सार
पीरियड्स के दौरान अधिकतर महिलाएं सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन हाल ही में हुई एक रिसर्च में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि पैड का इस्तेमाल करने से कैंसर और बांझपन जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।
हेल्थ डेस्क : मासिक धर्म के दौरान सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करना आम बात है। एक रिपोर्ट के अनुसार चार में से तीन लड़कियां सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन हाल ही में हुई सेनेटरी पैड पर एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि इस तरह की नैपकिन के इस्तेमाल होने वाले केमिकल से कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है। इतना ही नहीं इससे आगे जाकर महिलाओं में बांझपन की समस्या भी हो सकती है। आइए आपको बताते हैं इस रिसर्च के बारे में और बताते हैं कि आपको कैसे सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करना चाहिए...
कहां हुई रिसर्च
एनजीओ टॉक्सिक्स लिंक के प्रोग्राम के तहत एक अध्ययन किया गया। जिसमें भारत में सेनेटरी नैपकिन बेचने वाले 10 ब्रांड्स के प्रोडक्ट्स को शामिल किया। सभी सैंपलों में थैलेट (phthalates) और वोलेटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड (VOCs) के तत्व मिले। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह दोनों केमिकल कैंसर सेल्स बनाते हैं। इतना ही नहीं इन पैड्स में कार्सिनोजन, रिप्रोडक्टिव टॉक्सिन, एंडोक्राइन डिसरप्टर्स और एलरजेंस जैसे केमिकल भी पाए गए है, जो महिलाओं के जननांगों में कई गंभीर समस्या पैदा कर सकते हैं। इसमें इनफर्टिलिटी का खतरा भी शामिल है।
सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करते समय इन चीजों का ध्यान रखें
1. जब आप अपने लिए कोई सेनेटरी पैड लेकर आए तो कोशिश करें कि हमेशा कॉटन के कैमिलक फ्री पैड का इस्तेमाल ही करें, क्योंकि इससे वजाइना को इंफेक्शन के खतरे से बचाया जा सकता है और इससे गुप्तांगों में रेडनेस और रेशेज की समस्या नहीं होती है।
2. आजकल मार्केट में कई तरह के पैड्स मिलते हैं। कुछ की कीमत कम होती है, तो कुछ की कीमत ज्यादा होती है। लेकिन आपको पैड खरीदते समय इसकी क्वालिटी का पूरा ध्यान रखना है। थोड़े से पैसों के लिए आप घटिया क्वालिटी का पैड नहीं खरीदें, क्योंकि इसमें कई खतरनाक केमिकल मिले हो सकते हैं।
3. पीरियड्स के दौरान सेनेटरी पैड्स का इस्तेमाल करते हैं, तो हर 4 से 5 घंटे में अपने पैड को बदल लें। लंबे समय तक एक ही पैड का इस्तेमाल करने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
4. सेनेटरी पैड का उपयोग करते समय आपको साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। पैड के उपयोग से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना चाहिए और इसके बाद भी हाथों को अच्छी तरह से साबुन से साफ करें। इससे संक्रमण फैलने के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
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