सार

Panchang 20 July 2022: 20 जुलाई को श्रावण कृष्ण सप्तमी तिथि है। इस दिन पहले रेवती नक्षत्र होने से उत्पात और बाद में अश्विनी नक्षत्र से मृत्यु नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इनके अलावा सुकर्मा नाम का एक शुभ योग भी दोपहर तक रहेगा।  
 

उज्जैन. हमारे देश में आज भी पंचांग के अनुसार ग्रहों की गणनाएं की जाती है। कितने सालों बाद किस दिन कितने समय पर ग्रहण होगा, इसकी जानकारी भी पंचांग के माध्मय से ही निकाली जाती है। गणना के आधार पर हिंदू पंचांग की तीन धाराएँ हैं- पहली चंद्र आधारित, दूसरी नक्षत्र आधारित और तीसरी सूर्य आधारित कैलेंडर पद्धति। भिन्न-भिन्न रूप में यह पूरे भारत में माना जाता है। हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व है। इससे हमें शुभ मुहूर्त की जानकारी भी आसानी से मिल जाती है। आगे जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…

कालाष्टमी और बुधाष्टमी आज 
बुधवार को श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। इसे कालाष्टमी कहते हैं। इस दिन भगवान शिव के अवतार कालभैरव की पूजा की जाती है। सावन में कालाष्टमी होने से ये तिथि और भी विशेष हो गई है। साथ ही इस दिन बुधाष्टमी का पर्व भी मनाया जाएगा। यानी जिस बुधवार को अष्टमी तिथि का योग बने उसे बुधाष्टमी कहते हैं। इस संयोग में बुध ग्रह से संबंधित उपाय करना शुभ रहता है।

20 जुलाई का पंचांग (Aaj Ka Panchang 20 July 2022)
20 जुलाई 2022, दिन बुधवार को श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि सुबह लगभग 07.36 तक रहेगी, इसके बाद अष्टमी तिथि आरंभ हो जाएगी। इस दिन सूर्योदय 
रेवती नक्षत्र में होगा, जो दोपहर 12.50 तक रहेगा, इसके बाद अश्विनी नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। बुधवार को पहले रेवती नक्षत्र होने से उत्पात और उसके बाद अश्विनी नक्षत्र से मृत्यु नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इनके अलावा सुकर्मा नाम का एक शुभ योग भी दोपहर तक रहेगा। इस दिन राहुकाल दोपहर 12:33 से 02:12 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।   

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी...
बुधवार को चंद्रमा मीन राशि से निकलकर मेष में प्रवेश करेगा। इस दिन सूर्य-बुध कर्क राशि में, शुक्र मिथुन राशि में, शनि मकर राशि (वक्री), मंगल-राहु मेष राशि में, केतु तुला राशि में और गुरु (वक्री) मीन राशि में रहेंगे। बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि निकलना पड़े तो तिल या धनिया खाकर घर से बाहर निकलें।

20 जुलाई के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- श्रावण
पक्ष- कृष्ण
दिन- बुधवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- रेवती और अश्विनी
करण- बालव और कौलव
सूर्योदय - 5:56 AM
सूर्यास्त - 7:10 PM
चन्द्रोदय - 12:10 AM
चन्द्रास्त - 12:18 PM
अभिजीत मुहूर्त- इस दिन नहीं है।

20 जुलाई का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 7:35 AM – 9:14 AM
कुलिक - 10:53 AM – 12:33 PM
दुर्मुहूर्त - 12:06 PM – 12:59 PM
वर्ज्यम् - 10:03 AM – 11:44 AM

सिद्धि योग (Siddhi Yoga)
ज्योतिष शास्त्र में 27 शुभ-अशुभ योगों के बारे में बताया गया है। ये पंचांग के 5 अंगों में से एक है। इनमें से सोलहवें योग का नाम सिद्धि है। ज्योतिष शास्त्र में इस योग तो yugl शुभ माना गया है। वार, नक्षत्र और तिथि के बीच आपसी तालमेल होने पर सिद्धि योग का निर्माण होता है। इस नक्षत्र में किए गए सभी कार्य और उपाय आदि सफल होते हैं। इस योग में जन्म लेने वाला बच्चा भी भाग्यशाली होता है।


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