सार

यूरिन इन्फेक्शन जिसे यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन या यूटीआई कहते हैं, एक आम तौर पर होने वाली स्वास्थ्य समस्या है। यह पुरुषों और स्त्रियों, दोनों को होती है, पर स्त्रियों में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है। इसकी वजह है यूरिनरी ट्रैक्ट में बैक्टीरिया का संक्रमण होना।

हेल्थ डेस्क। यूरिन इन्फेक्शन जिसे यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन या यूटीआई कहते हैं, एक आम तौर पर होने वाली स्वास्थ्य समस्या है। यह पुरुषों और स्त्रियों, दोनों को होती है, पर स्त्रियों में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है। इसकी वजह है यूरिनरी ट्रैक्ट में बैक्टीरिया का संक्रमण होना। यह संक्रमण कई वजहों से हो सकता है। स्त्रियों में यह समस्या कभी भी हो सकती है, पर प्रेग्नेंसी में और मेनोपॉज के बाद यह संक्रमण ज्यादा होने की संभावना रहती है। शुगर की बीमारी से पीड़ित महिलाओं में भी यह संक्रमण जल्दी होता है। इस बीमारी के होने पर बार-बार पेशाब होता है, पेशाब करते समय जलन महसूस होती है, कई बार पेशाब के रंग में बदलाव भी आ जाता है और पेट के निचले हिस्से में दर्द होने के साथ जी भी मिचलाता है। अगर यह संक्रमण ज्यादा हो तो इसका इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से ही संभव हो पाता है, लेकिन कुछ घरेलू उपायों से भी इस समस्या में राहत मिलती है। यह समस्या होने पर पानी ज्यादा से ज्यादा पीना चाहिए।

1. आंवला का चूर्ण
आंवला का चूर्ण खाने से इस समस्या में काफी राहत मिलती है। एक चम्मच आंवला का चूर्ण और एक चम्मच हल्दी को थोड़े पानी में मिला कर उबाल देना चाहिए। इसके बाद दिन में तीन बार चार-पांच दिन तक इसे लगातार पीना चाहिए। इससे यह संक्रमण खत्म होता है। लगातार यह उपाय करने पर जल्दी दोबारा संक्रमण नहीं होता।

2. सेब का सिरका
सेब के सिरके में एन्जाइम्स के साथ पोटेशियम और दूसरे मिनरल्स होते हैं। ये बैक्टीरिया से बचाव करते हैं। सेब के सिरके को नैचुरल एंटीबायोटिक कहा जाता है। यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन होने के बाद दो चम्मच सेब के सिरके को एक गिलास पानी में मिला कर पिएं। चाहें तो उसमें नींबू का रस और शहद भी मिला सकते हैं।   

3. ब्लूबेरी
ब्लूबेरी बैक्टीरिया को कम करता है। अगर यूरिन इन्फेक्शन हो तो ब्लूबेरी जरूर खाना चाहिए। इसमें काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। यूरिन इन्फेक्शन की समस्या में रोज दो बार ब्लूबेरी का जूस पीना चाहिए।

4. अनानास
यूरिन इन्फेक्शन होने पर अनानास भी काफी फायदा करता है। इससे संक्रमण कम करने में मदद मिलती है। अनानास खाने के साथ इसका जूस भी पी सकते हैं। बोतलबंद जूस पीने से बचना चाहिए।

5. टी ट्री तेल
टी ट्री तेल यूरिन इन्फेक्शन में सबसे ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। यह तेल एंटीबैक्ट्रीयल होता है। इस तेल की 10 बूंद नहाने के पानी में मिला कर उससे संक्रमित अंग को धोएं। इसके अलावा, टी ट्री तेल की कुछ बूंदों में चंदन का तेल मिला कर पेट के निचले हिस्से में लगाएं। इससे संक्रमण के दौरान होने वाला दर्द कम होता है। तीन से चार दिन तक ऐसा करने पर इस समस्या में लाभ होता है।