सार
स्काईमेट की इस रिपोर्ट के मुताबिक उम्मीद है कि बारिश के सीजन का पहला भाग बाद वाले से बेहतर रहेगा। एजेंसी के पूर्वानुमान के अनुसार जून के शुरुआती महीने के साथ मानसून की बेहतर शुरुआत हो सकती है।
चंडीगढ़ : इस बार मानसून किसानों के चेहरे पर खुशी लाने वाला होगा। माना जा रहा है कि जून से मानसून की अच्छी शुरुआत होगी। हरियाणा (Haryana), पंजाब (Punjab) और मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में झमाझम बारिश होगी। मानसून के पहले अनुमान के मुताबिक इस बार मानसून खुशियों वाला होगा। मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट (Skymet) ने इस साल के लिए अपना पूर्वानुमान जारी कर दिया है। इसके अनुसार इस साल मानसून के सामान्य रहने का अनुमान है। बरसात के चार महीों के दौरान 98 फीसदी तक पानी गिरेगा। वैसे तो मानसून के महीनों में पूरे देश में औसतन 880.6 मिलीमीटर बारिश होती है जिसे 100 प्रतिशत माना जाता है।
किस राज्य में कैसा रहेगा मानसून
स्काईमेट ने अपने अनुमान में बताया है कि 96 से 104 फीसदी बारिश को सामान्य कहा जाता है। इस रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर-प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में अच्छी बरसात होगी। इसके साथ ही पंजाब और हरियाणा में भी सामान्य से ज्यादा बरसात का अनुमान है। ऐसे में यहां किसानों के लिए यह अच्छी खबर है। जबकि राजस्थान और गुजरात में सामान्य से कम बारिश का अनुमान लगाया गया है। पूर्वोत्तर के राज्यों जैसे नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी कम बारिश का अनुमान है। केरल और कर्नाटक में भी जुलाई-अगस्त में पानी सामान्य से काफी कम गिर सकता है। वहीं, दिल्ली-NCR क्षेत्र के लिए भी मॉनसून अच्छा रहेगा और उम्मीद के मुताबिक बारिश होगी।
कैसे होंगे मानसून के चार महीने
जून
70 फीसदी सामान्य बारिश का अनुमान
20 फीसदी अत्यधिक बारिश का अनुमान
10 फीसदी कम बारिश का अनुमान
जुलाई
65 प्रतिशत सामान्य बारिश का अनुमान
20 फीसदी अत्यधिक बारिश का अनुमान
15 प्रतिशत कम बरसात का अनुमान
अगस्त
60 प्रतिशत सामान्य बारिश का अनुमान
10 प्रतिशत अत्यधिक और 30 फीसदी कम बारिश का अनुमान
सितंबर
90 प्रतिशत बारिश का अनुमान है
20 प्रतिशत सामान्य रुप से बारिश हो सकती है
10 फीसदी अत्यधिक और 70 प्रतिशत कम बारिश का अनुमान
किसानों के लिए शानदार होगा मानसून
इस अनुमान के मुताबिक इस साल मॉनसून किसानों और खेती से जुड़े लोगों के लिए काफी शानदार रह सकता है। इसका कारण यह है कि शुरुआती दौर में मानसून के अच्छे होने का अनुमान है। बुवाई के दौरान बारिश होने से किसानों के लिए काफी अच्छा समय रहेगा। स्काईमेट के मुताबिक हर साल मानसून के आने और जाने में काफी उतार-चढ़ाव होता है। चार महीने के लंबे सीजन के दौरान इसका शुरुआती आंकलन के लिए यह पहला अनुमान काफी है।
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