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भूखी महिला ने DM को किया फोन, बोली साहब 3 दिन से कुछ नहीं खाया, खुद खाना लेकर पहुंच गए साहब
मैनपुरी(Uttar Pradesh ). लॉकडाउन में लोगों के रोजी- रोजगार ठप पड़ गए हैं। कई लोगों को पेट भरने के भी लाले पड़े हुए हैं। ऐसे ही एक मामला मैनपुरी का सामने आया है। मैनपुरी के जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह अपनी टीम के साथ जिले का भ्रमण कर वहां की व्यवस्थाएं देख रहे थे। इसी बीच उनके CUG फोन की घंटी बजी। उन्होंने काल रिसीव किया तो एक महिला बेहद दुःख भरी आवाज में बोली साहब तीन दिन से मै और मेरा मासूम बेटा भूखे हैं। कुछ मदद कीजिए। इसके बाद DM ने जो किया वो बेहद सराहनीय है।
| Published : Apr 17 2020, 11:41 AM IST / Updated: Apr 17 2020, 12:00 PM IST
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DM मैनपुरी महेंद्र बहादुर सिंह रोजाना की तरह शाम को लॉकडाउन का जायजा लेने और लोगों की समस्याएं जानने निकले थे। इसी दौरान एक कृष्णानगर मुहल्ले में रहने वाली रश्मि ने उन्हें फोन किया। उसने DM से कहा कि उसके घर में अनाज का एक दाना नहीं है। वह और उसका बच्चा तीन दिन से भूखे हैं।
उसने बताया कि उसका पति रोजी-रोटी के सिलसिले में गुजरात में रहता है। लेकिन लॉकडाउन होने के कारण वह घर नहीं आ सका। जिसके कारण वह और उसका बेटा तीन दिन से भूखे हैं। इस पर DM महेंद्र बहादुर सिंह ने तुरंत उसके घर का पता पूंछा।
उन्होंने अपने ड्राइवर से तुरंत गाड़ी कृष्णानगर इलाके में ले चलने के लिए कहा। वह महिला के फोन करने के बाद महज आधे घंटे में वहां पहुंच गए। फोन कर मदद मांगने वाली महिला के मुहल्ले में पहुंच कर डीएम ने वापस महिला को फोन किया और घर के बाहर आने को कहा।
महिला जैसे ही घर के बाहर आई उसके सामने DM खुद ही अपने मातहतों के साथ राशन व जरूरी सामान का पैकेट लिए खड़े थे। DM को खुद मदद करने के लिए आया देख उस महिला के खुशी का ठिकाना न रहा। वह DM को बार-बार धन्यवाद कहने लगी।
DM महेंद्र बहादुर सिंह ने महिला से दिया गया राशन खत्म होने के बाद फिर से फोन करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि प्रशासन आपकी मदद के लिए हमेशा तत्पर है। ऐसे में किसी भी समस्या में वह सीधे उन्हें फोन कर सकती है।
DM से राशन पाने वाली महिला रश्मि ने बताया कि उसका पति बाहर है। कुछ दिन तक घर अनाज चला उसके बाद वह भी खत्म हो गया। पैसे भी नहीं अनाज खरीदा सके। ऐसे में उसके एक पड़ोसी ने उसे DM का नंबर देकर मदद मांगने को कहा। जिसके बाद उसे DM महेंद्र बहादुर सिंह द्वारा तत्काल मदद पहुंचाई गई।