सार
हमारे यहां पुरातन समय से ही घर में जानवर पाले जाते हैं। पहले के समय में गाय, भैंस आदि पाले जाते थे, जिनका व्यवसायिक उपयोग भी होता है। वर्तमान समय में कुत्ते, बिल्ली व मछली आदि शौकिया तौर पर पाले जाते हैं।
उज्जैन. हमारे यहां पुरातन समय से ही घर में जानवर पाले जाते हैं। पहले के समय में गाय, भैंस आदि पाले जाते थे, जिनका व्यवसायिक उपयोग भी होता है। वर्तमान समय में कुत्ते, बिल्ली व मछली आदि शौकिया तौर पर पाले जाते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, अगर घर के पालतू जानवरों की मौत अचानक हो जाए तो ये किसी अशुभ ग्रह के कारण हो सकता है या निकट भविष्य में आने वाले अशुभ घटना का संकेत हो सकता है। आज हम आपको उसी के बारे में बता रहे हैं-
1. अगर अचानक भैंस या काले रंग का कुत्ता मर जाए तो समझना चाहिए कि शनिदेव का प्रकोप आप पर बना हुआ है। निकट भविष्य में आपके साथ कुछ अशुभ हो सकता है।
2. घर की पालतू बिल्ली अगर मर जाए तो इसका कारण राहु का अशुभ प्रभाव भी हो सकता है।
3. पालतू गाय का मरना बहुत ही बड़ा अपशकुन माना जाता है। ऐसा शुक्र ग्रह के अशुभ प्रभाव देने के कारण होता है। ये भविष्य में किसी अशुभ घटना का संकेत भी हो सकता है।
4. अगर घर के फिश एक्वेरियम की मछली मर जाए तो ये चंद्रमा के अशुभ प्रभाव के कारण हो सकता है। काली मछली मरे तो समझना चाहिए कि कोई मुसीबत टल गई है।
5. कबूतर व चिड़िया राहु से संबंधित है। इनका मरना राहु के अशुभ प्रभाव के कारण हो सकता है।
6. काले रंग के अलावा अगर कोई दूसरे रंग का कुत्ता मर जाए इसे भी राहु का अशुभ प्रभाव समझना चाहिए।
उपाय
पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, जब भी घर के किसी पालतू पशु की मृत्यु हो जाए तो किसी विद्वान ब्राह्मण से पूछकर उनकी शांति के लिए जाप व दान करना चाहिए। इससे आने वाले संकट टल सकते हैं।