सार
दुनिया के कई मुल्कों में पोलियो वायरस को खत्म कर दिया गया है। साल 2003 में ब्रिटेन को पोलियो मुक्त देश घोषित किया गया था। लेकिन एक दशक बाद इस देश से हैरान करने वाली रिपोर्ट सामने आई है।
हेल्थ डेस्क. पोलियो वायरस(Polio virus) एक बार फिर से बच्चों को अपनी जद में ले सकता है। लंदन के सीवेज के सैंपल में पोलियो वायरस का पता चला है। ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने इस खोज को 'राष्ट्रीय घटना' घोषित किया है। इसके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे लेकर सावधान किया है। जानकारी के अनुसार टीकों से प्राप्त एक प्रकार के पोलियो वायरस का पता चला है। अभी इस मामले की जांच चल रही है।
लंदन के सीवेज में पाया गया पोलियो वायरस टाइप 2 वायरस
ब्रिटेन ने साल 2003 को खुद को पोलियो मुक्त देश घोषित कर दिया था। दो दशक पहले पोलियो मुक्त देश में इसका वायरस मिलना लोगों को हैरान कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बयान में कहा है कि लंदन के सीवेज के सैंपल में ‘पोलियो वायरस टाइप-2 (VDPV2)’ पाया गया है। नमूने फरवरी और मई के बीच खोजे गए थे और विकसित होते रहे हैं। अब इसे 'वैक्सीन-व्युत्पन्न' पोलियोवायरस टाइप 2 (वीडीपीवी 2) के रूप में वर्गीकृत किया जा रहा है।
पोलियो संक्रामक बीमारी है
पोलियो एक वायरस के कारण होने वाला एक संक्रामक रोग है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है और पैरालिसिस का कारण बन सकता है। WHO के बयान में कहा गया है कि यह ध्यान रखना जरूरी है कि वायरस को केवल पर्यावरणीय सैंपल से अलग किया गया है। कहीं भी पोलियो वायरस का कोई भी वेरिएंट बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
कैसे फैलता है पोलियो
बताया जा रहा है कि लंदन में हाल ही में इसका प्रकोप एक व्यक्ति द्वारा ओरस पोलियो वैक्सीन लेने के बाद यूके लौटने के कारण हुआ था। यह स्पष्ट नहीं है कि वायरस कितना फैल गया है, हालांकि, यह एक घर या एक विस्तारित परिवार तक ही सीमित हो सकता है। पोलियो तब फैलता है जब संक्रमित व्यक्ति का मल (पू) दूसरे व्यक्ति के मुंह के संपर्क में आता है, या तो दूषित पानी या भोजन के माध्यम से यह फैलता है। इसके अलावा पोलियो फैलाने का एक अन्य तरीका संक्रमित व्यक्ति की लार द्वारा मौखिक से मौखिक संचरण के माध्यम से होता है।
जिनका टीकाकरण नहीं हुआ उसे पोलियो लेता है जद में
पोलियो वैक्सीन आंत में रेप्लिकेट बनाता है। लेकिन उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाएगा जिसका टीकाकरण हो चुका है। लेकिन उन जगहों पर इसका बुरा असर देखने को मिल सकता है। जहां टीकाकरण की संख्या कम हो या फिर गंदगी ज्यादा हो।
बच्चों और वयस्कों में पोलियो के शुरुआती लक्षण
-तेज बुखारा
-अत्यधिक थकान (थकान)
-सिर दर्द
-बीमार होना (उल्टी होना)
-गर्दन में मोच
-मांसपेशियों में दर्द
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