सार
नवजात बच्चा जैसे ही पैदा हुआ वैसे ही उसकी सांसें रुक गई। कुछ डॉक्टर बच्चे को मरा समझ लिए थे। 17 मिनट तक बच्चे की सांस रुकी रही। बच्चे की फैमिली रोने लगी। तभी डॉक्टर ने चमत्कार कर दिखाया। चलिए पूरी खबर बताते हैं।
हेल्थ डेस्क.कहते हैं जाको राखे साइयां मार सके ना कोय...वाकई ईश्वर जिसे नहीं चाहता उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। ऐसी ही एक तस्वीर यूके से सामने आई। जहां वक्त से पहले पैदा हुए बच्चे की सांसें चली गई थी और उसे मरा हुआ समझ लिया था। लेकिन आज वो हेल्दी है और घर लौट गया है। एक मां की गोद को उजड़ने से डॉक्टर ने बचा ली। इसलिए डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया गया है।
17 मिनट तक बच्चे की सांसें रुक गई थीं
दरअसल, घटना ब्रिटेन के एक अस्पताल की है। जहां एक महिला की प्रीमेच्योर डिलिवरी हुई। बच्चे का जन्म तय वक्त से 10 हफ्ते पहले हो गया यानी 26वें वीक में बच्चा इस दुनिया में आया। पैदा होते ही उसकी स्थिति खराब थी। अचानक उसने सांस लेना बंद कर दिया। डॉक्टर भी काफी परेशान थे। माता-पिता को लगा कि शायद वो चला गया। डॉक्टर लगातार उसकी सांसे लाने की कोशिश कर रहे थे। बच्चा सर्जरी के जरिए हुआ था। प्रीमेच्योर बच्चे की सांसें 17 मिनट के लिए बंद हो गईं।
घरवालों ने बच्चे को मरा समझ लिया
परिवार का तो दिल टूट गया। उनका रो-रोकर बुरा हाल था। कुछ डॉक्टरों ने उम्मीद छोड़ दी। जबकि कुछ कोशिश में लगे रहें। बच्चे को लैब ले जाया गया, जहां प्रीमेच्योर बेबी को रखा जाता है। वहां उसका इलाज शुरू हुआ। अचानक बच्चे ने सांस लेनी शुरू कर दी। ऐसा लगा मानों चमत्कार हो गया। बच्चा रोने लगा।
तीन महीने तक बच्चे को रखा गया अस्पताल में
चूंकि बच्चा तय वक्त से बहुत पहले पैदा हुआ था, इसलिए बहुत कमजोर था।रिपोर्ट के मुताबिक जन्म के समय बच्चे का वजन 750 ग्राम था। उसे निगरानी में तीन महीने रखा गया। उसे ब्लड भी चढ़ाया गया। तीन महीने बाद जब वो ठीक हो गया तो परिवार वालों को ले जाने के लिए सौंप दिया गया। हालांकि उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर ही घर भेजा गया है। बच्चे का स्कैन किया गया। सांस रुकने की वजह से उसके दिमाग पर कोई असर नहीं हुआ। बच्चे को कुछ दिन तक घर में काफी सुरक्षित तरीके से रखने की डॉक्टर ने सलाह दी है।
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