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बलात्कार करते वक्त रेपिस्ट के दिमाग में क्या बातें चलती हैं... 100 बलात्कारियों से बात करने पर सामने आई हकीकत

नई दिल्ली. हैदराबाद में वेटनरी डॉक्टर के साथ हुए दरिंदगी के बाद पूरे देश में गुस्सा है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लोग सड़कों पर आ उतरे है। वहीं, सोशल मीडिया पर इंसाफ की मांग ने भी जोर पकड़ लिया है। बलात्कारियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की जा रही है। इन सब के बीच हम आपको एक स्टडी के बारे में बताते हैं, जिसमें UK के एंजिला रस्किन यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट मधुमिता पाण्डेय ने तिहाड़ जेल में बंद करीब 100 बलात्कारियों से बातचीत की। अपराध-विज्ञान की स्टूडेंट मधुमिता के बातचीत के दौरान अपराधियों ने बताया कि रेप की घटना को अंजाम देने के दौरान जो महिलाएं उसका विरोध करती हैं रेपिस्ट उन्हें पसंद नहीं करते है। उन्होंने बताया कि रेपिस्ट चाहते हैं कि उन्हें आराम से रेप करने दिया जाए। 

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Asianet News Hindi
Published : Dec 03 2019, 06:53 PM IST| Updated : Dec 03 2019, 07:08 PM IST
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"रेपिस्ट इंसान नहीं, बल्कि जानवर होते हैं" : मधुमिता की स्टडी में रेपिस्ट के दिमाग में चलने वाली कई बातें सामने आईं हैं। जब मधुमिता ने बलात्कारियों से बात की, तो कई बार वो हैरान रह गई। उनके मुताबिक, रेपिस्ट इंसान तो नहीं होते। हां, उन्हें जानवर जरूर कहा जा सकता है। 100 बलात्कारियों में से काफी कम के अंदर ही अपने अपराध के लिए आत्मग्लानि थी।
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"अशिक्षा सबसे बड़ी वजह" : अपराध- विज्ञान की स्टूडेंट मधुमिता ने अपने रिसर्च में पाया कि कई अपराधी अशिक्षित और असमाजिक थे। मधुमिता ने यह भी पाया कि इनका पालन-पोषण पिछड़े तबके में हुआ था। वहां के माहौल के कारण महिलाएं इनके लिए मात्र भोग की वस्तु थी। जिसके कारण उन्होंने रेप की घटना को अंजाम दिया।
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"मर्दानगी का वर्चस्व" : अपराधियों का ये मानना था कि वे औरतों से ज्यादा श्रेष्ठ हैं और औरतें उनके मुकाबले दबी कुचली और लाचार हैं। भला महिलाएं अपनी रक्षा कैसे कर सकती हैं या अपने हक की बातें कैसे सोच सकती हैं?
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"अपने आप को दिखाते हैं बेचारा" : बलात्कारियों से बातचीत के दौरान मधुमिता ने पाया कि इस तरह के अपराधी अपने अपराध के लिए आपके मन में दया की भावना पैदा कर देते हैं। वो अपने आप को बेचारा दिखाते हैं। वो ये भूल जाते हैं कि जो अपराध उन्होंने किया है वो कितना गंभीर है।
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"सेक्स की अज्ञानता एक कारण" : अपराधियों से बातचीत के दौरान एक अपराधी ने बताया, "मैं यह मानता हूं की मैंने उसका जीवन खराब कर दिया है, जिसके लिए मैं बुरा महसूस करता हूं और मैं यह जानता हूं कि शायद कोई उससे शादी भी नहीं करेगा। मैं जेल से आने के बाद उससे शादी करना चाहूंगा।"
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मधुमिता कहती हैं कि सेक्स को लेकर बनी पूर्व धारणाओं की वजह से इसके बारे में बात करने से भी कतराते हैं। जिसकी वजह से युवाओं को इस विषय में सही और गलत का ज्ञान नहीं होता है। ज्ञान का ये अभाव ही रेप को बढ़ावा देता है।

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