कोराना के प्रकोप में शराब कंपनियों से सरकार ने मांगी मदद, कहा- हैंड सेनिटाइजर बनाओ
भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए हैंड सेनिटाइजर की मांग काफी बढ़ गई है। सेनिटाइजर बनाने में दूसरे केमिकल्स के साथ एक्स्ट्रा न्यूट्रल एल्कोहल (ENA) का इस्तेमाल किया जाता है। शराब बनाने वाली कंपनियां इसकी सप्लाई करती हैं। हैंड सेनिटाइजर की बढ़ती मांग को देखते हुए केंद्र सरकार ने शराब निर्माता कंपनियों से मदद मांगी है और उन्हें हैंड सेनिटाइजर बनाने को कहा है। फूड मिनिस्ट्री के एक सीनियर ऑफिसर ने कहा है कि हम चाहते हैं कि शराब बनाने वाली कंपनियां, जिनके अपने बॉटलिंग प्लान्ट हैं, सेनिटाइजर बनाने का भी काम करें, क्योंकि इसकी मांग इतनी ज्यादा बढ़ गई है, जिसे पूरा कर पाने में सेनिटाइजर बनाने वाली कंपनियां समर्थ नहीं हैं। शनिवार को खाद्य मंत्रालय ने सभी राज्यों के सचिवों को पत्र लिख कर यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि सेनिटाइजर बनाने वाली कंपनियों के लिए एक्स्ट्रा न्यूट्रल एल्कोहल की पर्याप्त आपूर्ति होती रहे। साथ ही, जिन डिस्टिलरीज के अपने बॉटलिंग प्लान्ट नहीं हैं, वे भी सेनिटाइजर का प्रोडक्शन करें, जिन्हें सेनिटाइजर निर्माता कंपनियां बोतलबंद कर बाजार में भेजेंगी। खाद्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव सुबोध कुमार सिंह ने एक पत्र लिख कर सभी शराब निर्माता कंपनियों को प्राथमिकता के आधार पर ऐसा करने को कहा है। इसके साथ ही सेनिटाइजर निर्माता कंपनियों को कहा गया है कि वे अपने प्लान्ट में तीन शिफ्टों में काम करवा कर सेनिटाइजर का ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्शन करें, ताकि इसकी कमी नहीं हो सके। तस्वीरों में देखें सेनिटाइजर का इस्तेमाल कोरोना वायरस से बचाव के लिए हर जगह कैसे हो रहा है।
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