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ये है देश की सबसे ट्रेन्डिंग गर्ल- अवनि, कुछ रेयर तस्वीरों में देखें बचपन से लेकर अब तक का सफरनामा
नई दिल्ली. टोक्यो पैरालिंपिक (Tokyo Paralympics) में गोल्ड जीतकर अवनि लखेरा ने इतिहास रचा है। उन्होंने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 के फाइनल में 249 पॉइंट स्कोर कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। अवनि जब 11 साल की थी तब एक सड़क हादसा हुआ जिस कारण वो व्हीलचेयर पर आ गईं। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और आज गोल्ड जीतकर इतिहास रचा है। आइए तस्वीरों में देखते हैं अवनि लखेरा का सफर।
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अवनि का जन्म राजस्थान में 8 नवंबर 2001 को हुआ था। जयपुर में जन्मीं अवनि की जिंदगी में 2012 में एक हादसा हुआ। अविन जब 11 साल की थीं, तब एक कार एक्सीडेंट में उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई थी।
62nd NSCC 2018 में सम्मान लेती अवनि लखेरा। अवनि पढ़ाई पर फोकस कर रही थीं लेकिन उनके पिता ने उन्हें खेल पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया। पिता ने उनसे कहा कि वो शूटिंग और तीरंदाजी दोनों में कोशिश करें और फिर कोई एक खेल अपने लिए चुनें।
परिवार के साथ नेशनल पार्क में अवनि। इस दौरान उन्होंने कहा था कि खुद को रीबूट करने से अच्छा कोई रास्ता नहीं होता है। हादसे के बाद अवनि कुछ दिनों के लिए डिप्रेशन में चली गईं थीं। माता-पिता ने इस दौरान उनका भरपूर समर्थन किया। अवनि ने अभिनव बिंद्रा की बायोग्राफी 'अ शॉट एट हिस्ट्री' पढ़ी, जिसके बाद शूटिंग के प्रति वो और ज्यादा गंभीर हो गई।
2015 में अवनि ने अपनी ट्रेनिंग शुरू की। उन्होंने नेशनल चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 2016 से 2020 के बीच अवनि ने नेशनल शूटिंग चैम्पियनशिप में 5 बार गोल्ड मेडल जीता।
इस फोटो को अपने इंस्ट्राग्राम पर शेयर करते हुए अवनि ने लिखा था- पीछे मुड़कर देखना आत्मा के लिए हमेशा अच्छा होता है, लेकिन सुनिश्चित करें कि आपका ध्यान हमेशा आगे की ओर रहे। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि 10 साल पहले मुझे डांस के लिए एक छोटा सा पुरस्कार मिला था और मुझे यह उम्मीद नहीं थी कि जीवन कैसे बदलेगा।
महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 के फाइनल में 249 पॉइंट स्कोर कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। जबकि क्वॉलिफिकेशन राउंड में 7 वें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाई थी।