सार

देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी का 17 सितंबर को 69वां जन्मदिन है।

उज्जैन. दूसरी बार सत्ता में आने के बाद मोदी ने कई कड़े फैसले लिए, जिसके लिए उनकी प्रशंसा भी की गई और आचोलना भी जैसे- कश्मीर से धारा 370 हटाना, देशद्रोह के कानून को और अधिक सख्त करना आदि। इसके पहले भी मोदी नोटबंदी और जीएसटी जैसे सख्त कदम उठा चुके हैं। इस वजह से वे हमेशा अपने विरोधियों के निशाने पर भी रहते हैं। मोदी एक लोकप्रिय वक्ता भी हैं। मोदी में ऐसी क्या खासियत है जो उन्हें इतनी लोकप्रियता मिली और वे इतने सख्त फैसले ले पाते हैं, जानिए ज्योतिषीय नजरिए से-

ऐसी है प्रधानमंत्री मोदी की कुंडली

  • उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्‌ट के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वड़नगर में हुआ था। इनकी राशि वृश्चिक है।
  • कुंडली में शुक्र एवं शनि की युति शत्रु सूर्य की राशि सिंह में है, जो उन्हें लोकप्रिय वक्ता बनाता है।
  • शनि की साढ़ेसाती में ही इन्हें प्रधानमंत्री का पद प्राप्त हुआ और जैसे ही शनि ने उनकी राशि वृश्चिक में प्रवेश किया उनका कद लगातार बढ़ता गया।
  • 18 सितंबर 2019 को शनि के मार्गी होने के बाद आने वाले समय में भी नरेंद्र मोदी को लोकप्रियता और भी बढ़ेगी। देश-विदेश में सम्मान और प्रतिष्ठा मिलेगी।
  • शनि और मंगल की स्थिति के कारण पराक्रम बढ़ेगा। युद्ध और तनाव की स्थितियां अपने नियंत्रण में रखेंगे।
  • जनवरी 2020 में उतरती हुई शनि की साढ़ेसाती प्रधानमंत्री मोदी के लिए और बड़ी सफलता लेकर आएगी। इस दौरान अन्य देशों के महत्वपूर्ण और बड़े लोगों से सम्मान और मदद मिलेगी। मार्च 2020 में राहु-केतु का राशि परिवर्तन भी प्रधानमंत्री मोदी के लिए शुभ रहेगा।