-धमकाकर रखता था। प्यारे मियां पर पुलिस ने 30 हजार रुपए का इनाम रखा था। सामने आया है कि प्यारे मियां ने गोद ली हुई 13 साल की बच्ची का भी यौन शोषण किया था। इसके बाद उसका अबॉर्शन करा दिया था। प्यारे मियां की तरह ही दबंग दुनिया के मालिक और गुटखा किंग किशोर वाधवानी के अलावा लोकस्वामी अखबार के मालिक जीतू सोनी की कहानी है। ये भी अखबार की आड़ में अवैध कारोबार कर रहे थे। इन पर भी यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप हैं। पढ़िए तीनों कहानियां...
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प्यारे मियां की करतूतें: प्यारे मियां अपनी मैनेजर स्वीटी और एक अन्य महिला गुलशन के जरिये बच्चियों को फंसाता था। इन दोनों महिलाओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिस बच्ची के यौन शोषण के बाद अबॉर्शन की बात सामने आई है, उसे प्यारे मियां के पास गुलशन नामक महिला ही लेकर गई थी। गुलशन खुद को प्यारे मियां की मुंहबोली बहू बताती है।
मामला उजागर होने के बाद प्यारे मियां कश्मीर भाग गया था। हालांकि खुफिया जानकारी के बाद उसे पकड़कर भोपाल ले आया गया। उसके कश्मीर में भागने पर सेंट्रल इंटेलिजेंस भी सक्रिय हो गया है। प्यारे मियां का पूरा रिकॉर्ड तलब किया गया है। आशंका है कि प्यारे मियां पाकिस्तान भागने की फिराक में हो सकता था। उसके टेरर फंडिंग से जुड़े होने की भी आशंका है।
प्यारे मियां ने अखबार की आड़ में बेहिसाब सम्पत्ति बना ली थी। देश-विदेश में उसकी प्रॉपर्टी होने के सबूत मिले हैं। इस बीच प्रशासन ने भोपाल स्थित उसकी अवैध सम्पत्तियों को गिराने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
प्यारे मियां के इसी फ्लैट में पुलिस को डांस फ्लोर मिला था। वहीं, महंगी शराब। प्यारे मियां यहीं महफिल सजाता था। प्यारे मियां ने हर पार्टी के बड़े नेताओं से घनिष्ठ संबंध बना रखे थे।
मामला उजागर होने के बावजूद प्यारे मियां पुलिस को हड़काने थाने पहुंच गया था। लेकिन जब उसे आभास हुआ कि केस बिगड़ चुका है, तो वो इसी गाड़ी से सीहोर जिले के आष्टा भाग गया था। वहां, वो अपने रिश्तेदार के यहां रुका था। आगे पढ़िए किशोर वाधवानी और जीतू सोनी के काले कारनामें..
यह मामला ठीक फिल्म इंडस्ट्री और अंडरवर्ल्ड के रिश्तों की तरह है। ये दो अखबार मालिक मीडिया की आड़ में बेहिसाब सम्पत्ति बनाने में लगे थे, वो भी गलत तरीके से। लोगों पर अड़ीबाजी, जमीनों पर कब्जा..मानव तस्करी, महिलाओं का शोषण, टैक्स चोरी..इन दोनों की कहानियों का हिस्सा बन चुका था। दोनों इंदौर के रहने वाले हैं और पूरे मध्य प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों में अपने अखबारों के जरिये गोरखधंधे फैला चुके थे। जीतू सोनी इंदौर से लोकस्वामी अखबार निकालता था। मप्र के चर्चित हनी ट्रैप केस में अड़ीबाजी के बाद यह सरकार के राडार पर आया था। बाद में जब छापामार कार्रवाई हुई, तो इसके अपराधों की पर्तें खुलती गईं। वहीं, किशोर वाधवानी दबंग दुनिया नाम से अखबार निकालता है। अखबार की आड़ में यह गुटखा किंग बन गया था। इस पर 338 करोड़ की टैक्स चोरी का आरोप है। यही नहीं, इस पर अखबार में काम करने वालं महिलाओं के शोषण के भी केस दर्ज हैं। दोनों ही फिलहाल सलाखों के पीछे हैं। पहले पढ़िए जीतू सोनी की कहानी..
यह शख्स जीतू उर्फ जीतेंद्र सोनी है। यह इंदौर में लोकस्वामी अखबार निकालता था। पिछले दिनों में मप्र की सियासत में भूचाल लाने वाले हनी ट्रैप मामले में जीतू सोनी ने एक संदिग्ध अफसर पर अड़ीबाजी डाली थी। अफसर का अश्लील वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद अफसर ने ही पुलिस में हनी ट्रैप का गिरोह चलाने वालीं महिलाओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जीतू इस अफसर से मोटी रकम ऐंठना चाहता था। यही नहीं, इसने एक अन्य अफसर के खिलाफ भी अपने अखबार में मोर्चा खोल दिया था। मामला तूल पकड़ते देख कमलनाथ सरकार ने इसके खिलाफ एक्शन के आदेश दिए थे। बाद में इसके कारनामों की पोल खुलती गईं। लंबे समय से फरार चल रहे जीतू को गुजरात से गिरफ्तार किया गया था। उस पर अपने होटल माय होम में 67 महिलाओं को बंधक बनाकर रखने, मानव तस्करी और लूट जैसे 64 आपराधिक केस दर्ज हैं। आगे पढ़िए जीतू की ही कहानी....
जीतू के दोस्त और परिजन बताते हैं कि उसका परिवार साधारण था। बताते हैं कि जीतू इंदौर के राज मोहल्ले के जिस सरकारी स्कूल में पढ़ता था, वो जुआरियों और शराबियों का अड्डा बन चुका था। लोग उसे 'आशिक मियां के स्कूल' नाम से पुकारते थे। दरअसल, आशिक मियां शराब और जुआ का अड्डा चलाता था। लिहाजा पिता ने इस स्कूल से नाम कटवाकर जीतू को वैष्णव स्कूल में भर्ती करवा दिया। जीतू सीधा-सादा आदमी था, लेकिन बड़े होते-होते वो शातिर होता गया। आगे पढ़िए जीतू की ही कहानी..
जीतू इंदौर से लोकस्वामी अखबार निकालता था। अखबार की आड़ में करोड़ों की प्रॉपर्टी बना ली। यही नहीं, लोगों की जमीनें हथियाना और ब्लैकमेलिंग तक करने लगा। माय होम होटल में जीतू डांस बार चलाता था। यहां डांस करने वालीं लड़कियों को उसने बंधक बनाकर रखा हुआ था। उल्लेखनीय है कि इंदौर नगर निगम के एक इंजीनियर हरभजन सिंह की शिकायत पर पुलिस ने 19 सितंबर 2019 को हनी ट्रैप मामले का खुलासा किया था। जीतू भी इन वीडियो के जरिये अड़ीबाजी करता था। यह 7 महीने से फरार था। इसे पकड़ने 1.6 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। आगे पढ़िए दबंग अखबार के मालिका का खेल..
यह हैं (दायें से पहले मास्क में) मप्र के एक दैनिक अखबार दबंग दुनिया के मालिक किशोर वाधवानी। ये गुटखा किंग भी हैं। इन्हें 338 करोड़ की कर चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ये अखबार की गाड़ियों की आड़ में गुटखा और सिगरेट की तस्करी करते थे। वाधवानी पर जमीनों की गड़बड़ी के भी आरोप हैं। इनके अखबार में काम करने वालीं कुछ महिलाओं ने इन पर रेप और छेड़छाड़ का आरोप भी लगाया था।