सुख-समृद्धि के लिए दिन के अनुसार करें देवी-देवता व ग्रहों से जुड़े ये आसान उपाय
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सप्ताह का पहला दिन सूर्य नारायण को समर्पित किया जाता हैं। इस दिन सूर्य देव की पूजा अर्चना और व्रत करने से व्यक्ति को सूर्य के समान तेज प्राप्त होता है, यश-कीर्ति में वृद्धि होती है। साथ ही कुंडली में सूर्य भी मजबूत होता है।
ये दिन साक्षात् जगत पिता भगवान शिव को समर्पित है। भगवान शिव को देवों के देव महादेव कहा जाता है, शिव जी बहुत भोले हैं वे भक्त की भावना मात्र से प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों के सब दुख हर लेते हैं। सोमवार को भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। और शिवलिंग पर जल से अभिषेक करना चाहिए। यह दिन चंद्र ग्रह का दिन होता है।
ये दिन मंगल ग्रह का दिन है यह दिन हनुमान जी को समर्पित किया गया है। ऐसी मान्यता है कि आज के समय में भी हनुमान जी इस पृथ्वी पर साक्षात रूप में विराजते हैं, इस दिन हनुमान जी की पूजा करने और चालीसा पढ़ने वे अपने भक्तों को हर तरह के भय से मुक्त करते हैं। हनुमान जी राम भक्त है इसलिए राम जी का सुमिरन करने से भी हनुमान जी प्रसन्न होते हैं।
ये दिन गणों के देवता गणपति का दिन माना गया है। यह दिन बुध ग्रह का दिन भी माना गया है। बुध ग्रह को वाकपटुता का कारक माना गया है। इस दिन गणेश जी की पूजा करने से विघ्न हर्ता सारे विघ्न दूर करते हैं। और बुद्धि का वरदान देते हैं।
ये दिन भगवान विष्णु को समर्पित किया जाता है। यह दिन गुरु ग्रह का दिन माना जाता है। कुंडली में गुरु भारी होने पर विवाह संबंधी बाधाएं आती हैं। गुरुवार के दिन पूजा करने से कुंडली में बृहस्पति की स्थिति मजबूत होती है। गुरुवार के दिन केले के वृक्ष की पूजा करने का भी प्रावधान है।
ये दिन मां लक्ष्मी, मां संतोषी और मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए। शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से विशेष कृपा प्राप्त होती है। शुक्र ग्रह को भी भौतिक सुखों का कारक माना गया है।
ये दिन न्याय के देव शनिदेव को समर्पित है। शनिवार को शनि देव की पूजा करने से उनकी वक्र दृष्टी से राहत मिलती है। इस दिन सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना चाहिए, और शनिदेव को सरसों का तेल अर्पित करना चाहिए।