सार

भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत 30 दिसंबर 2022 को दिल्ली देहरादून नेशनल हाईवे पर एक सड़क हादसे का शिकार हो गए थे। जिसके चलते उनके शरीर पर कई चोटें आई हैं और अब उन्हें मुंबई एयरलिफ्ट किया गया है।

हेल्थ डेस्क : 30 दिसंबर 2022 को दिल्ली-देहरादून हाईवे पर सड़क हादसे का शिकार हुए ऋषभ पंत को मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में एयरलिफ्ट किया गया है। बताया जा रहा है कि उन्हें मल्टीपल लिगामेंट इंजरी हुई है, जिसके चलते मुंबई के डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला उनकी सर्जरी करने वाले हैं। ये वही डॉक्टर है जिन्होंने पहले सचिन तेंदुलकर, जसप्रीत बुमराह  और रवींद्र जडेजा के साथ ही कई फेमस एथलीट्स की सर्जरी भी की है। ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि यह लिगामेंट टियर सर्जरी होती क्या है? इससे सही होने में ऋषभ पंत को कितना समय लगेगा और इसका प्रोसीजर क्या है? तो चलिए हम आपको बताते हैं लिगामेंट टियर सर्जरी के बारे में...

क्या होता है लिगामेंट टियर 
लिगामेंट ऊतक के मजबूत बैंड होते हैं जो एक हड्डी को दूसरे से जोड़ते हैं और हड्डियों के मूवमेंट करने में मदद करते हैं। लेकिन जब लिगामेंट को सामान्य क्षमता से अधिक खींचा जाता है, तो वे फटने लगते हैं। लिगामेंट इंजरी के तीन ग्रेड होते हैं
ग्रेड 1- एक हल्का लिगामेंट टियर
ग्रेड 2- एक मध्यम लिगामेंट टियर
ग्रेड 3- कंप्लीट लिगामेंट टियर या टूटना

इलाज
लिगामेंट टियर के लिए इलाज इसकी गंभीरता पर निर्भर करता है। जैसे टखने में मामूली मोच, तो पर्याप्त मात्रा में आराम करके, उस जगह पर आइसिंग करके और उसे ठीक होने देकर घर पर इसका इलाज किया जा सकता है। ये ग्रेड 1 टियर की श्रेणी में आता है।

- लिगामेंट का आंशिक टूटने पर भी आराम, बर्फ, दवा, फिजियोथेरेपी से इलाज किया जाता है।

- हालांकि, ग्रेड -3 यानी की लिगामेंट के पूरी तरह से फटने एक ऑपरेटिव प्रक्रिया की जाती है और उसके बाद भी मरीज को कुछ समय के लिए आराम की जरूरत होती है। अनुमान लगाया जा रहा है कि भारतीय क्रिकेटर पंत ग्रेड-3 से ही पीड़ित हैं।

कैसे होती है सर्जरी
इस तरह की सर्जरी आर्थ्रोस्कोपिक तकनीक (प्रत्येक तरफ लगभग 1 सेमी के दो छोटे छेद बनाकर) की जाती है। आमतौर पर, शरीर से ही एक ग्राफ्ट काटा जाता है और ज्वाइंट में ऑटोग्राफ्ट किया जाता है। उपयोग किए जाने वाले ग्राफ्ट ज्यादातर अर्ध-टेंडिनोसिस हैं (जो जांघ के पीछे के डिब्बे की दो मांसपेशियों के साथ-साथ घुटने पर कूल्हे और फ्लेक्स के लिए काम करता है)।

ठीक होने का समय
ठीक होने के समय रोगी की शारीरिक क्षमता पर निर्धारित होता है। ये सर्जरी मरीज को ताकत हासिल करने और जोड़ पर नियंत्रण करने में मदद करती है। अमूमन प्रक्रिया को पूरा होने में छह या अधिक महीने लग सकते हैं। अलग-अलग लिगामेंट टियर्स को ठीक करने और ठीक से काम करने के लिए अलग-अलग तकनीकों और रिहैब की आवश्यकता होती है।

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