सार
वैज्ञानिकों ने भ्रूण को एक सरोगेट रीसस मैकाक में डालने करने की योजना बनाई है। यह अगला कदम उन्हें यह आकलन करने में मदद करेगा कि भ्रूण वास्तव में एक स्वस्थ बच्चा पैदा कर सकता है या नहीं।
नई दिल्ली. पुरुषों में बांझपन की दिक्कत एक बड़ी समस्या है। लेकिन अब एक स्टडी से पता चला है कि पुरुष बांझपन (Male infertility) को बंदर के जरिए ठीक किया जा सकता है। जॉर्जिया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक के मुताबिक, रीसस मैकाक बंदरों (rhesus macaque monkeys) के भ्रूण स्टेम सेल से शुक्राणु कोशिकाओं की मदद से ये संभव है। नए स्टेम सेल रिसर्च ने बांझपन से जूझ रहे पुरुषों में आशा की किरण पैदा की है।
कैसे पुरुषों को मदद मिलेगी?
जॉर्जिया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने रीसस मैकाक बंदरों से इकट्ठा किए गए स्टेम सेल्स का इस्तेमाल करके एक डिश में भ्रूण कोशिकाओं का निर्माण किया, जिससे फंक्शनल स्पर्म सेल्स बनाया जा सके। रिसर्चर्स ने ये वैरिफाई किया कि वे शुक्राणु एक रीसस मैकाक के जरिए डेड सेल्स को फर्टिलाइज कर सकते हैं। रिसर्चर चार्ल्स इस्ले ने कहा, यह उन पुरुषों के लिए कारगर साबित हो सकता है, जिनके शुक्राणु सेल्स का उत्पादन नहीं करते हैं। यानी जो व्यक्ति बच्चा पैदा करने में असमर्थ है, उनके लिए ये रिसर्च काम आ सकती है।
माउस स्टेम सेल पर भी हुई थी स्टडी
इससे पहले वैज्ञानिक माउस स्टेम सेल का इस्तेमाल करके स्मर्म जैसे सेल्स को निर्माण किया गया है। लेकिन रोडेंट स्पर्म का उत्पादन मनुष्यों की तुलना में बहुत अलग है। लेकिन रीसस मकाक ह्यूमन रिप्रोडक्टिव सिस्टम के काफी करीब ह। इतना ही नहीं, रिसर्च में कहा गया है कि ये बंदर पुरुष बांझपन के लिए स्टेम सेल से जुड़े इलाज के लिए एक आदर्श और जरूरी मॉडल है।
अब जबकि टीम ने इसे सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है तो वैज्ञानिकों ने भ्रूण को एक सरोगेट रीसस मैकाक में डालने करने की योजना बनाई है। यह अगला कदम उन्हें यह आकलन करने में मदद करेगा कि भ्रूण वास्तव में एक स्वस्थ बच्चा पैदा कर सकता है या नहीं। यह खबर महीनों बाद आई है जब एक्सपर्ट्स ने भविष्यवाणी की थी कि अधिकांश कपल को साल 2045 तक कंसीव करने के लिए मेडिकल असिस्टेंस की जरूरत होगी। क्योंकि केमिकल हमारी सेहत को बर्बाद कर देगा।
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