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एक धर्मगुरु ने लोगों के कान में ऐसा क्या कह दिया था, 909 लोगों ने एक साथ जहर पीकर कर ली थी आत्महत्या
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क्या थी 18 नवंबर 1978 का मास सुसाइड?
धर्मगुरु जिम जोन्स को 909 लोगों का हत्यारा माना जाता है। इन लोगों ने जिम के कहने पर सायनाइड मिली ड्रिंक पीकर अपनी जान दे दी थी। इसमें 304 बच्चे और 605 बड़े व्यक्ति थे।
जिम इतने पर ही नहीं रुका। उसने 909 लोगों को आत्महत्या करने पर मजबूर किया साथ ही 5 लोगों की हत्या कराने का भी आरोप लगा। इसमें अमेरिकी सांसद रेयान और उसके साथ के चार लोगों की हत्या हुई थी। इस घटना को जोन्सटाउन मास सुसाइड कहा जाता है।
1970 के दशक में जिम जोन्स की लोकप्रियता चरम पर थी। 1977 तक जोन्स को लेकर कुछ विवादित मामले सामने आए, जिसके बाद मीडिया में निगेटिव छवि बनने लगी। इससे परेशान होकर वह वेनेजुएला के दूर देश गुयाना में जोन्सटाउन में चला गया।
अमेरिकी कांग्रेसी लियो रेयान नवंबर 1978 में जांच के लिए जोन्सटाउन पहुंचे। आरोप है कि वहां पर रेयान सहित उनके चार साथियों को गोली मार दी गई। उन हत्याओं के बाद जोन्स ने अपने अनुयायियों को साइनाइड वाला पानी पीने के लिए कहा, जिसकी शुरुआत पहले बच्चों से हुई। कुल मिलाकर, जॉनस्टाउन में 900 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें जिम जोन्स भी शामिल था। जिम जोन्स के सिर में गोली लगी थी। ऐसी अटकलें हैं कि उसने अपनी जान ले ली होगी।
क्या कहकर आत्महत्या के लिए उकसाया गया?
अमेरिका में हुई मास सुसाइड के बाद इसकी जांच की गई। एफबीआई को एक ऑडियो रिकॉर्डिंग मिली, जिसमें जोन्स अपने भक्तों को डराता हुए कहता है कि हमें सरकार से खतरा है। हमारी इस जगह को और हमारे धर्म को खतरा है। कुछ लोग पैराशूट से यहां आएंगे और किसी को जिंदा नहीं छोड़ेंगे। डर दिखाकर आत्महत्या के लिए उकसाया।
कई लोगों ने सुसाइड करने से मना कर दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें जबरदस्ती जहरीला इंजेक्शन दिया गया था। करीब 70 ऐसे लोगों की लाश मिली थी, जिनके शरीर पर इंजेक्शन के निशान थे। जोन्स ने कहा था कि मरना ही है तो इज्जत के साथ मरो।
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