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बाढ़ ने सत्यानाश की पाकिस्तानियों की फसलें, जब प्याज ने रुलाया, आलू ने तरसाया, तब भारत ही याद आया

वर्ल्ड न्यूज. पहले से ही आर्थिक संकट से गुजर रहे पाकिस्तान की रही-सही कमर पिछले 10 साल की इस सबसे भीषण बाढ़ ने तोड़कर रख दी है। आधे पाकिस्तान के डूब जाने से खेत-खलिहान सब बर्बाद हो गए हैं। हर चीज इतनी महंगी हो गई है कि 'गरीबी में आटा गीला' जैसी स्थिति है। 9 अगस्त, 2019 को भारत से इम्पोर्ट पर बैन लगाने वाले पाकिस्तान को अब मुसीबत के समय अपनी गलती का एहसास हो रहा है। पाकिस्तान सरकार अब भारत से सब्जियों के आयात की अनुमति देने की प्रॉसिस में जुट गया है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र और पाकिस्तानी सरकार ने मंगलवार को देश को विनाशकारी बाढ़ से निपटने में मदद करने के लिए 160 मिलियन डॉलर की एक फ्लैश अपील(Flash appeals) जारी की है। यह मानवीय सहायता से जुड़ी अपील होती है। पाकिस्तान में बाढ़ से 1,100 से अधिक लोग मारे गए हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर्स और फसलें बर्बाद हो गई हैं। 33 मिलियन लोग प्रभावित हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने विदेश कार्यालय (एफओ) से जारी एक वीडियो बयान में कहा, यह फंड 5.2 मिलियन लोगों को भोजन, पानी, स्वच्छता, आपातकालीन शिक्षा, सुरक्षा और स्वास्थ्य सहायता प्रदान करेगा। पढ़िए अब क्यों भारत से उम्मीद... 

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Amitabh Budholiya
Published : Aug 31 2022, 08:39 AM IST| Updated : Aug 31 2022, 08:41 AM IST
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पाकिस्तान के मीडिया हाउस 'डॉन' ने बाढ़ से सब्जियों के बढ़ते दाम पर एक रिपोर्ट पब्लिश की है। इसमें मुबारक जेब खान लिखते हैं कि विनाशकारी मानसून(devastating monsoon) ने सभी फसलों पर बुरा असर डाला है। ऐसे में वाघा(भारत-पाकिस्तान बार्डर) के माध्यम से भारत से सब्जियों के आयात की अनुमति देने के सरकार के प्रस्ताव को जरूरी हो गया है। बाढ़ ने सिंध, खैबर पख्तूनख्वा(KP) और बलूचिस्तान में प्याज और टमाटर की फसलों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। इस समय घरेलू बाजार में सब्जियों की कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। टमाटर मुख्य रूप से केपी में उगता है, जबकि प्याज सिंध और बलूचिस्तान से आते हैं।

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पाकिस्तान ने आलू-टमाटर की कमी को पूरा करने के लिए अफगानिस्तान और ईरान से टमाटर और प्याज के आयात की अनुमति दी थी। बलूचिस्तान के लिए ईरान से आयात की अनुमति है। 
 

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सूत्रों के अनुसार, अगर इस्लामाबाद भारत से सीधे व्यापार की अनुमति नहीं देता है, तो घरेलू बाजार में आपूर्ति की स्थिति में सुधार के लिए दुबई से भारतीय मूल की सब्जियां भी मंगवाई जा सकती हैं। बता दें कि पाकिस्तान ने 9 अगस्त, 2019 को भारत से आयात और निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, 2 सितंबर, 2019 को दो नोटिफिकेशन के माध्यम से उसने भारत से दवाओं के आयात और निर्यात की अनुमति दे दी थी। 

यह भी पढ़ें-पाकिस्तान ने पिछले 10 सालों में नहीं देखा बाढ़ का ऐसा खौफनाक मंजर, मिनिस्टर ने मानसून को 'Monster' बताया
 

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बाढ़ से पहली बुवाई से खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा है। गौरतलब है कि अप्रैल से जून के बीच टमाटर और प्याज की सप्लाई पंजाब से होती है। दरअसल, इस सीजन में भारत में ये फसलें बहुतायत में हैं और आसानी से वाघा सीमा के जरिए पाकिस्तान को निर्यात की जा सकती हैं।

यह भी पढ़ें-बाढ़ ने बर्बाद किया पाकिस्तान, टमाटर-प्याज 700 रुपए, जबकि आलू 120 रुपए किलो, अब भारत से ही मदद की उम्मीद

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पाकिस्तान सरकार ने मंगलवार को हालिया बारिश और बाढ़ से प्रभावित 4.125 मिलियन परिवारों में से प्रत्येक को 25,000 रुपये की तत्काल सहायता को मंजूरी दे दी है। इसमें 103 अरब रुपये का अतिरिक्त वित्तीय प्रभाव शामिल है। 1.6 मिलियन टन गेहूं आयात का आदेश दिया है।

यह भी पढ़ें-पाकिस्तान में 8 साल की हिंदू बच्ची से तालिबानी क्रूरता, गैंगरेप के बाद आंखें नोंचीं, दिल दहलाने वाला टॉर्चर

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भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों एक ट्वीट किया कि पाकिस्तान में बाढ़ से हुई तबाही को देखकर दु:ख हुआ। हम पीड़ितों, घायलों और इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सभी लोगों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं और सामान्य स्थिति की जल्द बहाली की उम्मीद करते हैं।

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About the Author

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Amitabh Budholiya
बीएससी (बायोलॉजी), पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, बीजेएमसी (जर्नलिज्म)। करीब 25 साल का लेखन और पत्रकारिता में अनुभव। एशियानेट हिंदी में जून, 2019 से कार्यरत। दैनिक भास्कर और उसके पहले दैनिक जागरण और अन्य अखबारों में सेवाएं। 5 किताबें प्रकाशित की हैं
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