सार

 हरियाणा में खट्टर सरकार ने अब  'गोरखधंधा' शब्द के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोरखनाथ एक महान संत थे और किसी भी राजभाषा, भाषण या किसी भी संदर्भ में इस शब्द का प्रयोग उनके अनुयायियों की भावनाओं को आहत करता है,

पानीपत (हरियाणा). आजकल आम आदमी से लेकर राजनेता तक बिना सोचे समझे कुछ भी शब्द बोल देते हैं चाहे फिर उसका अर्थ भले ही ना पता हो। हरियाणा में  खट्टर सरकार ने अब ऐसे ही एक शब्द पर पाबंदी लगा दी है जिसका प्रयोग आमौत पर किया जाता है। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने  'गोरखधंधा' शब्द के  इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। 

इस वजह से सीएम खट्टर ने लगाया 'गोरखधंधा' शब्द  पर प्रतिबंध
दरअसल, हाल ही में गोरखनाथ समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने सीएम खट्टर से मुलाकात की थी। जहां उन्होंने इस शब्द पर प्रतिबंध करने का सीएम से किया था। उनका कहना था कि  'गोरखधंधा' शब्द के निगेटिव अर्थ निकलने से संत गोरखनाथ के अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुंचती है, इसलिए आग्रह है कि इस शब्द को बैन कर दिया जाना चाहिए।

एक महान संत के भक्तों की भवानाओं को आहत करता है यह शब्द
इस शब्द पर प्रतिबंध लगाने के साथ मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोरखनाथ एक महान संत थे और किसी भी राजभाषा, भाषण या किसी भी संदर्भ में इस शब्द का प्रयोग उनके अनुयायियों की भावनाओं को आहत करता है, इसलिए किसी भी संदर्भ में इस शब्द का उपयोग राज्य में पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। यह निर्णय गोरखनाथ समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा उनसे मुलाकात करने के बाद लिया।

इन राज्यों में भी प्रतिबंध करने की मांग
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है कि हरियाणा में ही गोरखधंदा शब्द को प्रतिबंध करने की मांग उठी हो। इससे पहले भी राजस्थान में जुलाई के महीने में अजमेर में रहने वाले नाथ समाज के लोगों ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया था। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में इस शब्द को प्रयोग नहीं करने की मांग उठ चुकी है। अब माना जा रहा है कि नाथ संप्रदाय इस शब्द को पूरे देश में बैन करने की मांग कर सकता है।