हिंदू धर्म में हर काम शुभ मुहूर्त देखकर ही किया जाता है और मुहूर्त की जानकारी पंचांग से मिलती है। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है।

उज्जैन. पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू मास एवं पक्ष आदि की जानकारी देते हैं। आगे जानिए 16 फरवरी 2022, बुधवार (Panchang February 16, 2022) के शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय आदि संपूर्ण जानकारी…

आज की तिथि और पर्व
16 फरवरी, बुधवार को विक्रम संवत 2078, जिसका नाम आनन्द है, के माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। इसे माघी पूर्णिमा कहते हैं। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने और दान करने का विशेष महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है। 

शुभ योग और मुहूर्त
16 फरवरी, बुधवार को सूर्योदय आश्लेषा नक्षत्र में होगा, जो दोपहर लगभग 3.14 तक रहेगा। इसके बाद मघा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। बुधवार को पहले आश्लेषा नक्षत्र होने राक्षस नाम का अशुभ योग और उसके बाद मघा नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। बुधवार को ब्रह्म मुहूर्त सुबह 05:25 से 06:13 तक रहेगा। अमृत काल दोपहर 01.32 से 03.14 तक रहेगा। अमृत काल में शुभ कार्य किए जा सकते हैं।

ये है राहु काल का समय
16 फरवरी, बुधवार को राहूकाल दोपहर 12:40 से 02:05 तक रहेगा। इसके अलावा यम गण्ड सुबह 08.26 से 09:51 तक, कुलिक सुबह 11:16 से दोपहर 12:40 तक, दुर्मुहूर्त दोपहर 12:18 से 01:03 तक रहेगा। ये सभी अशुभ काल है यानी इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें। 

ग्रहों की स्थिति
16 फरवरी, बुधवार को दोपहर 3.14 तक चंद्रमा कर्क राशि में रहेगा, इसके बाद सिंह राशि में प्रवेश करेगा। सूर्य और गुरु कुंभ राशि में, शनि और बुध मकर राशि में, शुक्र धनु राशि में, राहु वृषभ और केतु वृश्चिक में व मंगल धनु राशि में रहेंगे। 

इस दिशा में न करें यात्रा
बुधवार को भी उत्तर दिशा की यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि निकलना पड़े तो तिल या धनिया खाकर घर से बाहर निकलें।