सार
20 नवंबर की रात से सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह गुरु राशि बदलकर मकर से कुंभ में आ चुका है। साल 2009 के बाद अब ये ग्रह कुंभ राशि में आया है। इस राशि में ये ग्रह 13 अप्रैल 2022 तक रहेगा। इस बीच 23 फरवरी 2022 को गुरु अस्त होंगे, इसके बाद 27 मार्च 2022 को वापस उदय होंगे।
उज्जैन. 13 अप्रैल 2022 को गुरु अपनी खुद की राशि मीन में प्रवेश करेंगे। 29 जुलाई 2022 को गुरु मीन राशि में वक्री हो जाएंगे। साल के आखिर में यानी 24 नवंबर 2022 को गुरु दोबारा से मार्गी होंगे। देवगुरु बृहस्पति को भाग्य और सम्मान प्राप्ति के मुख्य कारक माना जाता है। जाते हैं। जैसा कि देखा जाता है गुरु ग्रह लगभग सभी ग्रहों के साथ मित्रवत व्यवहार रखता है। जिन लोगों की कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत भाव में होते हैं उन्हें सदैव शुभ फल प्रदान करते हैं। आगे जानिए किसी राशि पर कैसा होगा गुरु के राशि परिवर्तन का असर…
मेष राशि
आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। पंचम भाव पर दृष्टि होने से संतान से जुड़े कार्य अच्छे तरीके से होंगे। संतान की शिक्षा और करियर संबंधी चिंता दूर होगी। सातवां स्थान दांपत्य, व्यापार, साझेदारी, प्रेम प्रसंग का भाव है। यहां पर बृहस्पति की दृष्टि होने से दांपत्य की टकराहट दूर होगी। किसी कारण से अलग रह रहे दंपती फिर एक साथ आ जाएंगे। आपके जीवन में नए प्रेम प्रसंग बन सकते हैं।
वृषभ राशि
व्यापार व्यवसाय में भी बदलाव आने की स्थिति बनेगी। यहां तक किआपको अपना शहर भी छोड़ना पड़ सकता है। धन भाव पर दृष्टि होने के कारण आर्थिक स्थिति में भी बदलाव आएगा। इस दौरान पैसा आएगा भी और जाएगा भी। पारिवारिक जरूरतों के लिए अचानक बड़ी धनराशि की आवश्यकता पड़ सकती है। वाणी पर भी प्रभाव रहेगा। आपकी वाणी प्रभावी हो जाएगी, लोग आपकी बातों को सुनेंगे, सम्मान करेंगे।
मिथुन राशि
धार्मिक कार्यो में रुचि, आध्यात्मिक कार्यो में मन लगना, घर-परिवार में मांगलिक प्रसंग आना, परिवार का माहौल सुखद रहने जैसी स्थितियां बनेंगी। उत्तम संतान सुख मिलेगा। नि:संतान दंपतियों को संतान सुख मिल सकता है। कार्यक्षेत्र में उन्नति होगी। कारोबारियों को विशेष लाभ की स्थितियां बनेंगी। आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। पुराना फंसा हुआ पैसा मिलेगा। भूमि, संपत्ति खरीदना चाहते हैं तो उसका रास्ता बनेगा।
कर्क राशि
आपको सतर्क होकर निवेश करना होगा। कार्यो और आर्थिक स्थिति में रूकावट पैदा करेगा। धर्म से दूरी बनाएगा लेकिन तंत्र-मंत्र और रहस्यमयी विद्याओं में रुचि बढ़ेगी। इन मामलों के कारण बड़ी धन हानि भी हो सकती है। नौकरीपेशा लोगों के लिए परेशानी पैदा हो सकती है। व्यय भाव पर बृहस्पति की दृष्टि होने के कारण व्यर्थ के व्यय पर अंकुश लगाएंगे। कोर्ट-कचहरी संबंधी कार्यों में लाभ मिलेगा।
सिंह राशि
नौकरी-व्यापार आदि से अच्छा धन लाभ कमाएंगे। एक से अधिक कार्य एक साथ करेंगे। फंसा हुआ पैसा इस गोचर के दौरान लौट आएगा। नया व्यापार, शेयर मार्केट से लाभ होगा। देवगुरु की दृष्टि लग्न पर होना मान-सम्मान, प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आपका व्यक्तित्व प्रभावशाली बनेगा। इस राशि या लग्न वालों के विवाह की बात बन सकती है। पराक्रम भाव पर दृष्टि हर क्षेत्र में परिश्रम का लाभ मिलेगा।
कन्या राशि
माता के स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है। रोग स्थान में होने के कारण पेट संबंधी रोग आएंगे। घर-परिवार में कलह हो सकती है। काम बिगड़ेंगे। गुरु की दृष्टि कर्म भाव में होने से नौकरी कार्य में विशेष परेशानी नहीं आएगी। नौकरी में पुरानी परेशानी दूर हो सकती है। स्थानांतरण संभव है लेकिन यह आपके लिए लाभदायक रहेगा। नौकरी में बदलाव भी संभव है। परिश्रम, मेहनत और लगन से बिगड़े काम बन सकते हैं।
तुला राशि
संतान सुख प्राप्त होगा। भाग्य भाव पर दृष्टि होने से भाग्य प्रबल होगा। अविवाहितों के विवाह की बात बन सकती है। भाग्य के सहारे अनेक काम बन जाएंगे। धर्म कर्म के कार्यो में रुचि बढ़ेगी। माता-पिता के साथ संबंधों में सुधार आएगा। शासन-प्रशासन, सरकारी सेवा क्षेत्रों से जुड़े लोगों को विशेष लाभ मिलेगा। आय के एक से अधिक स्रोत प्राप्त होंगे। लग्न पर बृहस्पति की दृष्टि होने से व्यक्तित्व प्रभावशाली बनेगा।
वृश्चिक राशि
स्वास्थ्य ठीक होगा। पुराने रोग दूर होने के योग बनेंगे। अटका हुआ पैसा, उधार दिया हुआ पैसा मिल जाएगा। दशम पर दृष्टि होने से कार्यक्षेत्र में लाभ होगा। मनमुताबिक स्थानांतरण होगा। कार्य में बदलाव करना चाहते हैं तो कर सकते हैं। नया कार्य प्रारंभ करने के लिए श्रेष्ठ है। राजनीति से जुड़े लोगों को पद और कद मिलेगा। व्यापारी वर्ग प्रसन्न रहेंगे। नौकरी से व्यापार में शिफ्ट होना चाहते हैं तो कर सकते हैं।
धनु राशि
अनेक कार्यों में लाभ प्राप्त होगा। वर्तमान समय में आप जिन भी परेशानियों से जूझ रहे हैं, बृहस्पति के राशि बदलते ही वे परेशानियां कम होंगी। इस राशि पर शनि की साढ़ेसाती का अंतिम ढैया भी चल रहा है जिससे राहत मिलेगी। सप्तम भाव पर दृष्टि होने के कारण दांपत्य जीवन में सुख प्राप्त होगा। अविवाहितों के विवाह की बात बन सकती है। व्यापार व्यवसाय में लाभ होगा। धर्म में रुचि और आस्था बढ़ेगी।
मकर राशि
धन संबंधी चिंताएं दूर होंगी। फंसा हुआ पैसा लौट आने की स्थिति बनेगी। यदि किसी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं तो वह दूर होगा। लेकिन इस दौरान आपकी वाणी कटु हो सकती है। अपनी वाणी और क्रोध पर नियंत्रण रखें। छठा भाव रोग, रिपु और ऋण का भाव है इसलिए यहां बृहस्पति की दृष्टि होने से रोगों में राहत मिलेगी। आठवें भाव पर दृष्टि होने से रहस्यमयी विद्याओं में रुचि बढ़ सकती है।
कुंभ राशि
इस भाव में गुरु के गोचर से आप शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। गुरु आपको अपने कार्य में सफलता और कामयाबी दिलाएगा। आर्थिक रूप से गुरु का गोचर काफी फायदेमंद रहेगा। कोई न कोई नया काम प्रारम्भ होगा तथा वह कार्य भविष्य के लिए फायदेमंद होगा। समाज में, परिवार में पद-प्रतिष्ठा, मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी। यह आपके निर्णय लेने की क्षमता को मजबूत करेगा और आपके व्यक्तित्व को आकर्षक बनाएगा।
मीन राशि
भूमि, भवन, संपत्ति, वाहन सुख की प्राप्ति होगी। आपकी बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा। मातृ पक्ष की ओर से सुखद समाचार मिलेगा। छठा भाव रोग, रिपु और ऋण का भाव है। यहां बृहस्पति की दृष्टि होने से रोग दूर होंगे। शत्रु परास्त होंगे और कर्ज मुक्ति की स्थिति बनेगी। लेकिन यदि किसी बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं या नया कार्य प्रारंभ करना चाहते हैं तो कर्ज लेना पड़ सकता है।
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