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Asian Boxing Championships: 6 बार की वर्ल्ड चैंपियन मैरी कॉम फाइनल में, साक्षी ने गंवाया गोल्ड
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मैरी कॉम के पास 6वां गोल्ड जीतने का मौका
भारत की दिग्गज मुक्केबाज का सामना फाइनल्स में कजाकिस्तान की नज्म जैबे से होगा। मैरी कॉम के पास एशियाई चैंपियनशिप में छठां गोल्ड मैडल जीतने का मौका है। बता दें कि, उन्होंने 2003, 2005, 2010, 2012 और 2017 में इस टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल हासिल किया था। इसके अलावा 2008 में गुवाहाटी में सिल्वर मेडल भी जीता था।
साक्षी ने गंवाया गोल्ड
54 किग्रा की महिला पहलवान साक्षी ने झोलमन के खिलाफ एक कठिन मुकाबला किया, लेकिन अपने धैर्य से उन्होंने इस मुकाबले में जीत हासिल की। लेकिन फाइनल्स में उजबेकिस्तान की सिरोता शोहदारोवा से वह 3-2 से हार गई। बता दें कि वह मैरी कॉम के बाद फाइनल में पहुंचने वाली दूसरी महिला मुक्केबाज बनी हैं।
यहां मिली भारत को हार
मोनिका (48 किग्रा) ने कजाकिस्तान की अलुआ बाल्किबेकोवा से 0-5 से हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। वहीं, 57 किग्रा के सेमीफाइनल में जैस्मीन (57 किग्रा) को भी कजाकिस्तान की ब्लादिस्लावा कुकता ने 0-5 से हरा दिया। इसके अलावा सिमरनजीत कौर बाथ (60 किग्रा) को भी कजाकिस्तान की रिम्मा वोलोसेन्को से 0-5 से हार झेलनी पड़ी। तीनों ने ही भारत के लिए कांस्य पदक जीते हैं।
पुरुष मुक्केबाज ने रचा इतिहास
एशियाई चैंपियनशिप में 27 साल के भारतीय युवा मुक्केबाज शिव थापा ने गुरुवार को इतिहास रचा है। उन्होंने एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में लगातार पांचवां पदक अपने नाम किया है। उन्होंने भी सेमीफाइनल में पहुंचकर अपने लिए पदक पक्का किया। शुक्रवार को सेमीफाइनल में उनका मुकाबला ताजिकिस्तान के मौजूदा चैंपियन बखोदुर उस्मोनोव से होगा।
17 देशों के 150 बॉक्सर सीरीज में शामिल
कोविड -19 महामारी के बाद यह पहली अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता है। जिसमें भारत, उज्बेकिस्तान, फिलीपींस और कजाकिस्तान के अलावा 17 देशों के 150 बॉक्सर्स हिस्सा ले रहे हैं।
एशियाई चैंपियनशिप में भारत का दबदबा
एशियाई चैम्पियनशिप में भारत का अब तक का सबसे बेस्ट प्रदर्शन 2019 में बैंकॉक में पिछले सीजन देखने को मिला था, जहां उन्होंने दो गोल्ड के साथ 13 मैडल हासिल किए थे। कुछ ऐसी ही उम्मीद इस बार भी भारत से है।