सार
पंजाब और हरियाणा में ऐसे कई मामले हर साल में आते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी लोग इनसे कोई सबक नहीं लेते हैं। डॉक्टरों का भी कहना है कि कोई भी ऐसी गलती नहीं करे, क्योंकि अंगीठी जलाकर सोना यानि मौत को बुलाना है।
फरीदाबाद(हरियाणा). उत्तर भारत से लेकर राजस्थान और कई राज्यों में इस समय कड़ाके की ठंड के साथ कोहरे का कहर लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है। पंजाब-हरियाणा में अक्सर कई लोग सर्दी से बचने के लिए देसी जुगाड़ यानि कमरे में अंगीठी जलाकर और दरवाजा बंद करके सोते हैं। लेकिन उन्हें नहीं पता होता कि यह बचने की नहीं बल्कि मरने की जुगाड़ है। क्योंकि हरियाणा के फरीदाबाद में एक दुखद घटना सामने आई है। जहां कमरे में अंगीठी जलाकर सोए एक पूरे परिवार की दम घटुने की वजह मौत हो गई।
देशी जुगाड़ बनी पूरे परिवा की मौत की वजह
दरअसल, यह दिल दहला देने वाला मामला बुधवार सुबह फरीदाबाद के सेक्टर-58 में सामने आया है। जहां अमन (24) अपनी पत्नी प्रिया (21) और 6 साल के बेटे मानव के साथ यहां किराए से रहता था। मंगलवार रात को ठंड ज्यादा होने के चलते वह कमरे में अंगीठी जलाकर सो हुए थे। लेकिन कमरा पूरी तरह से बंद होने के चलते धुएं से दम घटुने के चलते उनकी मौत हो गई।
मकान मालिक खिड़की से झांकते ही चिल्लाने लगा
बता दें कि सुबह काफी देर हो जाने के बाद जब अमन के कमरे से कोई हलचल नहीं हुई तो मकान मालिक सुकेश ने दरवाजा खटखटाया। लेकिन ना तो गेट खुला और ना ही कोई आवाज आई तो उन्होंने खिड़की से झांककर देखा तो पूरे कमरे में धुआं ही धुआं दिख रहा था। वह समझ गया और आसपा के लोगों को चिल्लाकर बुलाने लगा। फिर इसके बाद सुकेश ने पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुलाया। फिर पुलिस की मदद से किसी तरह दरवाजा तोड़ा तो तीनों के शव बिस्तर पर पड़े हुए थे।
एक निजी कंपनी में जॉब करता था युवक
मकान मालिक सुकेश ने बताया कि अमन मूल रूप से बिहार के लखीसराय के रहने वाले था। वह यहां की सेक्टर-24 स्थित एक निजी कंपनी में नौकरी करता था। पुलिस ने मृतक के परिवार वालों को बिहार में सूचना देकर मौके पर बुलाया गया है। वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं।
डॉक्टर दी ये सलाह..भूलकर नहीं करें यह गलती
पंजाब और हरियाणा में ऐसे कई मामले हर साल में आते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी लोग इनसे कोई सबक नहीं लेते हैं। डॉक्टरों का भी कहना है कि कोई भी ऐसी गलती नहीं करे, क्योंकि अंगीठी लगाकर अक्सर सभी दरवाजे और खिड़कियां बंद कर लेते हैं। जिससे वहां पर ऑक्सीजन की मात्रा खत्म हो जाती है और लोगों की दम घुटने की वजह से नींद में ही मौत हो जाती है। इसलिए ठंड से बचने के लिए लोग कतई भी यह उपाय नहीं अपनाएं।