सार
हरियाणा के वीरेंद्र उर्फ गूंगा पहलवान ने ब्राजील में खेले जा रहे 5वें डेफ ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। उन्होंने अपना यह पदक भारत और देश के प्रधानमंत्री मोदी को समर्पित किया है। साथ ही ट्वीट करके दिल छू जाने वाली बात लिखी है।
पानीपत. देश ही नहीं विदेश में भी हरियाणा को खेलों वाले स्टेट के रूप में जाना जाता है। क्योंकि यहां के खिलाड़ी पदक जीत दुनिया में भारत का नाम रोशन जो करते हैं। अब फिर प्रदेश के वीरेंद्र उर्फ गूंगा पहलवान ने ब्राजील में खेले जा रहे 5वें डेफ ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। पहलवान ने यह मेडल अपने देश और प्रधानमंत्री मोदी को समर्पित किया है। इस बात की जानकारी खुद उसने सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर कि है।
पहलवान ने 65 वर्ष का इतिहास तोड़ दिया
दरअसल, गूंगा पहलवान ने यह मेडल जीत सोशल मीडिया पर लिखा है कि 'मैं यह अपना 5वां डेफ ओलिंपिक मेडल भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समर्पित करता हूं। जिन्होंने हमें किरण रिजिजू के नेतृत्व में वर्ष 2020 में पैरा एथलीटों के समान अधिकार दिए। हमने भी 65 वर्ष का इतिहास तोड़ दिया, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर का तहे दिल से धन्यवाद।
खिलाड़ियों के लिए कर चुके हैं धरना तक
मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले गूंगा पहलवान ने हरियाणा में डेफ खिलाड़ियों को पैरा ओलिंपिक खिलाड़ियों के समान अधिकार दिए जाने की मांग उठाई है। इस मांग के कारण वह हरियाणा भवन और विधानसभा के बाहर धरना भी दे चुके हैं। बता दें कि उनकी ही मांग के चलते ही सरकार ने एक कमेटी का गठन किया, फिलहाल इस कमेटी की अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं आई है।
पहवान ने सीएम मनोहर लाला खट्टर पर जताई नाराजगी
बता दें कि जिस वक्त डेफ ओलिंपिक शुरू हुआ तो गूंगा पहलवान ने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल और खेल मंत्री संदीप सिंह पर नाराजगी जताई थी। क्योंकि इन दोनों ने पहलवान के लिए शुभकानाएं जो नहीं दी थीं। इसके लिए पहलवान ने सोशल मीडिया पर लिखा भी था कि एक तरफ हमारे खेल और अभियान के लिए प्रधानमंत्री मोदी बढ़ावा दे रहे हैं। वह खेल से पहले खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हैं। लेकिन राज्य के ही मुख्यमंत्री और खेल मंत्री को इससे कोई मतलब नहीं। उन्हें तो यह भी पता नहीं कि यह डेफ ओलिंपिक कब से शुरू हुआ है।
पहलवान ने सरकार से किया वादा निभाया
बता दें कि जिस वक्त किरण रिजिजू को खेल मंत्री बनाया गया था उस दौरान पहलवान वीरेंद्र ने कहा था कि आपका आभार। मुझे गर्व है कि रिजिजू जी ने आपको हमारे देश के खेल मंत्री का कार्यभार सौंपा।जिस ज़ज़्बे से आपने मेरी बात सुनी, मैं भी आपसे वायदा करता हूं कि देश का मान बनाए रखूंगा।